भारत की कौशल यात्रा में एक अहम पड़ाव
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY) ने 2015 से लेकर 2025 तक अपने दस वर्ष पूरे कर लिए हैं। इस योजना को कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय ने शुरू किया था, ताकि युवाओं में रोजगार योग्य कौशल का विकास किया जा सके। यह योजना स्किल इंडिया मिशन के तहत प्रमुख कार्यक्रम बन चुकी है।
चौथे चरण PMKVY 4.0 का विस्तार
वर्तमान में योजना का PMKVY 4.0 चरण Skill India की केंद्रीय क्षेत्र योजना में एकीकृत है। यह दो प्रमुख योजनाओं से जुड़ी है:
• प्रधानमंत्री राष्ट्रीय शिक्षुता प्रोत्साहन योजना (PM-NAPS) — जिसमें प्रशिक्षुओं को वजीफे की वित्तीय सहायता दी जाती है।
• जन शिक्षण संस्थान (JSS) — जो अशिक्षित, नवसाक्षर और ड्रॉपआउट युवाओं को व्यावसायिक प्रशिक्षण देते हैं।
Static GK fact: स्किल इंडिया मिशन की शुरुआत 2015 में 40 करोड़ लोगों को प्रशिक्षित करने के लक्ष्य के साथ हुई थी।
प्रशिक्षण के प्रमुख प्रकार
PMKVY तीन तरह के प्रशिक्षण प्रदान करती है:
• अल्पकालिक प्रशिक्षण (STT) — NSQF के अनुरूप कोर्स।
• पूर्व कौशल की मान्यता (RPL) — अनौपचारिक रूप से सीखे गए कौशल का प्रमाणन।
• विशेष परियोजनाएं — हाशिए पर मौजूद समुदायों के लिए विशेष प्रशिक्षण।
समावेशी विकास और सामाजिक सशक्तिकरण
पिछले एक दशक में योजना के तहत 1.63 करोड़ युवाओं को प्रशिक्षण दिया गया है। यह योजना विशेष समुदायों को प्राथमिकता देती है:
• त्रिपुरा के ब्रू जनजाति के सदस्य
• असम और मणिपुर के कारागार बंदी
• पंख पहल के तहत 70% महिला भागीदारी
इसके अतिरिक्त, SC, ST, और OBC वर्गों में भी योजना की प्रभावी पहुँच रही है।
Static GK Tip: ब्रू जनजाति पूर्वोत्तर भारत की एक आदिवासी जनजाति है, जो मुख्यतः त्रिपुरा और मिज़ोरम में रहती है।
भविष्य की मांगों पर केंद्रित
PMKVY 4.0 का ज़ोर आधुनिक तकनीकी क्षेत्रों पर है:
• कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI)
• इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT)
• रोबोटिक्स, 5G, साइबर सुरक्षा
• ग्रीन हाइड्रोजन, ड्रोन तकनीक
Static GK fact: भारत में 2030 तक टेक्नोलॉजी और डिजिटल सेक्टर में कुशल जनशक्ति की अधिकता रहने की संभावना है।
नवाचार पर आधारित डिज़ाइन
PMKVY 4.0 इन आधुनिक सिद्धांतों पर आधारित है:
• उद्योगों से बेहतर जुड़ाव और ऑन-जॉब प्रशिक्षण
• उद्यमिता को बढ़ावा
• प्रशिक्षण प्रक्रिया का डिजिटलीकरण
• योग्य ट्रेनर्स और परीक्षकों का पैनल
• भविष्य की नौकरियों के लिए स्किलिंग
परंपरा और आजीविका का मेल
PMKVY केवल आधुनिक नौकरियों तक सीमित नहीं है। यह परंपरागत शिल्पकारों को भी कौशल प्रशिक्षण देती है। नागालैंड और जम्मू-कश्मीर में बुनकरों और कारीगरों को प्रशिक्षित करने की पहल सांस्कृतिक संरक्षण को बढ़ावा देती है।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
योजना की शुरुआत | 2015 |
मंत्रालय | कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय |
वर्तमान चरण | PMKVY 4.0 |
लाभार्थी | 1.63 करोड़ से अधिक |
महिला भागीदारी | कुल 45%; पंख में 70% |
जुड़ी योजनाएं | PM-NAPS, जन शिक्षण संस्थान |
प्रशिक्षण प्रकार | STT, RPL, विशेष परियोजनाएं |
फोकस क्षेत्र | AI, IoT, 5G, रोबोटिक्स, साइबर सुरक्षा, ग्रीन हाइड्रोजन |
हाशिए पर समुदाय | ब्रू जनजाति, बंदी, SC/ST/OBC |
सांस्कृतिक परियोजनाएं | नागालैंड व J&K में शिल्पकार |