बर्नीहाट प्रदूषण सूची में सबसे ऊपर
2025 की पहली छमाही के लिए Centre for Research on Energy and Clean Air (CREA) द्वारा जारी विश्लेषण के अनुसार, असम–मेघालय सीमा पर स्थित बर्नीहाट भारत का सबसे प्रदूषित शहर बन गया है। यहां PM 2.5 का औसत स्तर 133 µg/m³ रिकॉर्ड किया गया, जो भारत की राष्ट्रीय सुरक्षित सीमा से तीन गुना ज्यादा है।
दिल्ली 87 µg/m³ के साथ दूसरे स्थान पर रही।
पीएम 2.5 राष्ट्रीय सुरक्षा सीमा से पार
293 शहरों की वायु गुणवत्ता का आकलन CAAQMS (निरंतर वायुमंडलीय गुणवत्ता निगरानी स्टेशनों) द्वारा किया गया, जिनमें से 122 शहरों ने भारत की सुरक्षित सीमा 40 µg/m³ को पार कर लिया।
चौंकाने वाली बात यह है कि 259 शहर जून 2025 तक वार्षिक अनुमेय सीमा को पहले ही पार कर चुके हैं, जिससे दीर्घकालिक स्वास्थ्य जोखिम बढ़ता जा रहा है।
Static GK Fact: भारत की NAAQS सीमा 40 µg/m³ है जबकि WHO की सुरक्षित सीमा केवल 5 µg/m³ है।
PM 2.5 के खतरे
PM 2.5 वे सूक्ष्म कण होते हैं जो फेफड़ों के भीतर गहराई तक पहुंच सकते हैं और रक्तप्रवाह में प्रवेश कर सकते हैं। यह दमा, हृदय रोग, स्ट्रोक और समयपूर्व मृत्यु से जुड़े होते हैं। बच्चे, वृद्धजन और बीमार व्यक्ति सबसे अधिक प्रभावित होते हैं।
खतरे के निशान पर शहर
बर्नीहाट और दिल्ली के अलावा हाजीपुर, गाज़ियाबाद, गुरुग्राम, सासाराम, राजगीर और पटना भी उच्च प्रदूषण स्तर वाले शहरों में शामिल हैं।
तालचेर और राउरकेला (ओडिशा) जैसे औद्योगिक शहर भी सूची में ऊपर हैं, जहां कोयला आधारित उद्योगों के कारण प्रदूषण अधिक है।
Static GK Tip: तालचेर भारत के प्रमुख कोयला उत्पादक शहरों में से एक है और यहां कई ताप विद्युत संयंत्र हैं।
NCAP की प्रगति
भारत का राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (NCAP), 2019 में पर्यावरण मंत्रालय द्वारा लॉन्च किया गया था। इसका उद्देश्य 131 गैर–प्राप्ति शहरों में PM स्तर को 20–30% तक कम करना है। इनमें से 98 शहरों में CAAQMS स्टेशनों की स्थापना हो चुकी है, लेकिन कार्यान्वयन में अभी भी कमी बनी हुई है।
Static GK Fact: NCAP की निगरानी और लक्ष्य प्राप्ति में राज्यों की सहभागिता अत्यंत आवश्यक है।
सबसे स्वच्छ भारतीय शहर
इस सूची में कुछ शहरों ने उम्मीद की किरण दिखाई है। आइज़ोल (मिज़ोरम) 8 µg/m³ के साथ सबसे स्वच्छ शहर रहा।
अन्य स्वच्छ शहरों में शामिल हैं:
• तिरुपुर और तिरुनेलवेली (तमिलनाडु)
• इम्फाल (मणिपुर)
• मैहर (मध्यप्रदेश)
• चामराजनगर और चिकमगलूरु (कर्नाटक)
• बरेली और वृंदावन (उत्तरप्रदेश)
ये शहर शहरी नियोजन और प्रदूषण नियंत्रण के मॉडल के रूप में सामने आए हैं।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
बर्नीहाट PM 2.5 स्तर | 133 µg/m³ |
दिल्ली PM 2.5 स्तर | 87 µg/m³ |
भारत की सुरक्षित सीमा | 40 µg/m³ |
WHO की सुरक्षित सीमा | 5 µg/m³ |
2025 में कुल निगरित शहर | 293 |
सुरक्षित सीमा पार करने वाले शहर | 122 |
जून तक वार्षिक सीमा पार करने वाले शहर | 259 |
भारत का सबसे स्वच्छ शहर | आइज़ोल (8 µg/m³) |
NCAP लॉन्च वर्ष | 2019 |
NCAP के तहत शहर | 131 |