भारत की सांख्यिकी विरासत का उत्सव
29 जून को भारत हर वर्ष राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस मनाता है, जो प्रो. प्रशांत चंद्र महालनोबिस की जयंती का प्रतीक है। उन्हें भारतीय सांख्यिकी का जनक माना जाता है। यह दिन उनके आर्थिक नियोजन, सांख्यिकीय अनुसंधान, और संस्थागत विकास में किए गए अमूल्य योगदान को श्रद्धांजलि अर्पित करता है।
पी.सी. महालनोबिस का योगदान
प्रो. महालनोबिस ने महालनोबिस दूरी नामक सांख्यिकीय उपाय विकसित किया, जो आज भी मल्टीवेरिएट डेटा विश्लेषण में उपयोग होता है। उन्होंने भारत की पंचवर्षीय योजनाओं के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और 1931 में भारतीय सांख्यिकीय संस्थान (ISI) की स्थापना की।
Static GK तथ्य: वह भारत के पहले योजना आयोग के सदस्य थे और द्वितीय पंचवर्षीय योजना में औद्योगीकरण को गति देने में अग्रणी रहे।
इस दिवस का महत्व
भारत सरकार ने 2007 में 29 जून को आधिकारिक रूप से राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस घोषित किया। इसका उद्देश्य नीति निर्माण, शासन और विकासीय योजनाओं में सांख्यिकी की भूमिका के प्रति जागरूकता फैलाना है। यह डेटा साक्षरता को बढ़ावा देता है और युवाओं को सांख्यिकी के क्षेत्र में करियर अपनाने के लिए प्रेरित करता है।
Static GK तथ्य: यह दिवस सांख्यिकी और कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय (MoSPI) द्वारा प्रारंभ किया गया था, जो भारत की राष्ट्रीय सांख्यिकी प्रणाली की निगरानी करता है।
देशभर में आयोजन
हर साल MoSPI एक थीम घोषित करता है जो किसी विशेष विकास क्षेत्र पर केंद्रित होता है। शैक्षणिक संस्थान और सरकारी निकाय व्याख्यान, पैनल चर्चा, संगोष्ठी जैसे कार्यक्रम आयोजित करते हैं, जिनमें सांख्यिकीविद्, शोधकर्ता और नीति निर्माता भाग लेते हैं। साथ ही प्रतियोगिताएं, प्रदर्शनियां और पुरस्कार भी आयोजित होते हैं।
Static GK Tip: पिछले वर्षों की थीम में सतत विकास लक्ष्य, स्वास्थ्य डेटा, और कृषि सांख्यिकी शामिल रहे हैं।
शासन में सांख्यिकी की भूमिका
विश्वसनीय आंकड़े शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, और बुनियादी ढांचे जैसे क्षेत्रों में नीति निर्माण की रीढ़ होते हैं। जीडीपी, बेरोजगारी, गरीबी और संसाधन आवंटन जैसे मुद्दों की माप केवल आंकड़ों से ही संभव है। यह दिवस सतत विकास के लिए पारदर्शी, समयबद्ध और सटीक आंकड़ों की आवश्यकता को उजागर करता है।
डेटा से भविष्य का निर्माण
यह दिवस भारत को सांख्यिकीय सोच की संस्कृति अपनाने और डेटा विज्ञान में क्षमता निर्माण की दिशा में प्रेरित करता है। भारत को चाहिए कि वह आधुनिक विश्लेषणात्मक और एआई टूल्स को अपने राष्ट्रीय आंकड़ा प्रणाली में शामिल करे। सांख्यिकी शिक्षा को बढ़ाकर युवा वर्ग को वैश्विक डेटा–आधारित नेतृत्व के लिए सशक्त बनाया जा सकता है।
Static Usthadian Current Affairs Table (Hindi)
विषय | विवरण |
आयोजन तिथि | 29 जून हर वर्ष |
पहली बार मनाया गया | 2007 |
सम्मानित व्यक्ति | प्रो. प्रशांत चंद्र महालनोबिस |
महालनोबिस द्वारा विकसित | महालनोबिस दूरी |
प्रमुख संस्था | भारतीय सांख्यिकीय संस्थान (ISI) |
डेटा संग्रह निकाय | राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण (NSS) |
संबंधित मंत्रालय | सांख्यिकी और कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय (MoSPI) |
योजना योगदान | भारत की पंचवर्षीय योजनाएं |
उद्देश्य | डेटा साक्षरता और सांख्यिकी जागरूकता |
प्रमुख उपयोग क्षेत्र | शासन, स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि |