ग्रामीण घरों के लिए नई ऊर्जा
2024–25 में, भारत सरकार ने यह सुनिश्चित करने के लिए अपनी कोशिशों को तेज किया है कि कोई भी ग्रामीण परिवार बेघर न रहे। प्रधानमंत्री आवास योजना – ग्रामीण (PMAY-G) के माध्यम से, ग्रामीण विकास मंत्रालय ने महत्वाकांक्षी लक्ष्य और रिकॉर्ड बजट के साथ एक स्पष्ट दृष्टिकोण रखा है—ग्रामीण भारत को मजबूत पक्के घरों और गरिमा के साथ बदलना।
सपना: 2029 तक दो करोड़ घर
अब लक्ष्य है कि 2024 से 2029 के बीच दो करोड़ पक्के मकान बनाए जाएं, यानी हर साल लगभग 33 लाख घर। इसे वास्तविकता में बदलने के लिए, मंत्रालय ने वार्षिक समीक्षा के बजाय मासिक निगरानी प्रणाली अपनाई है, ताकि कोई भी गांव या परिवार छूट न जाए।
जनवरी 2025: ऊर्जावान शुरुआत
शुरुआत के लिए, सरकार का लक्ष्य है कि केवल जनवरी 2025 में 10 लाख घरों को स्वीकृति दी जाए। यह सिर्फ कागज़ी कार्यवाही नहीं है—पहली किस्त की राशि तुरंत जारी की जाएगी, जिससे परिवार बिना देरी के निर्माण शुरू कर सकें। यह ग्रामीण परियोजनाओं में देरी को कम करने की दिशा में एक बड़ी पहल है।
अब तक का सबसे बड़ा बजट
2024–25 के लिए PMAY-G को ₹54,500 करोड़ का रिकॉर्ड बजट आवंटित किया गया है। यह इस योजना के शुरुआत से अब तक का सबसे बड़ा वार्षिक बजट है। यह राशि न केवल निर्माण लागत को कवर करेगी, बल्कि सामग्री, तकनीकी सहायता और समय पर भुगतान सुनिश्चित करने में भी मदद करेगी।
अन्य योजनाओं के साथ समन्वय: रोज़गार और सड़कें
सरकार ने PMAY-G को अन्य ग्रामीण योजनाओं से जोड़ा है ताकि बेहतर परिणाम मिलें।
MGNREGS के तहत ग्रामीण लोग निर्माण कार्य में नियोजित होकर घर भी पाएंगे और रोज़गार भी। वहीं, PMGSY योजना के माध्यम से, नवनिर्मित घरों को हर मौसम में उपयोगी सड़कों से जोड़ा जा रहा है। यह मॉडल सिर्फ घर नहीं, पूरा समुदाय बना रहा है।
2016 से अब तक की प्रगति
यह योजना नई नहीं है। 2016 में शुरू होने के बाद से, PMAY-G के तहत 2 करोड़ से अधिक घर दिए जा चुके हैं। लाभार्थियों की पहचान सामाजिक–आर्थिक जाति जनगणना (SECC) के माध्यम से की जाती है। प्रत्येक घर में शौचालय, बिजली, एलपीजी और पीने का पानी की सुविधाएं होती हैं। यह सिर्फ एक आश्रय नहीं, एक जीवन स्तर की उन्नति है।
आंकड़ों के पीछे मानवीय कहानी
झारखंड की विधवा सीता देवी को लें। कुछ समय पहले तक वह मिट्टी की झोपड़ी में रहती थीं। PMAY-G में शामिल होने के बाद, उन्हें ₹1.2 लाख की राशि किस्तों में मिली, और स्थानीय अधिकारियों ने भी मदद की। अब वह एक सुरक्षित, कंक्रीट के घर में, स्वच्छ जल और बिजली के साथ रहती हैं। यह सिर्फ एक उदाहरण है, जो दिखाता है कि यह योजना वास्तव में ज़मीन पर असरदार है।
STATIC GK SNAPSHOT – प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए जानकारी सारांश
विषय | तथ्य |
PMAY-G का पूर्ण रूप | प्रधानमंत्री आवास योजना – ग्रामीण |
शुरुआत वर्ष | 2016 |
नया लक्ष्य समय–सीमा | 2024 से 2029 |
कुल घरों का लक्ष्य | 2 करोड़ घर |
जनवरी 2025 का लक्ष्य | 10 लाख घरों की स्वीकृति |
2024–25 का बजट | ₹54,500 करोड़ |
जुड़ी योजनाएं | MGNREGS (रोजगार), PMGSY (सड़कें) |
लाभार्थी पहचान | सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना (SECC) |
प्रमुख सुविधाएं घरों में | शौचालय, बिजली, एलपीजी, पीने का पानी |