केरल बना संरक्षण प्रदर्शन में अग्रणी
केरल ने 2020–2025 की प्रबंधन प्रभावशीलता मूल्यांकन (MEE) में चंडीगढ़ के साथ संयुक्त रूप से शीर्ष स्थान हासिल किया है। पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय (MoEFCC) द्वारा आयोजित इस मूल्यांकन में भारत के 438 संरक्षित क्षेत्रों की समीक्षा की गई। केरल ने औसत 76.22% स्कोर प्राप्त किया, जबकि चंडीगढ़ को 85.16% मिला।
एमईई मूल्यांकन क्या मापता है?
MEE फ्रेमवर्क संरक्षित क्षेत्रों के प्रबंधन की गुणवत्ता का आकलन करता है – जिसमें योजना, निगरानी, आधारभूत संरचना और प्रजातियों का संरक्षण शामिल है। यह वैज्ञानिक मानकों के आधार पर जैव विविधता संरक्षण और प्रबंधन दक्षता की समीक्षा करता है।
स्थैतिक सामान्य ज्ञान तथ्य: एमईई प्रणाली को 2006 में विश्व संरक्षित क्षेत्रों आयोग (WCPA) की सिफारिशों के तहत शुरू किया गया था।
सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले राष्ट्रीय उद्यान
दो संरक्षित क्षेत्रों ने देश में सबसे अधिक 92.97% स्कोर प्राप्त किया:
एराविकुलम राष्ट्रीय उद्यान (केरल) और डाचीगाम राष्ट्रीय उद्यान (जम्मू और कश्मीर)। इनके अतिरिक्त, माथिकेट्टन शोला राष्ट्रीय उद्यान और चिन्नार वन्यजीव अभयारण्य क्रमशः पांचवें और छठवें स्थान पर रहे।
जिन क्षेत्रों में सुधार की आवश्यकता है
सभी संरक्षित क्षेत्र अच्छे प्रदर्शन नहीं कर पाए:
मंगलवनम पक्षी अभयारण्य में शहरी प्रदूषण और प्रबंधन योजना की कमी देखी गई। इडुक्की वन्यजीव अभयारण्य पर आवारा मवेशियों से दबाव बना रहा। वायनाड वन्यजीव अभयारण्य में मानव-वन्यजीव संघर्ष जारी रहा।
स्थैतिक सामान्य ज्ञान टिप: वायनाड अभयारण्य नीलगिरी जैवमंडल आरक्षित क्षेत्र का हिस्सा है, जिसे भारत का पहला यूनेस्को मानव और जैवमंडल कार्यक्रम के अंतर्गत मान्यता प्राप्त जैवमंडल आरक्षित क्षेत्र घोषित किया गया था।
सुधार के लिए सुझाए गए कदम
MEE रिपोर्ट में सुझाव दिए गए हैं:
- संघर्ष वाले क्षेत्रों से जनजातियों का पुनर्वास
- आक्रामक प्रजातियों पर नियंत्रण
- बेहतर पारिस्थितिक निगरानी प्रणाली
- चेदालथ रेंज को वायनाड से जोड़ने जैसे गलियारे मजबूत करना
एराविकुलम राष्ट्रीय उद्यान पर विशेष ध्यान
एराविकुलम, केरल का प्रमुख राष्ट्रीय उद्यान है जहां नीलगिरी तहर की सबसे अधिक संख्या पाई जाती है। यह उद्यान नीलकुरिंजी फूल के लिए प्रसिद्ध है, जो हर 12 वर्षों में एक बार खिलता है। यह पश्चिमी घाट के शोला-घासभूमि पारिस्थितिकी तंत्र का हिस्सा है।
स्थैतिक सामान्य ज्ञान तथ्य: पश्चिमी घाट दुनिया के आठ सबसे गर्म जैव विविधता हॉटस्पॉट्स में शामिल है।
केरल का संरक्षण के लिए रोडमैप
संरक्षण में निरंतर सुधार के लिए केरल सरकार की योजनाएं हैं:
- जिम्मेदार ईको-टूरिज्म का विकास
- समुदाय आधारित संरक्षण प्रयासों को प्रोत्साहन
- शोध संस्थानों और एनजीओ के साथ साझेदारी
- आधारभूत ढांचे और मानव संसाधन को अपग्रेड करना
ये प्रयास केरल की दीर्घकालिक जैव विविधता सुरक्षा की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं।
Static Usthadian Current Affairs Table
तथ्य | विवरण |
शीर्ष एमईई स्कोरर | केरल और चंडीगढ़ |
एमईई अवधि | 2020–2025 |
मूल्यांकित क्षेत्र | 438 संरक्षित क्षेत्र |
सर्वोच्च रैंकिंग उद्यान | एराविकुलम और डाचीगाम राष्ट्रीय उद्यान |
केरल का औसत स्कोर | 76.22% |
मंगलवनम की मुख्य समस्या | शहरी प्रदूषण |
नीलगिरी तहर आवास | एराविकुलम राष्ट्रीय उद्यान |
नीलकुरिंजी फूल का चक्र | हर 12 वर्षों में |
अनुशंसित कार्रवाई | चेदालथ रेंज को वायनाड से जोड़ना |
पश्चिमी घाट की मान्यता | यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल |