वन्यजीव संघर्ष के लिए लक्षित समाधान
11 जुलाई 2025 को, असम सरकार ने गज मित्र योजना की शुरुआत की, जिसका उद्देश्य राज्य में मानव–हाथी संघर्ष की घटनाओं को कम करना है। यह योजना उन 80 संवेदनशील क्षेत्रों पर केंद्रित है, जहां हाथियों और मनुष्यों के बीच टकराव सबसे अधिक होता है। इसका लक्ष्य दोनों पक्षों की सुरक्षा और सह–अस्तित्व को सुनिश्चित करना है।
संकट की गंभीरता
वाइल्डलाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के अनुसार, 2000 से 2023 के बीच असम में 1,400 से अधिक लोगों और 1,209 हाथियों की मृत्यु हाथियों से टकराव के कारण हुई। इनमें से 626 हाथी केवल करंट लगने से मरे — ज़्यादातर मामले अवैध बिजली बाड़ों से जुड़े हैं जो फसलों की रक्षा के लिए लगाए जाते हैं।
Static GK जानकारी: असम पूर्वी हिमालय क्षेत्र के हाथी आवास का एक प्रमुख भाग है और भारत के प्रमुख हाथी अभयारण्यों में शामिल है।
योजना के मुख्य उपाय
गज मित्र योजना के अंतर्गत बफर ज़ोन में बाँस और नैपियर घास की खेती की जाएगी, ताकि हाथियों को गांवों में प्रवेश किए बिना पर्याप्त भोजन मिल सके। इन पौधों की तेज़ वृद्धि और हाथियों के लिए स्वादिष्टता के कारण इन्हें चुना गया है।
साथ ही, संवेदनशील क्षेत्रों में रैपिड रिस्पांस टीमों को तैनात किया जाएगा जो गैर–घातक और पर्यावरण अनुकूल तरीकों से हाथियों के झुंडों को सुरक्षित दिशा में ले जाएंगी।
Static GK टिप: नैपियर घास को हाथियों सहित शाकाहारी प्रजातियों के संरक्षण के लिए उपयुक्त माना जाता है।
संकटग्रस्त क्षेत्र
गोलपारा, नागांव, सोनितपुर पश्चिम और कार्बी आंगलोंग पूर्व जैसे ज़िलों में हाथियों की मौतें सर्वाधिक दर्ज की गई हैं। गोलपारा जिला सबसे अधिक प्रभावित है, जहां सैकड़ों गांवों में बार–बार टकराव की घटनाएं सामने आती हैं।
वन गलियारों के नुकसान और वनों की कटौती ने हाथियों को खेती योग्य भूमि में प्रवेश करने के लिए मजबूर कर दिया है, जिससे फसल नष्ट होती है और जानलेवा टकराव होता है।
सह-अस्तित्व के लिए सामुदायिक मॉडल
योजना का मुख्य उद्देश्य स्थानीय लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करना है। ग्रामीणों को हाथियों की आवाजाही को बिना हिंसा के नियंत्रित करने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। सरकार साथ ही हाथी मार्गों को बहाल करने और प्राकृतिक आवास को जोड़ने की योजना भी बना रही है।
Static GK जानकारी: काज़ीरंगा–कार्बी आंगलोंग हाथी रिज़र्व, भारत के सबसे बड़े हाथी संरक्षित क्षेत्रों में से एक है, जो असम में हाथियों की आबादी को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
योजना का नाम | गज मित्र योजना |
प्रारंभ तिथि | 11 जुलाई 2025 |
राज्य | असम |
मुख्यमंत्री | हिमंता बिस्वा सरमा |
लक्षित क्षेत्र | 80 उच्च जोखिम वाले ज़ोन |
हाथी मृत्यु (2000–2023) | 1,209 |
मानव मृत्यु (2000–2023) | 1,400+ |
मुख्य प्रभावित जिले | गोलपारा, नागांव, सोनितपुर पश्चिम, कार्बी आंगलोंग पूर्व |
कार्यान्वयन निकाय | असम वन विभाग |
प्रमुख उपाय | बाँस व नैपियर घास रोपण, त्वरित प्रतिक्रिया दल, हाथी गलियारे |