जुलाई 18, 2025 10:37 पूर्वाह्न

अमृत मिशन के 10 वर्ष: शहरी भारत का कायाकल्प

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10 Years of AMRUT Transforming Urban India

शहरी भारत में बदलाव की एक दशक लंबी यात्रा

अमृत (AMRUT) मिशन ने अपने 10 साल पूरे कर लिए हैं। 2015 में शुरू हुआ यह मिशन, भारत के शहरी इलाकों में जल आपूर्ति, सीवरेज, पार्क, रोशनी और सार्वजनिक परिवहन जैसी बुनियादी सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए शुरू किया गया था। अब तक 2 करोड़ से अधिक घरों में नल कनेक्शन और 1.5 करोड़ से ज्यादा घरों में सीवरेज कनेक्शन दिए जा चुके हैं।

अमृत का उद्देश्य क्या था?

अटल मिशन फॉर रेजुवेनेशन एंड अर्बन ट्रांसफॉर्मेशन (AMRUT) का लक्ष्य था कि शहरी जीवन अधिक सुविधाजनक और टिकाऊ बने। इसके अंतर्गत रियल टाइम निगरानी (SCADA), शहरी कर्मचारियों का प्रशिक्षण, और स्मार्ट सिटी समाधानों पर ज़ोर दिया गया। पार्कों और गैर-मोटर परिवहन को भी बढ़ावा मिला।

जल आपूर्ति और स्वच्छता में बड़ी उपलब्धियाँ

2015 से 2025 के बीच 2.03 करोड़ नल कनेक्शन दिए गए। AMRUT 2.0 के तहत 3,500 से अधिक जल परियोजनाएं, जिनकी लागत ₹1.14 लाख करोड़ है, मंजूर की गईं। 6,739 MLD सीवेज ट्रीटमेंट क्षमता जोड़ी गई, और फीकल स्लज प्रबंधन (FSM) जैसी तकनीकों से छोटे शहरों को मदद मिली।

ऊर्जा की बचत और पर्यावरण लाभ

अमृत के तहत 99 लाख स्ट्रीट लाइट्स को एलईडी में बदला गया, जिससे 666 करोड़ किलोवाटघंटे ऊर्जा की वार्षिक बचत हुई। यह लगभग 46 लाख टन CO₂ उत्सर्जन की रोकथाम के बराबर है।

हरित और समावेशी शहरी परिदृश्य

9,500 एकड़ क्षेत्र में फैले 544 जल निकायों का पुनर्जीवन हुआ, और AMRUT 2.0 में 3,000 से अधिक जल स्रोतों को पुनर्जीवित करने की योजना है। इससे भूजल स्तर और शहरी जैव विविधता को मजबूती मिली है।

सार्वजनिक परिवहन और यातायात में सुधार

शहरों को पैदल चलने योग्य बनाने के लिए फुटपाथ, साइकिल ट्रैक और बस रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (BRTS) विकसित किए गए। अंतिम मील कनेक्टिविटी के लिए फेरी सेवा, मल्टीलेवल पार्किंग जैसी पहल की गईं।

आर्थिक सहायता और नवाचार

13 शहरी निकायों ने ₹4,984 करोड़ म्युनिसिपल बॉन्ड्स से जुटाए90,000 से अधिक लोगों को प्रशिक्षण, और 120 स्टार्टअप्स को समर्थन मिला। AMRUT ने तकनीकी सबमिशन के जरिए नवाचारों को बढ़ावा दिया।

AMRUT 2.0 की विशेषताएँ

अक्टूबर 2021 में शुरू हुआ AMRUT 2.0 पूरे भारत के ULBs (Urban Local Bodies) को कवर करता है। इसकी कुल लागत ₹2.99 लाख करोड़ है और इसका लक्ष्य है कि 2026 तक सार्वभौमिक जल और सीवरेज कवरेज हासिल किया जाए। “जल ही अमृत” जैसी पहल से पुनः उपयोग और जल संरक्षण को प्रोत्साहन मिला है।

