कालाजार के खिलाफ ऐतिहासिक समझौता
छह पूर्वी अफ्रीकी देशों—चाड, जिबूती, इथियोपिया, सोमालिया, दक्षिण सूडान और सूडान—ने कालाजार (विसरल लीशमैनियासिस) जैसी घातक और उपेक्षित उष्णकटिबंधीय बीमारी के उन्मूलन के लिए ऐतिहासिक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं। यह समझौता 78वीं विश्व स्वास्थ्य सभा (WHA) में जिनेवा में हुआ, जिसे विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और अफ्रीकी संघ (AU) द्वारा आयोजित किया गया। यह पहल गरीबी-प्रभावित क्षेत्रों को बीमारी से मुक्त करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
कालाजार: बीमारी और प्रभाव
कालाजार एक परजीवी जनित बीमारी है, जो लंबे समय तक बुखार, वजन घटाव और यकृत तथा प्लीहा के आकार में वृद्धि जैसे लक्षणों के रूप में प्रकट होती है। इलाज न होने पर यह लगभग हमेशा जानलेवा होती है। पूर्वी अफ्रीका में वैश्विक मामलों के 70% से अधिक सामने आते हैं, जिनमें 15 वर्ष से कम आयु के बच्चे सबसे अधिक प्रभावित होते हैं। यह न केवल स्वास्थ्य संकट है, बल्कि आजीविका और सामाजिक संरचना को भी गहरा नुकसान पहुंचाता है।
क्षेत्रीय सहयोग और नवाचार की दिशा में कदम
यह समझौता सीमा–पार सहयोग, स्वास्थ्य ढांचे में संयुक्त निवेश, और नई मौखिक चिकित्सा विधियों को बढ़ावा देने पर केंद्रित है। DNDi के लुइस पिजारो ने इलाज के लिए सुरक्षित और प्रभावी मौखिक दवाओं की तत्काल आवश्यकता पर जोर दिया। जून 2024 में अपनाए गए रोग उन्मूलन ढांचे को इन देशों द्वारा लागू किया जाएगा।
उपेक्षित रोगों के खिलाफ व्यापक अफ्रीकी अभियान
इन छह देशों के अलावा कैमरून, नाइजीरिया, नाइजर, सेनेगल और तंजानिया जैसे देश भी अन्य NTDs के खिलाफ प्रयास तेज कर रहे हैं। इसके लिए Integrated Disease Surveillance and Response (IDSR) जैसे उपकरणों का उपयोग करके डेटा साझाकरण और प्रकोप निगरानी को मजबूत किया जा रहा है। मई 2025 तक, 56 देशों ने कम से कम एक NTD को समाप्त कर दिया है, जिसमें टोगो और बेनिन प्रेरणादायक उदाहरण हैं।
वैश्विक स्वास्थ्य एकता की आवश्यकता
WHA ने Call for Action जारी करते हुए क्षेत्रीय रणनीतियों, ज्ञान-साझाकरण और समन्वित स्वास्थ्य नीतियों की आवश्यकता पर जोर दिया। चूंकि NTDs सीमाओं तक सीमित नहीं, इसीलिए लक्ष्य केवल उन्मूलन नहीं, बल्कि लचीले और दीर्घकालिक स्वास्थ्य तंत्र का निर्माण भी है, जो भविष्य में इन रोगों को फैलने से रोक सके।
STATIC GK SNAPSHOT
विषय | विवरण |
लक्षित रोग | विसरल लीशमैनियासिस (कालाजार) |
हस्ताक्षरकर्ता देश | चाड, जिबूती, इथियोपिया, सोमालिया, दक्षिण सूडान, सूडान |
आयोजन | 78वीं विश्व स्वास्थ्य सभा (जिनेवा, 2025) |
आयोजक | विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और अफ्रीकी संघ (AU) |
सहयोगी ढांचा | Integrated Disease Surveillance and Response (IDSR) |
अतिरिक्त भागीदार | कैमरून, नाइजीरिया, नाइजर, सेनेगल, तंजानिया |
अब तक सफलता | मई 2025 तक 56 देशों ने कम से कम एक NTD समाप्त किया (टोगो, बेनिन शामिल) |