एक छोटी खोज, बड़ा महत्व
तमिलनाडु के नीलगिरी पर्वतों के कूनूर क्षेत्र में ड्राॅविडोजेक्को कूनूर (Dravidogecko coonoor) नाम की एक नई छिपकली (गेक्को) प्रजाति की खोज हुई है। यह खोज वैज्ञानिक ए. अबिनेश और उनकी टीम द्वारा की गई और इसे हाल ही में बायोनोमिना (Bionomina) जर्नल में प्रकाशित किया गया। यह खोज भारत के पश्चिमी घाटों की समृद्ध जैव विविधता को एक नया आयाम देती है, जो कि यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल भी है।
खोज कैसे हुई?
पहले यह छिपकली Hemidactylus anamallensis प्रजाति का हिस्सा मानी जाती थी। लेकिन फील्ड सर्वेक्षण और गहन विश्लेषण के बाद वैज्ञानिकों ने इसके स्वतंत्र लक्षणों की पहचान की और इसे एक नई प्रजाति घोषित किया। इस प्रक्रिया में ड्राॅविडोजेक्को वंश की आठ अन्य प्रजातियाँ भी पहचानी गईं, जिससे इस वंश में कुल प्रजातियों की संख्या नौ हो गई।
यह कहां पाई जाती है?
Dravidogecko coonoor को शहरी और प्राकृतिक दोनों प्रकार के वातावरण में देखा गया है। यह इमारतों की दीवारों, पेड़ों की छालों, और झाड़ियों वाले इलाकों में पाई जाती है। इसका प्राथमिक आवास पर्वतीय वन क्षेत्र (Montane Forest) है, जो बागान भूमि और आंशिक रूप से प्रभावित पारिस्थितिक तंत्रों को शामिल करता है।
यह प्रजाति केवल पश्चिमी घाटों के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में पाई जाती है और दुनिया के किसी और हिस्से में नहीं मिलती। इसका यह स्थानिक (endemic) स्वरूप इसे पारिस्थितिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण बनाता है।
संरक्षण की दृष्टि से क्यों महत्वपूर्ण?
यह प्रजाति किसी संरक्षित वन क्षेत्र में नहीं पाई जाती, जिससे यह मानव अतिक्रमण, जंगल कटाई, और आवास विखंडन जैसी समस्याओं की चपेट में है। वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि यदि समय पर संरक्षण उपाय नहीं किए गए, तो यह प्रजाति खतरे में पड़ सकती है। इसके आवास पर जलवायु परिवर्तन का प्रभाव भी चिंता का विषय है।
यह खोज क्या सिखाती है?
इस खोज से पता चलता है कि भारत की प्रकृति में आज भी कई छुपी हुई जैव विविधताएँ मौजूद हैं। यह वैज्ञानिक अनुसंधान के महत्व को रेखांकित करता है, जिससे हम न केवल नई प्रजातियों की पहचान करते हैं, बल्कि नीतिगत संरक्षण उपायों को भी सुदृढ़ करते हैं।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
प्रजाति का नाम | ड्राविडोजेक्को कूनूर |
खोज का स्थान | कूनूर, नीलगिरी, तमिलनाडु |
खोज का वर्ष | 2025 |
प्रमुख शोधकर्ता | ए. अबिनेश |
प्रकाशित जर्नल | बायोनोमिना |
संबंधित वंश | Dravidogecko |
पहले की पहचान | Hemidactylus anamallensis |
कुल ड्राविडोजेक्को प्रजातियाँ | 9 |
आवास प्रकार | पर्वतीय वन, बागान क्षेत्र |
Static GK तथ्य | पश्चिमी घाट – 2012 से यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल |