योजना का अवलोकन
अन्नदाता सुखीभव–पीएम किसान योजना आंध्र प्रदेश द्वारा शुरू की गई है, जिसका उद्देश्य किसानों को वित्तीय सहायता और बेहतर आजीविका प्रदान करना है। यह पहल कृषि परिवारों को प्रत्यक्ष वित्तीय लाभ और आधुनिक तकनीकी सहायता से सशक्त बनाती है।
सुपर सिक्स पहल
इस पहल के तहत योग्य किसानों को सालाना ₹20,000 की राशि तीन समान किस्तों में दी जाती है। साथ ही पेंशन में वृद्धि और महिलाओं के लिए निःशुल्क सेवाएँ भी प्रदान की जाती हैं।
स्थैतिक जीके तथ्य: भारत के किसान, जो देश की 58% कार्यबल का हिस्सा हैं, देश के GDP में 17–18% का योगदान करते हैं। ऐसी वित्तीय योजनाएँ ग्रामीण संकट कम करने और कृषि विकास में सहायक होती हैं।
पोलम पिलुस्तोंडी कार्यक्रम
यह कार्यक्रम लघु एवं सीमांत किसानों को इनपुट सब्सिडी और आवश्यक कृषि कार्यों के लिए सहायता प्रदान करता है। इससे बीज, खाद और अन्य आवश्यक वस्तुएँ समय पर उपलब्ध हो पाती हैं।
ड्रिप सिंचाई सब्सिडी
किसान 90% तक सरकारी सब्सिडी के साथ ड्रिप सिंचाई प्रणाली स्थापित कर सकते हैं। इससे पानी का कुशल उपयोग और सतत खेती को बढ़ावा मिलता है।
स्थैतिक जीके टिप: भारत में केवल लगभग 50% कृषि भूमि सिंचाई के तहत है; ड्रिप सिंचाई पानी की बर्बादी घटाने और उत्पादन बढ़ाने में अहम भूमिका निभाती है।
तकनीक आधारित फसल परामर्श
उत्पादन बढ़ाने और जोखिम कम करने के लिए तकनीकी सलाह प्रदान की जाती है। इसमें फसल प्रबंधन, मौसम चेतावनी, और इनपुट सुझाव शामिल हैं, जो डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म और मोबाइल संदेश के माध्यम से भेजे जाते हैं।
आजीविका पर प्रभाव
प्रत्यक्ष वित्तीय सहायता, आधुनिक सिंचाई, और डिजिटल सलाह का संयोजन किसानों की आर्थिक स्थिरता, उत्पादकता और सतत कृषि को मजबूत करता है।
Static Usthadian Current Affairs Table
तथ्य | विवरण |
योजना शुरू करने वाला राज्य | आंध्र प्रदेश |
वार्षिक वित्तीय सहायता | ₹20,000 (तीन किस्तों में) |
महिलाओं के लाभ | पेंशन वृद्धि और निःशुल्क सेवाएँ |
पोलम पिलुस्तोंडी | लघु और सीमांत किसानों के लिए इनपुट सब्सिडी |
ड्रिप सिंचाई सब्सिडी | 90% तक सरकारी सहायता |
फसल सलाह | डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म और मोबाइल सेवाओं के माध्यम से तकनीकी मार्गदर्शन |
संयुक्त लक्ष्य | वित्तीय सशक्तिकरण, उत्पादन वृद्धि, आजीविका सुधार |
स्थैतिक जीके समावेश | कृषि के GDP में योगदान और सिंचाई कवरेज के तथ्य |