अगस्त 2, 2025 12:45 अपराह्न

मिशन ब्लू-ग्रीन चेंगलपट्टू

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Mission Blue-Green Chengalpattu

चेंगलपेट्टू में जल संरक्षण को नया जीवन

तमिलनाडु का चेंगलपेट्टू ज़िला अब पर्यावरणीय पुनर्स्थापन की दिशा में अग्रणी बन गया है। मिशन ब्लूग्रीन चेंगलपेट्टू नामक इस अभियान का लक्ष्य क्षेत्र के 500 जल टैंकों में से 200 से अधिक सूक्ष्म सिंचाई टैंकों को पुनर्जीवित करना है।
ज़िला ग्रामीण विकास एजेंसी (DRDA) इस प्रयास की अगुवाई कर रही है, ताकि वर्षा ऋतु के पहले जल संरचना सुदृढ़ की जा सके।

समुदाय और स्वयंसेवी संगठनों की साझेदारी

DRDA ने 388 अतिरिक्त टैंकों के पुनर्जीवन के लिए स्वयंसेवी संगठनों को समर्थन दिया है। यह सहयोगात्मक मॉडल पारिस्थितिकीय प्रभाव को व्यापक बनाएगा।
एक प्रमुख भागीदार Environmental Foundation of India (EFI) है, जो 100 जल टैंकों की पुनर्स्थापना का कार्य पर्यावरणहितैषी तकनीकों से कर रही है।

सतत जल प्रबंधन की तकनीकें

EFI द्वारा उपयोग की जा रही रूटज़ोन प्लांट फिल्ट्रेशन तकनीक में जलीय पौधों का उपयोग कर अपशिष्ट जल का प्राकृतिक शुद्धिकरण किया जाता है। यह प्रक्रिया भूजल पुनर्भरण को भी प्रोत्साहित करती है।
इस तकनीक की खास बात यह है कि यह रसायन मुक्त, किफायती और दीर्घकालिक समाधान प्रदान करती है।
Static GK तथ्य: रूट-ज़ोन फिल्ट्रेशन को कंस्ट्रक्टेड वेटलैंड ट्रीटमेंट भी कहा जाता है और यह जर्मनी, स्वीडन, भारत जैसे देशों में प्रयुक्त होती है।

मानसून से पहले त्वरित कार्रवाई

उत्तरपूर्वी मानसून के आगमन से पहले DRDA की योजना है कि अधिकांश पुनर्जीवन कार्य अक्टूबर 2025 की शुरुआत तक पूरा हो जाए।
इसका उद्देश्य है कि ये टैंक वर्षा जल संग्रह कर सकें, बाढ़ को रोक सकें और भूजल पुनर्भरण में सहायक बनें।
Static GK तथ्य: तमिलनाडु ऐसा प्रमुख राज्य है जो मुख्यतः उत्तरपूर्वी मानसून पर निर्भर रहता है, जबकि अधिकांश राज्य दक्षिणपश्चिम मानसून पर निर्भर हैं।

कृषि और पारिस्थितिकी के लिए दीर्घकालिक लाभ

इन टैंकों के पुनर्जीवन से कृषि के लिए जल की उपलब्धता, भूजल स्तर में सुधार, और पक्षियों जलीय जीवन के लिए आवास मिलेगा। यह पहल राज्य की जल सुरक्षा और जलवायु सहनशीलता के दीर्घकालिक लक्ष्यों से जुड़ी हुई है।
Static GK टिप: दक्षिण भारत में सूक्ष्म सिंचाई टैंक प्राचीन समय से जल प्रबंधन की पारंपरिक प्रणाली का हिस्सा रहे हैं, विशेषकर तमिलनाडु, कर्नाटक, और आंध्र प्रदेश में।

Static Usthadian Current Affairs Table

विषय विवरण
मिशन का नेतृत्व करने वाला ज़िला चेंगलपेट्टू, तमिलनाडु
ज़िले में कुल टैंक लगभग 500
वर्तमान पुनर्जीवन के अंतर्गत टैंक 200+
साझेदार NGO Environmentalist Foundation of India (EFI)
प्रयुक्त तकनीक रूट-ज़ोन प्लांट फिल्ट्रेशन
अपेक्षित पूर्णता अक्टूबर 2025 की शुरुआत
तमिलनाडु का मानसून प्रकार उत्तरपूर्वी मानसून
प्रमुख उद्देश्य जल पुनर्स्थापन और भूजल पुनर्भरण
अतिरिक्त टैंक पुनर्जीवन का लक्ष्य 388
दीर्घकालिक प्रभाव जल सुरक्षा, कृषि सहायता, पारिस्थितिक पुनरुद्धार
Mission Blue-Green Chengalpattu
  1. मिशन ब्लू-ग्रीन चेंगलपट्टू तमिलनाडु के चेंगलपट्टू जिले में पानी के टैंकों को बहाल करने पर केंद्रित है।
  2. मिशन का लक्ष्य क्षेत्र में 500 में से 200 से अधिक लघु सिंचाई टैंकों का जीर्णोद्धार करना है।
  3. जिला ग्रामीण विकास एजेंसी (DRDA) इस पहल का नेतृत्व करती है।
  4. DRDA स्वैच्छिक समूहों को अतिरिक्त 388 टैंकों को पुनर्जीवित करने में सहायता करती है।
  5. पर्यावरणविद फाउंडेशन ऑफ इंडिया (EFI) पर्यावरण के अनुकूल तरीकों का उपयोग करके 100 टैंकों को बहाल कर रहा है।
  6. EFI जल शोधन और पुनर्भरण के लिए रूट-ज़ोन प्लांट फ़िल्ट्रेशन तकनीक का उपयोग करता है।
  7. रूट-ज़ोन फ़िल्ट्रेशन में जलीय पौधे प्राकृतिक रूप से अपशिष्ट जल का उपचार करते हैं।
  8. यह विधि रसायन-मुक्त, टिकाऊ और लागत प्रभावी है।
  9. इसे निर्मित आर्द्रभूमि उपचार के रूप में भी जाना जाता है और इसका उपयोग जर्मनी, स्वीडन और भारत में किया जाता है।
  10. जीर्णोद्धार का लक्ष्य पूर्वोत्तर मानसून से पहले अक्टूबर 2025 की शुरुआत तक पूरा करना है।
  11. तमिलनाडु मुख्य रूप से वर्षा के लिए पूर्वोत्तर मानसून (अक्टूबर-दिसंबर) पर निर्भर करता है।
  12. जीर्णोद्धार किए गए टैंक वर्षा जल को संग्रहित करेंगे, बाढ़ को कम करेंगे और भूजल जलभृतों को रिचार्ज करेंगे।
  13. यह परियोजना जल सुरक्षा और सतत ग्रामीण विकास का समर्थन करती है।
  14. बेहतर जल उपलब्धता स्थानीय कृषि और भूजल स्तर में मदद करेगी।
  15. टैंक पक्षियों और जलीय प्रजातियों के लिए आवास प्रदान करते हैं, जिससे जैव विविधता बढ़ती है।
  16. लघु सिंचाई टैंक दक्षिण भारत में एक पारंपरिक जल प्रबंधन प्रणाली है।
  17. तमिलनाडु, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में ऐसे टैंकों का समृद्ध इतिहास है।
  18. यह मिशन पारिस्थितिकी बहाली के लिए समुदाय-एनजीओ सहयोग का उदाहरण है।
  19. यह प्रयास तमिलनाडु के जलवायु लचीलापन और जल संरक्षण लक्ष्यों के अनुरूप है।
  20. मिशन ब्लू-ग्रीन चेंगलपट्टू भारत में सतत जल संसाधन प्रबंधन के लिए एक मॉडल है।

Q1. तमिलनाडु का कौन सा जिला मिशन ब्लू-ग्रीन पहल का नेतृत्व कर रहा है?


Q2. मिशन ब्लू-ग्रीन चेंगल्पट्टू के अंतर्गत कितने लघु सिंचाई टैंकों के पुनर्जीवन का लक्ष्य रखा गया है?


Q3. कौन-सा गैर-सरकारी संगठन (NGO) पारिस्थितिक अनुकूल विधियों के माध्यम से 100 टैंकों के पुनर्स्थापन में मुख्य भागीदार है?


Q4. मिशन के अंतर्गत टैंक पुनर्स्थापन के लिए मुख्य इको-टेक्नीक क्या है?


Q5. तमिलनाडु में कौन से मानसून की वजह से जलाशयों का समय पर पुनर्स्थापन अत्यंत आवश्यक है?


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