2030 तक स्वच्छ ऊर्जा में बड़ी छलांग
भारत ने 2030 तक 70% औद्योगिक और व्यावसायिक बिजली मांग को निरंतर स्वच्छ ऊर्जा (RTC – Round-the-Clock electricity) से पूरा करने की योजना बनाई है। TransitionZero की रिपोर्ट के अनुसार, 52 गीगावाट RTC क्षमता देश की कुल बिजली मांग का 5% हिस्सा पूरा कर सकती है, जिससे ₹9,000 करोड़ की ग्रिड लागत बचत संभव है।
RTC बिजली का मतलब है कि हर घंटे स्वच्छ ऊर्जा उपलब्ध हो, न कि केवल सालाना औसत के आधार पर। इससे विश्वसनीय आपूर्ति और उत्सर्जन कटौती दोनों में संतुलन बनता है।
कार्बन उत्सर्जन में कम लागत पर कटौती
RTC मॉडल अपनाने से 2.4% उत्सर्जन में कमी संभव है, जबकि 100% RTC मिलान से यह आंकड़ा 7% तक जा सकता है। इसके अलावा, प्रति टन कार्बन कटौती की लागत भी सालाना मिलान की तुलना में तीन गुना सस्ती है।
यह विकल्प विशेष रूप से ग्रिड नियोजकों और औद्योगिक ऊर्जा नियोजन के लिए लाभकारी है।
ऊर्जा-गहन उद्योगों को सीधा लाभ
इस्पात निर्माण, डाटा सेंटर, और अन्य भारी उद्योगों को 24×7 बिजली की ज़रूरत होती है। महाराष्ट्र, जो भारत का सबसे बड़ा डाटा सेंटर हब है, RTC आपूर्ति से स्थिर ग्रिड और टिकाऊ उद्योग की दिशा में अग्रसर हो सकता है।
Static GK Tip: महाराष्ट्र भारत की जीडीपी में लगभग 15% का योगदान देता है।
बैटरी और सौर ऊर्जा का संयोजन
RTC मॉडल मुख्य रूप से सौर और पवन ऊर्जा पर आधारित है, जो बैटरी स्टोरेज से समर्थित होती है। 1 मेगावाट सौर क्षमता के लिए औसतन 2 मेगावाट–घंटा बैटरी स्टोरेज की ज़रूरत होती है।
अभी 4-घंटे की लिथियम–आयन बैटरियां सबसे प्रचलित हैं क्योंकि ये लागत प्रभावी और आसानी से उपलब्ध हैं। दीर्घकालीन ऊर्जा भंडारण (LDES) विकल्प मौजूद हैं लेकिन महंगे हैं।
नीति और वैश्विक बदलाव के साथ तालमेल
RTC मॉडल लागत–प्रभावी ग्रिड योजना, लचीलापन और ऊर्जा खरीद समझौतों (PPA) में मजबूती लाता है। यह यूरोप की तरह के ऊर्जा मूल्य संकटों से भी बचाता है।
Greenhouse Gas Protocol की Scope 2 गाइडलाइंस अब हर-घंटे उत्सर्जन ट्रैकिंग को बढ़ावा दे रही हैं, जिससे RTC मॉडल ESG-समर्थित कंपनियों के लिए ज़रूरी हो जाता है।
Static GK Fact: भारत ने COP26 में 2030 तक अपनी 50% ऊर्जा ज़रूरतें नवीकरणीय स्रोतों से पूरी करने का संकल्प लिया था।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
RTC बिजली का अर्थ | हर घंटे खपत के अनुरूप स्वच्छ ऊर्जा |
उत्सर्जन कटौती | 2.4% (70% RTC), 7% (100% RTC) |
रिपोर्ट स्रोत | TransitionZero |
ग्रिड वार्षिक बचत | ₹9,000 करोड़ |
बैटरी ज़रूरत | 2 MWh प्रति 1 MW सौर क्षमता |
बैटरी प्रकार | 4 घंटे लिथियम-आयन |
राज्य लाभार्थी | महाराष्ट्र (सबसे बड़ा डाटा सेंटर हब) |
नीति बदलाव | Scope 2 में प्रति-घंटा ट्रैकिंग |
राष्ट्रीय ऊर्जा लक्ष्य | 2030 तक 500 GW गैर-जीवाश्म ईंधन |
लाभ पाने वाले क्षेत्र | निर्माण, डाटा सेंटर, भारी उद्योग |