भारत में शहद उत्पादन में निरंतर वृद्धि
पिछले एक दशक में भारत के शहद उत्पादन में 60% की उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है। हाल ही में प्रधानमंत्री ने इस बढ़ोतरी को रेखांकित किया, जो ग्रामीण आजीविका, कृषि व्यवसाय और निर्यात में एक बड़ा योगदान मानी जा रही है। 2013–14 में जहां भारत का औसत वार्षिक उत्पादन 70,000 से 75,000 मीट्रिक टन था, वहीं 2024–25 तक यह बढ़कर लगभग 1.25 लाख मीट्रिक टन हो गया है। इससे किसानों और मधुमक्खी पालकों को आर्थिक लाभ मिला है और स्थायी कृषि को भी बढ़ावा मिला है।
भारत वैश्विक शहद उत्पादकों में शीर्ष पर
भारत अब दुनिया का सातवां सबसे बड़ा शहद उत्पादक देश बन चुका है। हालांकि चीन अभी भी उत्पादन और निर्यात में अग्रणी है, लेकिन भारत सरकारी सहायता, कृषि वानिकी और आधुनिक अपिकल्चर तकनीकों की मदद से लगातार अंतर को कम कर रहा है। गुणवत्ता मानकों में सुधार और अंतरराष्ट्रीय बाज़ारों तक पहुंच के चलते भारत की वैश्विक स्थिति मजबूत हुई है।
शहद उत्पादन में अग्रणी राज्य
2022–23 में भारत के कई राज्यों ने शहद उत्पादन में प्रमुख भूमिका निभाई। उत्तर प्रदेश सबसे आगे रहा, जिसकी हिस्सेदारी लगभग 17% थी, जबकि पश्चिम बंगाल ने 16% का योगदान दिया। अन्य प्रमुख राज्य हैं:
- पंजाब
- बिहार
- राजस्थान
इन राज्यों में फसल विविधता और वनस्पति संसाधनों की भरमार है, जो मधुमक्खी पालन के लिए आदर्श माने जाते हैं।
शहद का बड़ा हिस्सा निर्यात
भारत अपने शहद का 50% से अधिक हिस्सा निर्यात करता है। शुद्धता और गुणवत्ता अंतरराष्ट्रीय व्यापार में निर्णायक भूमिका निभाते हैं। 2023–24 में भारतीय शहद निम्नलिखित वैश्विक बाज़ारों तक पहुँचा:
- संयुक्त राज्य अमेरिका (USA)
- संयुक्त अरब अमीरात (UAE)
- सऊदी अरब
- कतर
- लीबिया
इससे भारत की पहचान प्राकृतिक और शुद्ध शहद के निर्यातक के रूप में और अधिक मजबूत हुई है।
आय और स्वास्थ्य का साधन
मधुमक्खी पालन हजारों ग्रामीण परिवारों के लिए स्थायी आय का साधन है। यह कृषि को परागण के ज़रिए मदद करता है और फसल उत्पादन में वृद्धि करता है। साथ ही, शहद पोषण, स्वास्थ्य और पारंपरिक औषधियों में भी उपयोगी है। भारत में प्राकृतिक और जैविक उत्पादों की बढ़ती मांग ने शहद की घरेलू खपत को भी बढ़ावा दिया है, विशेष रूप से शहरी स्वास्थ्य–जागरूक वर्ग में।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
उत्पादन वृद्धि | 11 वर्षों में 60% वृद्धि |
पूर्व उत्पादन स्तर | 70,000–75,000 मीट्रिक टन/वर्ष |
वर्तमान उत्पादन | लगभग 1.25 लाख मीट्रिक टन |
वैश्विक रैंक | 7वां सबसे बड़ा शहद उत्पादक |
शीर्ष उत्पादक देश | चीन |
प्रमुख भारतीय राज्य | उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, पंजाब, बिहार, राजस्थान |
निर्यात अनुपात | कुल उत्पादन का 50% से अधिक |
निर्यात गंतव्य देश | USA, UAE, सऊदी अरब, कतर, लीबिया |
वृद्धि की प्रमुख घोषणा वर्ष | 2025 |
सरकारी समर्थन | अपिकल्चर योजनाएं और प्रशिक्षण |