तितलियों को समर्पित अभयारण्य
भारत ने पहली बार तितलियों के लिए विशेष रूप से समर्पित वन्यजीव अभयारण्य घोषित किया है। केरल के अऱालम वन क्षेत्र को अब अऱालम तितली अभयारण्य के रूप में पुनः नामित किया गया है। यह कदम सिर्फ एक नामांतरण नहीं, बल्कि 25 वर्षों की शोध, संरक्षण और सामुदायिक जागरूकता का परिणाम है। यह अभयारण्य पश्चिमी घाट की हरियाली में स्थित है और भारत में तितलियों के लिए पहला विशेष वन क्षेत्र बन गया है।
अऱालम को नया रूप
अऱालम वन्यजीव अभयारण्य, जो मूल रूप से 1984 में स्थापित हुआ था, अब तितली केंद्रित संरक्षित क्षेत्र के रूप में पुनः मान्यता प्राप्त कर चुका है। यह अभयारण्य 55 वर्ग किलोमीटर में फैला है और केरल के कन्नूर जिले में स्थित है। यह क्षेत्र उष्णकटिबंधीय और अर्ध–सदाबहार वनस्पति से भरपूर है, जो तितलियों के लिए एक आदर्श प्रजनन स्थल है।
समृद्ध तितली विविधता
यह अभयारण्य 266 से अधिक तितली प्रजातियों का घर है, जो केरल की कुल तितली आबादी का 80% से अधिक है। इनमें कॉमन अल्बाट्रॉस और डैनाइन प्रजातियाँ जैसी दुर्लभ तितलियाँ शामिल हैं। इन तितलियों का सबसे अच्छा समय दिसंबर से फरवरी के बीच देखने का होता है, जब इनका प्रवास काल होता है।
संरक्षण को विज्ञान का समर्थन
इस परिवर्तन के पीछे वर्षों का वैज्ञानिक अध्ययन है। मालाबार नेचुरल हिस्ट्री सोसाइटी के साथ मिलकर, पिछले 20 वर्षों से वार्षिक तितली सर्वेक्षण किए जा रहे हैं। इन अध्ययनों से यह स्पष्ट हुआ कि अऱालम न केवल जैव विविधता में समृद्ध है बल्कि यह एक महत्वपूर्ण प्रवास मार्ग भी है। हर साल जनवरी या फरवरी में तितली प्रवास अध्ययन कार्यक्रम भी आयोजित किया जाता है।
इसका महत्व क्या है?
इस अभयारण्य की स्थापना से दुर्लभ और संकटग्रस्त तितली प्रजातियों की रक्षा सुनिश्चित होगी। तितलियाँ प्राकृतिक परागणकर्ता होती हैं और उनका अस्तित्व पर्यावरण की स्वस्थता का संकेत माना जाता है। इस मान्यता से क्षेत्र में पर्यावरण पर्यटन को बढ़ावा, वित्तीय सहायता, और अन्य राज्यों में भी ऐसे मॉडल को अपनाने की प्रेरणा मिलेगी।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
स्थान | अऱालम, कन्नूर जिला, केरल |
नया नाम | अऱालम तितली अभयारण्य |
मूल स्थापना | 1984 |
क्षेत्रफल | 55 वर्ग किमी |
वन प्रकार | उष्णकटिबंधीय और अर्ध-सदाबहार |
कुल तितली प्रजातियाँ | 266+ |
प्रवास अवधि | दिसंबर से फरवरी |
दुर्लभ प्रजातियाँ | कॉमन अल्बाट्रॉस, डैनाइन |
सर्वेक्षण साझेदार | मालाबार नेचुरल हिस्ट्री सोसाइटी |
क्षेत्र | पश्चिमी घाट |