वैश्विक मंच पर भारत की पहल
सेविल (स्पेन) में आयोजित विकास के लिए वित्तपोषण पर 4वें अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन (FFD4) में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने निजी निवेश को आकर्षित करने के लिए एक सात–सूत्रीय रणनीति प्रस्तुत की। यह रणनीति भारत की विकास योजनाओं और संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों दोनों के अनुरूप है। इसका उद्देश्य सार्वजनिक वित्त पर निर्भरता को कम करते हुए निजी पूंजी का उपयोग बढ़ाना है।
वित्तीय बाजारों को सशक्त बनाना
सीतारमण ने कहा कि भारत को बैंकों को मजबूत करने और पूंजी बाजारों को गहरा करने की आवश्यकता है ताकि दीर्घकालिक बुनियादी ढांचे और औद्योगिक विकास के लिए निवेश प्रवाह बढ़ाया जा सके।
Static GK: भारत में पूंजी बाजारों का नियमन SEBI (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) करता है।
संस्थागत सुधार और जोखिम प्रबंधन
निवेशक अक्सर विकासशील देशों में जोखिम देखते हैं। इसे कम करने के लिए सीतारमण ने स्वतंत्र नियामक संस्थाएं, पारदर्शी निविदा प्रक्रियाएं, और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में सुधार जैसे संस्थागत सुधार की मांग की। इससे निवेशक विश्वास बढ़ेगा।
परियोजनाओं की तैयारी और मिश्रित वित्त
रणनीति में ऐसे परियोजना पाइपलाइन को विकसित करना शामिल है जो जोखिम मुक्त और निवेश–योग्य हो। साथ ही, पब्लिक–प्राइवेट फंडिंग को मिलाकर चलने वाला मिश्रित वित्त मॉडल, जैसे कि सॉवरेन ग्रीन बॉन्ड और इम्पैक्ट इन्वेस्टमेंट को भी बढ़ावा दिया जाएगा।
Static GK: भारत ने 2023 में पहला सॉवरेन ग्रीन बॉन्ड जारी किया था।
बहुपक्षीय संस्थाओं की भूमिका
सीतारमण ने मल्टीलेटरल डेवलपमेंट बैंकों (MDBs) और डेवलपमेंट फाइनेंस इंस्टीट्यूशन्स (DFIs) से अपील की कि वे तकनीकी विशेषज्ञता, गारंटी, और प्रारंभिक पूंजी देकर निजी निवेशकों के लिए जोखिम कम करें।
क्रेडिट रेटिंग में बदलाव की जरूरत
वित्त मंत्री ने अंतर्राष्ट्रीय क्रेडिट रेटिंग प्रणालियों में सुधार की बात कही। उन्होंने कहा कि रेटिंग मॉडल को दीर्घकालिक विकास क्षमता और आर्थिक लचीलापन पर आधारित होना चाहिए, न कि केवल अल्पकालिक संकेतकों पर।
एमएसएमई और जमीनी स्तर पर पूंजी तक पहुंच
रणनीति में MSME क्षेत्र को विशेष स्थान दिया गया है क्योंकि ये रोजगार और नवाचार के मुख्य स्रोत हैं। सरकार का लक्ष्य है कि महिला–नेतृत्व वाले और ग्रामीण स्टार्टअप भी पूंजी तक पहुंच हासिल करें।
Static GK: भारत में MSME क्षेत्र का GDP में योगदान लगभग 30% है।
Static Usthadian Current Affairs Table (Hindi)
विषय | विवरण |
सम्मेलन | FFD4, सेविल, स्पेन (2024) |
रणनीति | 7-सूत्रीय योजना, वित्त मंत्री द्वारा प्रस्तुत |
मिश्रित वित्त | सार्वजनिक और निजी निधियों का संयोजन |
ग्रीन बॉन्ड | भारत का पहला बॉन्ड – 2023 में जारी |
MSME योगदान | भारत के GDP का लगभग 30% |
क्रेडिट रेटिंग सुधार | दीर्घकालिक लचीलापन को महत्व |
पूंजी नियामक | SEBI |
निवेश अंतर (UNCTAD) | $2.5 ट्रिलियन प्रतिवर्ष |
संस्थागत भागीदार | MDBs और DFIs |
नीतिगत प्राथमिकता | ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में सुधार |