डीआरडीओ ने शून्य से नीचे के अभियानों के लिए जीवन रक्षक सैन्य गियर लॉन्च किया
जनवरी 2025 में, रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने हिमकवच नामक एक बहु-परत कपड़ों की प्रणाली लॉन्च की, जिसे सियाचिन, लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश जैसे अत्यधिक ठंडे क्षेत्रों में तैनात भारतीय सैनिकों के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन किया गया है। यह प्रणाली +20°C से -60°C तक के तापमान में प्रभावी ढंग से कार्य करने में सक्षम है। हिमकवच, भारत की रक्षा तैयारियों में एक रणनीतिक नवाचार है।
हिमकवच क्या है?
हिमकवच (शाब्दिक अर्थ: “हिमालय का कवच”) केवल एक जैकेट नहीं, बल्कि एक मॉड्यूलर शीतकालीन पोशाक प्रणाली है जो ग्लेशियर युद्ध और उच्च ऊँचाई पर संचालन के लिए भारतीय सैनिकों की शारीरिक और सामरिक आवश्यकताओं को पूरा करती है। इसमें शामिल हैं:
- परत के अनुसार समायोजन की सुविधा
• उच्च सांस लेने योग्य डिज़ाइन
• नमी नियंत्रण
• बर्फ, हवा और वर्षा से सुरक्षा
इसका स्मार्ट डिज़ाइन इसे पारंपरिक आयातित गियर की तुलना में हल्का, गर्म और मिशन–उपयुक्त बनाता है।
बहु-परत डिज़ाइन: हर सिलाई में विज्ञान
हिमकवच तीन प्रमुख परतों में विभाजित है:
- अंदरूनी परत: नमी सोखने वाली सामग्री जो शरीर को सूखा रखती है
• मध्य परत: ऊष्मा संधारण के लिए जो शरीर की गर्मी को बनाए रखती है
• बाहरी परत: जलरोधी, वायुरोधी और सांस लेने योग्य — जो बर्फीली हवाओं और बर्फ़ीले तूफानों से रक्षा करती है
सैनिक अपने संचालन के अनुसार परतों को समायोजित कर सकते हैं जिससे आराम और युद्ध तत्परता दोनों सुनिश्चित होती है।
भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा सफल फील्ड परीक्षण
हिमकवच को वास्तविक परिस्थितियों में ऊँचाई वाले युद्ध अभ्यास के दौरान परीक्षण किया गया:
- गश्ती मिशन
• रात्रिकालीन निगरानी
• विस्तारित तैनाती
सैनिकों ने बेहतर गतिशीलता, ऊष्मा और आराम की रिपोर्ट दी — जो बर्फीले क्षेत्र में सतर्कता और सफलता के लिए महत्वपूर्ण है।
हिमकवच क्यों है एक रणनीतिक संपत्ति
भारत की चीन और पाकिस्तान के साथ सीमाएँ दुनिया के कुछ सबसे कठिन और बर्फ़ीले इलाकों से गुजरती हैं। इन क्षेत्रों में तैनात सैनिकों को:
- फ्रॉस्टबाइट और हाइपोथर्मिया का गंभीर खतरा रहता है
• यदि कपड़े सही न हों तो जीवन संकट में पड़ सकता है
हिमकवच विदेशी आपूर्ति पर निर्भरता को कम करता है और सदैव शीतकालीन तत्परता सुनिश्चित करता है — यह भारत की रक्षा क्षमता के लिए एक बल गुणक है।
स्थैतिक जीके स्नैपशॉट – परीक्षा हेतु
विषय | विवरण |
हिमकवच का पूरा नाम | “हिमालयन कवच” – शीतकालीन पोशाक प्रणाली |
विकसित किया | डीआरडीओ (रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन) |
तापमान सीमा | +20°C से -60°C |
तैनाती क्षेत्र | सियाचिन, लद्दाख, अरुणाचल प्रदेश |
विशेषताएँ | बहु-परत, ऊष्मा रोधी, जलरोधी, सांस लेने योग्य |
परीक्षण किया | भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा |
उद्देश्य | विदेशी गियर का स्थान लेना, सैनिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना |
डीआरडीओ मुख्यालय | नई दिल्ली |
डीआरडीओ स्थापना वर्ष | 1958 |