ऐतिहासिक व्यापारिक समझौते पर हस्ताक्षर
24 जुलाई 2025 को लंदन में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आधिकारिक यात्रा के दौरान भारत और यूनाइटेड किंगडम के बीच Free Trade Agreement (FTA) पर हस्ताक्षर किए गए।
यह समझौता जनवरी 2022 में शुरू हुई वार्ताओं का परिणाम है और इसे भारत का सबसे व्यापक व्यापार समझौता तथा यूके का ब्रेक्सिट के बाद का सबसे रणनीतिक सौदा माना जा रहा है।
समझौते के रणनीतिक उद्देश्य
FTA का लक्ष्य दोनों देशों के बीच वस्तुओं और सेवाओं पर लगने वाले शुल्कों में कमी या उन्मूलन करना है।
इस समझौते के तहत, 2023 तक द्विपक्षीय व्यापार को $120 अरब तक पहुँचाने का लक्ष्य तय किया गया है।
यह सहयोग व्यापार के साथ-साथ निवेश, नवाचार और प्रौद्योगिकी साझेदारी को भी बढ़ावा देगा।
लाभार्थी क्षेत्र और प्रमुख फायदे
भारत यूके से आने वाले सामानों पर औसतन 15% का शुल्क घटाकर 3% कर देगा। इससे ब्रिटिश कंपनियों को भारत के विशाल बाजार में बेहतर पहुँच मिलेगी।
भारतीय निर्यातक जैसे कपड़ा, रत्न व आभूषण, ऑटो पार्ट्स, समुद्री उत्पाद, चमड़ा और इंजीनियरिंग सामान के क्षेत्रों को बड़ा लाभ होगा।
यूके के चिकित्सा उपकरण, एयरोस्पेस पार्ट्स और मशीनरी भारत में अब अधिक सस्ती हो जाएगी।
Airbus और Rolls-Royce जैसी ब्रिटिश कंपनियाँ भारतीय विमानन क्षेत्र को सीधे आपूर्ति शुरू करेंगी।
Static GK तथ्य: यूके, यूरोपीय देशों में भारत का छठा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है।
भारत–यूके विजन 2035 की शुरुआत
FTA के साथ, India-UK Vision 2035 भी शुरू किया गया है, जो व्यापार से आगे जाकर कई क्षेत्रों में सहयोग की योजना प्रस्तुत करता है:
- Defence Roadmap: संयुक्त रक्षा निर्माण और अनुसंधान
- Technology Security Initiative: साइबर सुरक्षा और AI सहयोग
- Climate Change Action: नेट-ज़ीरो लक्ष्यों पर समन्वय
- शिक्षा सहयोग: विश्वविद्यालयों के बीच एक्सचेंज कार्यक्रम
Static GK टिप: भारत ने अपना पहला FTA 1998 में श्रीलंका के साथ SAFTA के तहत किया था।
रणनीतिक और भू-राजनीतिक प्रभाव
यह समझौता भारत की वैश्विक व्यापार नीति में पश्चिमी साझेदारों के साथ जुड़ाव को दर्शाता है।
यूके के लिए यह समझौता ब्रेक्सिट के बाद कूटनीतिक और आर्थिक जीत है।
इस समझौते से दोनों देशों के बीच सालाना व्यापार में £25.5 अरब की वृद्धि और हज़ारों नई नौकरियों के सृजन की उम्मीद है।
यह सहयोग आतंकवाद विरोध, खुफिया साझेदारी और आर्थिक अपराध के खिलाफ संयुक्त कार्रवाई को भी मज़बूत करेगा।
साझा मूल्य और भविष्य की साझेदारी
दोनों देशों ने लोकतंत्र, कानून आधारित व्यवस्था, आतंकवाद के प्रति शून्य सहिष्णुता जैसे साझा मूल्यों की पुष्टि की।
यह समझौता समानता, विश्वास और दीर्घकालिक रणनीतिक सहयोग पर आधारित एक आदर्श साझेदारी का प्रतीक बन गया है।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
समझौते की तिथि | 24 जुलाई 2025 |
उपस्थित नेता | नरेंद्र मोदी, कीर स्टारमर |
व्यापार लक्ष्य | $120 अरब (2030 तक) |
लाभान्वित यूके कंपनियाँ | एयरबस, रोल्स-रॉयस |
लाभान्वित भारतीय क्षेत्र | कपड़ा, ऑटो पार्ट्स, रत्न-आभूषण |
शुल्क कटौती | यूके सामानों पर 15% से घटाकर 3% |
विजन 2035 के क्षेत्र | रक्षा, जलवायु, तकनीक, शिक्षा |
यूके की स्थिति | ब्रेक्सिट के बाद प्रमुख व्यापार साझेदार |
रोजगार प्रभाव | हज़ारों नौकरियाँ संभव |
रणनीतिक परिणाम | व्यापार और सुरक्षा संबंधों की मज़बूती |