2024–25 में निर्यात को ज़बरदस्त बढ़ावा
तमिलनाडु के प्रमुख वस्त्र केंद्र तिरुपुर और कोयंबटूर ने वित्त वर्ष 2024–25 में कुल मिलाकर ₹45,000 करोड़ का वस्त्र निर्यात दर्ज किया। यह पिछले वर्ष की तुलना में 20% वृद्धि को दर्शाता है, जो इस क्षेत्र में तेज़ रिकवरी और स्थिर वृद्धि का संकेत है।
तिरुपुर ने अकेले ही ₹40,000 करोड़ का योगदान दिया, जबकि कोयंबटूर से ₹5,000 करोड़ का निर्यात हुआ।
भारत के निटेड वस्त्र निर्यात में दबदबा
ये दोनों जिले मिलकर भारत के कुल निटेड वस्त्र निर्यात का 68% हिस्सा देते हैं, जिससे तमिलनाडु राष्ट्रीय वस्त्र निर्यात क्षेत्र में एक निर्णायक राज्य बन गया है।
Static GK तथ्य: तिरुपुर को “भारत का निटवियर कैपिटल” कहा जाता है और यह अमेरिका और यूरोपीय संघ सहित 50 से अधिक देशों में निर्यात करता है।
निर्यात में उछाल के पीछे कारण
इस तेज़ वृद्धि का श्रेय अंतरराष्ट्रीय मांग में इज़ाफ़ा, उत्पादन क्षमता में विस्तार और हरित तकनीकों के अपनाने को जाता है।
तिरुपुर की MSME इकाइयों ने तेज़ उत्पादन क्षमता और लचीली आपूर्ति श्रृंखलाओं के कारण मुख्य भूमिका निभाई।
वहीं, कोयंबटूर की पारंपरिक वस्त्र इकाइयाँ अब परिधान निर्माण की ओर बढ़ रही हैं, जिसे तकनीकी उन्नयन और कुशल श्रमिकों का समर्थन मिला है।
Static GK टिप: कोयंबटूर को “दक्षिण भारत का मैनचेस्टर” कहा जाता है और यह भारत का प्रमुख कपास तथा स्पिनिंग केंद्र है।
वैश्विक वस्त्र व्यापार में रणनीतिक भूमिका
इन दोनों जिलों की उपलब्धियों ने भारत के वस्त्र निर्यात लक्ष्य को नई गति दी है। यह भारत को वैश्विक स्तर पर वस्त्र निर्माण में अग्रणी बनाने की दिशा में बड़ा कदम है।
तमिलनाडु अपनी एकीकृत वस्त्र श्रृंखला, अनुकूल नीतियों, और अवसंरचना सुधारों के कारण निर्यात-उन्मुख राज्य बना हुआ है।
भविष्य की दिशा और अवसर
इस क्षेत्र के निर्यातक अब स्वचालन, डिज़ाइन नवाचार, और डिजिटल उत्पादन की ओर बढ़ रहे हैं ताकि वैश्विक मानकों को पूरा किया जा सके।
लॉजिस्टिक्स पार्क, तकनीकी प्रशिक्षण, और वित्तीय प्रोत्साहन जैसे सरकारी सहयोग से अगले कुछ वर्षों में निर्यात में और वृद्धि की उम्मीद है।
Static GK तथ्य: भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा वस्त्र और परिधान निर्यातक है, जिसमें तमिलनाडु की भूमिका प्रमुख है।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
कुल निर्यात मूल्य (2024–25) | ₹45,000 करोड़ |
तिरुपुर का योगदान | ₹40,000 करोड़ |
कोयंबटूर का योगदान | ₹5,000 करोड़ |
पिछले वर्ष से वृद्धि | 20% |
राष्ट्रीय निटेड वस्त्र निर्यात में हिस्सेदारी | 68% |
तिरुपुर की उपाधि | भारत का निटवियर कैपिटल |
कोयंबटूर की उपाधि | दक्षिण भारत का मैनचेस्टर |
भारत का वस्त्र निर्यात लक्ष्य | $100 अरब (2030 तक) |
सहयोगी क्षेत्र | MSMEs, लॉजिस्टिक्स, कौशल प्रशिक्षण |
भविष्य का फोकस | स्थिरता, स्वचालन, वैश्विक बाज़ार |