अगस्त 3, 2025 5:31 अपराह्न

ऑपरेशन शील्ड 2025

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Operation Shield 2025

पहलगाम हमले के बाद सुरक्षा को मजबूती

जम्मूकश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 लोगों की मौत के बाद भारत ने आंतरिक सुरक्षा को सुदृढ़ करने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। भारतपाकिस्तान की पश्चिमी सीमा पर अब भी तनाव की स्थिति बनी हुई है। ऐसे में गृह मंत्रालय ने ऑपरेशन शील्ड नामक राष्ट्रव्यापी नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल का दूसरा संस्करण घोषित किया है। यह अभ्यास 31 मई 2025 को आयोजित किया गया, जिसका उद्देश्य है नागरिक सुरक्षा तंत्र को ड्रोन हमलों और आकस्मिक आक्रमणों से निपटने में सक्षम बनाना।

ड्रिल का उद्देश्य: प्रशिक्षण और परीक्षण

ऑपरेशन शील्ड का मुख्य उद्देश्य है नागरिक सुरक्षा दलों को प्रशिक्षित करना और सिस्टम की कमियों की पहचान करना। यह एक औपचारिक जांच नहीं, बल्कि व्यावहारिक मूल्यांकन है। 7 मई 2025 को हुए पहले ड्रिल में जो कमियाँ सामने आई थीं, उन्हें इस अभ्यास के माध्यम से सुधारा जाएगा। आपातकालीन स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया देने की क्षमता अब सर्वोपरि मानी जा रही है।

संवेदनशील क्षेत्रों में अभ्यास

यह वृहद मॉक ड्रिल जम्मूकश्मीर, पंजाब, राजस्थान, गुजरात, हरियाणा और चंडीगढ़ में आयोजित की गई। ये राज्य सीमा पार खतरों के प्रति संवेदनशील माने जाते हैं। यथार्थ परिदृश्य में अभ्यास से तैयारियों में वास्तविकता और व्यवहारिकता आती है।

वास्तविक हमले का अनुकरण

इस ड्रिल के दौरान हवाई हमले के सायरन बजाए गए, जैसे कि कोई असली हमला हो रहा हो। कुछ क्षेत्रों में ब्लैकआउट प्रक्रिया लागू की गई ताकि रात में हमले की स्थिति में रोशनी बंद कर दी जाए। सैन्य परिवारों को मॉक इवैक्यूएट किया गया, ताकि समयबद्धता की जांच की जा सके।

चिकित्सा और आपातकालीन सेवाएं

ड्रिल में चोटग्रस्त लोगों की चिकित्सा सेवा पहुंचाने की गति भी परखी गई। ब्लड यूनिट्स के परिवहन, आपातकालीन दवाओं की आपूर्ति और ‘गोल्डन ऑवर’ (पहले 60 मिनट) के भीतर सहायता पहुंचाने की क्षमता का परीक्षण किया गया।

संचालन और निगरानी

इस अभ्यास की निगरानी नागरिक सुरक्षा के अतिरिक्त महानिदेशक और अग्निशमन एवं होम गार्ड निदेशालय द्वारा की गई, जिससे हर गतिविधि व्यावसायिकता और सटीकता से संपन्न हो सके।

SDRF के तहत वित्तीय सहायता

पहली ड्रिल में पाई गई खामियों के बाद, गृह मंत्रालय ने राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष (SDRF) के माध्यम से आपातकालीन फंड जारी किया। इससे सरकार की सिविल डिफेंस को लेकर गंभीरता स्पष्ट होती है।

