डिजिटल समावेशन के लिए देशव्यापी विस्तार
दूरसंचार विभाग (DoT) द्वारा शुरू की गई संचार मित्र योजना अब राष्ट्रीय स्तर पर विस्तारित कर दी गई है। पहले यह कुछ संस्थानों में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लागू की गई थी, लेकिन अब इसका लक्ष्य हजारों छात्रों को टेलीकॉम एंबेसडर के रूप में देशभर में जोड़ना है।
इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों में लोगों को सुरक्षित और प्रभावी टेलीकॉम उपयोग के लिए जागरूक बनाना है।
छात्र बनेंगे संचार मित्र
इंजीनियरिंग और तकनीकी पृष्ठभूमि वाले छात्रों को संचार मित्र के रूप में चुना जाता है। उन्हें नेशनल कम्युनिकेशंस एकेडमी – टेक्नोलॉजी और DoT के मीडिया विंग द्वारा प्रशिक्षण दिया जाता है। इनका मुख्य कार्य साइबर अपराध रोकथाम, टेलीकॉम सुरक्षा, और जिम्मेदार डिजिटल व्यवहार पर सामुदायिक सत्र आयोजित करना होता है।
साथ ही वे NGOs और स्थानीय निकायों के साथ मिलकर जनजागरूकता फैलाते हैं और नागरिकों को डिजिटल गवर्नेंस से जोड़ते हैं।
योजना के तीन प्रमुख स्तंभ
यह योजना तीन स्तंभों पर आधारित है:
CONNECT – नागरिकों और टेलीकॉम प्रणालियों के बीच पुल बनाना
EDUCATE – टेलीकॉम लाभ, EMF विकिरण के तथ्य, और फिशिंग या सिम फ्रॉड जैसे खतरों पर जानकारी देना
INNOVATE – छात्रों को टेलीकॉम अनुसंधान और नवाचार के लिए प्रेरित करना
Static GK तथ्य: दूरसंचार विभाग भारत सरकार के संचार मंत्रालय के अधीन कार्य करता है।
उन्नत प्रशिक्षण और राष्ट्रीय मंच
संचार मित्रों को 5G, 6G, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, और साइबर सुरक्षा जैसे आधुनिक क्षेत्रों में प्रशिक्षण मिलता है। यह केवल सैद्धांतिक नहीं बल्कि राष्ट्रीय परियोजनाओं, तकनीकी आयोजनों, और नवाचार चुनौतियों के ज़रिए व्यावहारिक है।
श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले छात्र India Mobile Congress, ITU मंचों, और शीर्ष टेलीकॉम संस्थानों में इंटर्नशिप का अवसर प्राप्त करते हैं।
भारत के डिजिटल भविष्य की नींव
यह योजना भारत को वैश्विक टेलीकॉम नेतृत्व की दिशा में ले जाने के दृष्टिकोण से जुड़ी है। यह डेमोक्रेसी, डेमोग्राफी, डिजिटाइज़ेशन और डिलीवरी जैसे शासन के मूल स्तंभों को मजबूत करती है।
Static GK टिप: भारत चीन के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा टेलीकॉम सब्सक्राइबर बेस वाला देश है।
प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों की भागीदारी
IITs, IIITs, NITs और अन्य इंजीनियरिंग कॉलेज इस योजना का मूल आधार हैं। ये संस्थान उपयुक्त छात्रों को नामांकित करते हैं, जिससे संरचित जागरूकता अभियान और प्रभावी कार्यान्वयन सुनिश्चित होता है।
यह शैक्षणिक उत्कृष्टता और जनसेवा को जोड़ने का एक आदर्श मॉडल बन चुका है।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
योजना आरंभकर्ता | दूरसंचार विभाग (DoT), संचार मंत्रालय |
योजना का उद्देश्य | डिजिटल साक्षरता, टेलीकॉम सुरक्षा, सामुदायिक जागरूकता |
स्वयंसेवी भूमिका | इंजीनियरिंग एवं तकनीकी छात्र एंबेसडर |
प्रशिक्षण संस्थान | नेशनल कम्युनिकेशंस एकेडमी, DoT मीडिया विंग |
तकनीकी विषय | 5G, 6G, AI, साइबर सुरक्षा |
प्रमुख अवसर | इंडिया मोबाइल कांग्रेस, ITU नीति मंच |
सहयोगी संस्थान | IITs, IIITs, NITs, इंजीनियरिंग कॉलेज |
जागरूकता प्रणाली | सामुदायिक सत्र, NGO साझेदारी, आउटरीच ड्राइव |
योजना के स्तंभ | CONNECT, EDUCATE, INNOVATE |
दीर्घकालिक लक्ष्य | भारत को वैश्विक टेलीकॉम नेता बनाना |