Static Usthadian Current Affairs Table

विषय विवरण
मिशन नाम अटल मिशन फॉर रेजुवेनेशन एंड अर्बन ट्रांसफॉर्मेशन (AMRUT)
शुरूआत का वर्ष 2015
कुल नल कनेक्शन 2.03 करोड़
कुल सीवरेज कनेक्शन 1.50 करोड़
AMRUT 2.0 जल परियोजनाएँ 3,568
स्वच्छता परियोजनाएँ 592
एलईडी स्ट्रीट लाइट्स 99 लाख
CO₂ उत्सर्जन में बचत 46 लाख टन/वर्ष
पुनर्जीवित जल निकाय 544 (AMRUT), 3,032 (AMRUT 2.0)
AMRUT 2.0 बजट ₹2.99 लाख करोड़
म्युनिसिपल बॉन्ड्स से जुटाई गई राशि ₹4,984 करोड़
जुड़े हुए ULBs 485 शहर (2025 तक)
प्रशिक्षित लोग 90,000+
मंत्रालय आवास और शहरी कार्य मंत्रालय (MoHUA)
10 Years of AMRUT Transforming Urban India
  1. भारतीय शहरों को ज़्यादा रहने लायक और टिकाऊ बनाने के लिए अमृत को 2015 में लॉन्च किया गया था।
  2. अब03 करोड़ से ज़्यादा शहरी घरों में नल के पानी के कनेक्शन हैं।
  3. इस योजना के तहत लगभग5 करोड़ घरों को सीवरेज कनेक्शन मिले हैं।
  4. 2021 में लॉन्च किए गए अमृत0 का लक्ष्य 2026 तक सभी को पानी और सीवर उपलब्ध कराना है।
  5. अमृत0 के तहत ₹1.14 लाख करोड़ की 3,568 जल परियोजनाओं को मंज़ूरी दी गई है।
  6. भारत ने अमृत के ज़रिए 6,739 MLD सीवेज ट्रीटमेंट क्षमता जोड़ी है।
  7. सीवर नेटवर्क के बिना छोटे शहरों के लिए फेकल स्लज मैनेजमेंट (FSM) शुरू किया गया।
  8. पुरानी लाइटों की जगह 99 लाख LED स्ट्रीट लाइट लगाई गईं, जिससे सालाना 666 करोड़ किलोवाट घंटे की बचत हुई।
  9. एलईडी प्रतिस्थापन के कारण वार्षिक CO₂ उत्सर्जन में 46 लाख टन की कमी आई।
  10. अमृत के तहत 544 जल निकायों का पुनरुद्धार किया गया; अमृत0 के तहत 3,032 और।
  11. पुनर्जीवित जल निकाय 9,500 एकड़ से अधिक क्षेत्र में फैले हैं, जो भूजल पुनर्भरण में सहायक हैं।
  12. अमृत ने फुटपाथ, साइकिल लेन और बीआरटी सिस्टम के साथ शहरी गतिशीलता में सुधार किया।
  13. परियोजनाओं ने फेरी सिस्टम और फुटब्रिज के माध्यम से अंतिम मील कनेक्टिविटी को बढ़ावा दिया।
  14. शहरी बुनियादी ढांचे के लिए 13 यूएलबी द्वारा ₹4,984 करोड़ मूल्य के नगरपालिका बांड जुटाए गए।
  15. प्लंबर और इंजीनियरों सहित 90,000 से अधिक लोगों ने शहरी विकास प्रशिक्षण प्राप्त किया।
  16. अमृत के तहत प्रौद्योगिकी उप-मिशन ने शहरी समस्या-समाधान में 120 स्टार्ट-अप का समर्थन किया।
  17. अमृत के तहत विकसित पार्कों में बुजुर्गों और बच्चों के लिए समावेशी सुविधाएँ शामिल थीं।
  18. “जल ही अमृत” पहल ने जल के पुनः उपयोग और स्थिरता को बढ़ावा दिया।
  19. 2025 तक 485 शहरों को अमृत के अंतर्गत शामिल किया गया है, जो कि व्यापक शहरी पहुंच को दर्शाता है।
  20. आवास और शहरी मामलों का मंत्रालय (MoHUA) अमृत योजनाओं को लागू करता है और उनकी निगरानी करता है।

Q1. अटल मिशन फॉर रीजुवेनेशन एंड अर्बन ट्रांसफॉर्मेशन (AMRUT) की शुरुआत कब हुई थी?


Q2. निम्नलिखित में से कौन सी प्रमुख पहल AMRUT 2.0 के तहत शुरू की गई है?


Q3. AMRUT योजना के तहत कितनी LED स्ट्रीट लाइटें लगाई गईं?


Q4. AMRUT 2.0 के लिए स्वीकृत बजट आवंटन कितना है?


Q5. AMRUT मिशन के क्रियान्वयन की जिम्मेदारी किस मंत्रालय की है?


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