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विषय विवरण
अभ्यास का नाम ऑपरेशन शील्ड 2025
उद्देश्य शत्रुतापूर्ण खतरों के विरुद्ध नागरिक सुरक्षा की तैयारी
ट्रिगर घटना पहलगाम आतंकवादी हमला (26 मौतें)
ड्रिल की तिथि 31 मई 2025
मुख्य राज्य जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान, गुजरात, हरियाणा, चंडीगढ़
आयोजनकर्ता भारत का गृह मंत्रालय
निगरानी संस्था नागरिक सुरक्षा के अतिरिक्त डीजी, अग्निशमन निदेशालय
वित्त स्रोत राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष (SDRF)
पिछली ड्रिल की तिथि 7 मई 2025
स्टैटिक GK भारत में नागरिक सुरक्षा अधिनियम, 1968 के तहत वैधानिक रूप से स्थापित हुई थी
Operation Shield 2025
  1. ऑपरेशन शील्ड 2025 भारत के गृह मंत्रालय द्वारा एक राष्ट्रव्यापी नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल है।
  2. पहलगाम आतंकवादी हमले, जिसमें 26 लोगों की मौत हुई थी, के बाद यह ड्रिल 31 मई, 2025 को आयोजित की जाएगी।
  3. इसका मुख्य उद्देश्य आंतरिक सुरक्षा को मज़बूत करना और ड्रोन हमलों तथा अचानक हमलों जैसे खतरों के विरुद्ध नागरिक सुरक्षा की तैयारी का परीक्षण करना है।
  4. ऑपरेशन शील्ड का पहला संस्करण 7 मई, 2025 को आयोजित किया गया था, जिससे इस दूसरे संस्करण में कुछ कमियों का समाधान किया जाना है।
  5. यह ड्रिल उच्च जोखिम वाले सीमावर्ती राज्यों: जम्मू और कश्मीर, पंजाब, राजस्थान, गुजरात, हरियाणा और चंडीगढ़ पर केंद्रित है।
  6. गतिविधियों में वास्तविक हमलों का अनुकरण करने और नागरिकों को चेतावनी देने के लिए शहरों में हवाई हमले के सायरन बजाना शामिल है।
  7. रात्रि हमलों की नकल करने के लिए ब्लैकआउट प्रक्रियाओं का अभ्यास किया जाएगा, जिसके लिए लाइटें बंद करनी होंगी।
  8. सैन्य परिवारों की मॉक निकासी से रसद दक्षता और समन्वय का परीक्षण किया जाएगा।
  9. चिकित्सा दल चोटों पर त्वरित प्रतिक्रिया का अनुकरण करेंगे, जिससे स्वर्णिम घंटे (पहले 60 मिनट) के भीतर सहायता सुनिश्चित हो सके।
  10. आपातकालीन प्रतिक्रिया में रक्त इकाइयों की आवाजाही और चिकित्सा आपूर्ति का प्रबंधन शामिल है।
  11. इस अभ्यास की देखरेख नागरिक सुरक्षा के अतिरिक्त महानिदेशक द्वारा की जाती है और अग्निशमन सेवा निदेशालय और होमगार्ड द्वारा इसकी निगरानी की जाती है।
  12. मंत्रालय ने अभ्यास के वित्तपोषण और तैयारियों में सुधार के लिए राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष (एसडीआरएफ) का उपयोग किया।
  13. यह अभ्यास भारत के नागरिक सुरक्षा बुनियादी ढांचे में कमज़ोरियों की पहचान करने और उन्हें ठीक करने में मदद करता है।
  14. ऑपरेशन शील्ड नागरिक सुरक्षा, अग्निशमन सेवाओं और आपातकालीन चिकित्सा टीमों के बीच समन्वय को बढ़ाता है।
  15. यह अभ्यास भारत-पाकिस्तान पश्चिमी सीमा पर चल रहे तनाव के कारण उत्पन्न होने वाले परिदृश्यों का अनुकरण करता है।
  16. यह पारंपरिक और अपरंपरागत दोनों तरह के खतरों के लिए आपातकालीन तैयारियों में सुधार की दिशा में एक कदम है।
  17. यह मॉक ड्रिल महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे और नागरिक जीवन की रक्षा के लिए भारत की व्यापक रणनीति का हिस्सा है।
  18. नकली चेतावनियों के माध्यम से जन जागरूकता बढ़ाई जाती है, जिससे नागरिकों को वास्तविक आपात स्थितियों के लिए तैयार किया जाता है।
  19. यह अभ्यास संकट के दौरान त्वरित निर्णय लेने और त्वरित कार्रवाई के महत्व पर बल देता है।
  20. भारत में नागरिक सुरक्षा को नागरिक सुरक्षा अधिनियम, 1968 के तहत कानूनी मान्यता प्राप्त है, जो इस तरह के अभ्यासों का कानूनी आधार है।

Q1. ऑपरेशन शील्ड 2025 का मुख्य उद्देश्य क्या है?


Q2. ऑपरेशन शील्ड 2025 की शुरुआत किस दुखद घटना के बाद हुई थी?


Q3. निम्नलिखित में से कौन-सा राज्य ऑपरेशन शील्ड 2025 के लक्षित क्षेत्रों में शामिल नहीं है?


Q4. ऑपरेशन शील्ड 2025 के लिए वित्तीय सहायता किस फंड के अंतर्गत दी जाती है?


Q5. ऑपरेशन शील्ड 2025 अभ्यास की निगरानी किस एजेंसी द्वारा की जाती है?


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