अगस्त 2025 बैठक का निर्णय
निर्धारित अगस्त 2025 की समीक्षा में भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) ने नीतिगत रेपो दर को 5.5% पर स्थिर रखने का निर्णय लिया। समिति ने अपना न्यूट्रल स्टांस भी बरकरार रखा, जिससे संकेत मिलता है कि भविष्य के आर्थिक और मुद्रास्फीति आंकड़ों के आधार पर दरों में किसी भी दिशा में बदलाव की संभावना बनी हुई है।
कानूनी ढांचा
MPC एक सांविधिक निकाय है, जिसे RBI अधिनियम, 1934 की धारा 45ZB के तहत 2016 संशोधन द्वारा स्थापित किया गया। इसका उद्देश्य भारत में मौद्रिक नीति निर्णय-निर्माण प्रक्रिया को संस्थागत रूप देना था।
स्थैतिक जीके तथ्य: MPC की स्थापना फरवरी 2015 में भारत सरकार और RBI के बीच मौद्रिक नीति ढांचा समझौते पर हस्ताक्षर के बाद हुई।
जनादेश और भूमिका
MPC का मुख्य कार्य भारत के मुद्रास्फीति लक्ष्य 4% (± 2% बैंड) के अनुरूप नीतिगत रेपो दर तय करना है। इससे मूल्य स्थिरता और आर्थिक वृद्धि के बीच संतुलन बना रहता है।
स्थैतिक जीके तथ्य: भारत ने 2016 में औपचारिक रूप से मुद्रास्फीति-लक्ष्यीकरण ढांचा अपनाया, जिससे MPC की भूमिका मौद्रिक शासन में केंद्रीय हो गई।
सदस्य संरचना
MPC में कुल 6 सदस्य होते हैं:
- RBI के तीन अधिकारी, जिनमें गवर्नर और एक डिप्टी गवर्नर शामिल हैं।
- केंद्र सरकार द्वारा RBI से बाहर से नियुक्त तीन विशेषज्ञ।
RBI गवर्नर पदेन अध्यक्ष के रूप में कार्य करते हैं।
स्थैतिक जीके तथ्य: सरकार द्वारा नियुक्त सदस्य केवल एक बार चार वर्षीय कार्यकाल पूरा करते हैं, पुनर्नियुक्ति की अनुमति नहीं है।
बैठक की आवृत्ति और कोरम
समिति को वित्तीय वर्ष में कम से कम चार बार बैठक करनी होती है, और वैध सत्र के लिए कम से कम चार सदस्यों की उपस्थिति आवश्यक है। व्यावहारिक रूप से, MPC हर दो महीने में नीतिगत विचार-विमर्श के लिए बैठक करती है।
निर्णय-निर्माण और मतदान नियम
प्रत्येक सदस्य के पास एक वोट होता है और निर्णय बहुमत से लिया जाता है। यदि मत बराबर हो जाते हैं, तो गवर्नर का निर्णायक वोट लागू होता है। RBI पारदर्शिता के लिए प्रत्येक सदस्य का वोट सार्वजनिक करता है।
स्थैतिक जीके टिप: मतदान पैटर्न का प्रकाशन बाज़ार को MPC के भीतर विचारों की विविधता समझने में मदद करता है।
अगस्त 2025 के परिणाम का महत्व
दरें अपरिवर्तित रखकर, MPC का उद्देश्य मुद्रास्फीति के रुझानों का अवलोकन करते हुए विकास की गति को बनाए रखना है। न्यूट्रल स्टांस घरेलू और वैश्विक आर्थिक परिस्थितियों के अनुसार दर समायोजन की लचीलापन प्रदान करता है।
Static Usthadian Current Affairs Table
| तथ्य | विवरण |
| रेपो दर (अगस्त 2025) | 5.5% |
| MPC स्टांस | न्यूट्रल |
| कानूनी आधार | RBI अधिनियम, 1934 की धारा 45ZB (संशोधित 2016) |
| मुख्य जनादेश | मुद्रास्फीति लक्ष्य बनाए रखना |
| मुद्रास्फीति लक्ष्य | 4% ± 2% |
| कुल सदस्य | 6 |
| RBI नामित सदस्य | 3 |
| सरकार द्वारा नियुक्त सदस्य | 3 |
| अध्यक्ष | RBI गवर्नर (पदेन) |
| प्रति वर्ष न्यूनतम बैठकें | 4 |
| कोरम आवश्यकता | 4 सदस्य |
| निर्णय-निर्माण | बहुमत वोट |
| निर्णायक वोट | RBI गवर्नर |
| MPC स्थापना वर्ष | 2016 |
| पहली बैठक | अक्टूबर 2016 |
| मुद्रास्फीति-लक्ष्यीकरण अपनाने का वर्ष | 2016 |
| सरकार द्वारा नियुक्त सदस्य का कार्यकाल | 4 वर्ष |
| वोट प्रकाशन | हाँ |
| सामान्य बैठक आवृत्ति | हर दो महीने |





