CATCH कार्यक्रम का शुभारंभ
इंडिया एआई इंडिपेंडेंट बिज़नेस डिवीजन (IBD) ने नेशनल कैंसर ग्रिड (NCG) के साथ मिलकर कैंसर एआई एंड टेक्नोलॉजी चैलेंज (CATCH) शुरू किया है, जिसका उद्देश्य भारत में कैंसर देखभाल में क्रांति लाना है। यह पहल एआई आधारित स्क्रीनिंग, निदान, उपचार सहयोग और अस्पताल संचालन में नवाचार को गति देगी।
स्थैतिक जीके तथ्य: NCG की स्थापना 2012 में पूरे देश में कैंसर उपचार को मानकीकृत और बेहतर बनाने के लिए की गई थी।
वित्तपोषण और अनुदान संरचना
कार्यक्रम में पायलट ग्रांट के रूप में ₹50 लाख तक की सहायता 10 चुनी गई परियोजनाओं को दी जाएगी। सफल पायलट प्रोजेक्ट्स को ₹1 करोड़ की स्केल–अप ग्रांट मिलेगी, जिससे उन्हें पूरे देश में लागू किया जा सकेगा।
चयनित एआई समाधान NCG अस्पताल नेटवर्क में पायलट होंगे और नैदानिक प्रदर्शन तथा संचालन क्षमता के आधार पर बढ़ाए जाएंगे।
स्थैतिक जीके टिप: ₹1 करोड़ = 10 मिलियन भारतीय रुपये।
एआई नवाचार के मुख्य क्षेत्र
CATCH कार्यक्रम में निम्नलिखित क्षेत्रों पर ध्यान दिया जाएगा:
- एआई आधारित कैंसर स्क्रीनिंग
- उन्नत निदान और इमेजिंग विश्लेषण
- नैदानिक निर्णय समर्थन उपकरण
- रोगी सहभागिता और निगरानी प्लेटफ़ॉर्म
- अस्पताल संचालन क्षमता समाधान
- अनुसंधान और स्वास्थ्य डेटा प्रबंधन तकनीकें
ये श्रेणियाँ एआई अनुसंधान और वास्तविक चिकित्सा अनुप्रयोग के बीच की खाई को पाटेंगी।
पात्र आवेदक
आवेदन करने के लिए निम्नलिखित पात्र हैं:
- स्टार्टअप और हेल्थ टेक कंपनियाँ
- शैक्षणिक और अनुसंधान संगठन
- सार्वजनिक और निजी अस्पताल
संयुक्त प्रस्ताव क्लिनिकल लीड और टेक्निकल लीड से प्रोत्साहित किए जाते हैं, ताकि नवाचार चिकित्सा आवश्यकताओं से मेल खाए।
स्थैतिक जीके तथ्य: भारत दुनिया का दूसरा सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश है, जहाँ4 बिलियन से अधिक लोग रहते हैं — इसलिए स्वास्थ्य समाधान का विस्तार अत्यंत महत्वपूर्ण है।
जिम्मेदार एआई पर जोर
यह पहल भारतीय स्वास्थ्य मानकों के अनुरूप नैतिक एआई को प्राथमिकता देती है। सभी समाधानों का नैदानिक सत्यापन आवश्यक है और रोगी डेटा सुरक्षा तथा एल्गोरिथ्म की पारदर्शिता सुनिश्चित की जाएगी।
स्थैतिक जीके टिप: डिजिटल इंडिया कॉर्पोरेशन प्रौद्योगिकी को शासन और सेवाओं में एकीकृत करने वाली पहलों की देखरेख करता है।
आवेदन की समयसीमा
आवेदन की अंतिम तिथि 2 सितंबर 2025 है, और यह आधिकारिक इंडिया एआई CATCH पोर्टल के माध्यम से किया जाएगा। चयनित परियोजनाएँ पायलट तैनाती चरण में जाएँगी और सफल मॉडल पूरे देश में लागू किए जाएँगे।
आयोजकों के बारे में
इंडिया एआई — डिजिटल इंडिया कॉर्पोरेशन, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय के तहत संचालित है और इसका लक्ष्य एआई तक पहुँच को लोकतांत्रिक बनाना और नवाचार को प्रोत्साहित करना है।
NCG — कैंसर अस्पतालों, अनुसंधान केंद्रों और संगठनों का विशाल नेटवर्क है, जो पूरे भारत में कैंसर उपचार की गुणवत्ता और पहुँच में सुधार के लिए काम करता है।
Static Usthadian Current Affairs Table
तथ्य | विवरण |
CATCH का पूरा नाम | Cancer AI & Technology Challenge |
आयोजक | इंडिया एआई और नेशनल कैंसर ग्रिड |
पायलट ग्रांट राशि | प्रति परियोजना ₹50 लाख तक |
स्केल-अप ग्रांट राशि | चयनित पायलट परियोजनाओं के लिए ₹1 करोड़ |
वित्त स्रोत | इंडिया एआई और NCG द्वारा संयुक्त वित्तपोषण |
आवेदन की अंतिम तिथि | 2 सितंबर 2025 |
आवेदन का तरीका | इंडिया एआई और NCG द्वारा होस्ट किया गया ऑनलाइन पोर्टल |
NCG स्थापना वर्ष | 2012 |
इंडिया एआई की मूल संस्था | डिजिटल इंडिया कॉर्पोरेशन, MeitY |
मुख्य फोकस क्षेत्र | कैंसर स्क्रीनिंग, निदान और उपचार में एआई |