लहरों में बदलाव: सागर में सम्मान का उद्देश्य
भारत सरकार ने समुद्री क्षेत्र में लैंगिक असमानता को खत्म करने के लिए एक साहसिक कदम उठाया है—‘सागर में सम्मान’ पहल। इसे केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल द्वारा ‘अंतरराष्ट्रीय महिला समुद्री दिवस’ पर शुरू किया गया। इस योजना का उद्देश्य बंदरगाह संचालन से लेकर बोर्डरूम नेतृत्व तक हर स्तर पर महिलाओं की भागीदारी बढ़ाना है। यह पहल विविधता, समानता और समावेशन (DEI) के सिद्धांतों पर आधारित है, जिससे महिलाएं केवल शामिल ही नहीं, बल्कि सशक्त भी बनें।
महिला नाविकों की बढ़ती संख्या: एक सकारात्मक रुझान
जहां पहले समुद्री कार्यबल पुरुष प्रधान था, अब वहाँ बदलाव की लहरें दिख रही हैं। 2014 में भारत में केवल 341 महिला नाविक थीं, जबकि 2024 तक यह संख्या बढ़कर 2,557 हो गई—जो 649% की वृद्धि है। इसी अवधि में सरकार ने समुद्री करियर की ओर बढ़ने वाली लगभग 3,000 महिलाओं को वित्तीय सहायता भी प्रदान की। ये आँकड़े महिला प्रवेश बाधाओं को हटाने की दिशा में सरकार की रणनीतिक पहल को दर्शाते हैं।
इस नीति को क्या बनाता है विशेष?
‘सागर में सम्मान’ केवल एक प्रतीकात्मक योजना नहीं है, बल्कि यह योजना, प्रशिक्षण, शोध और सामुदायिक सहभागिता जैसे तत्वों को समाहित करती है ताकि समुद्री क्षेत्र में व्यवस्थागत बदलाव लाया जा सके। शिपिंग कंपनियों को महिला नियुक्ति के लिए प्रोत्साहन, तकनीकी प्रशिक्षण के लिए छात्रवृत्तियाँ, और नेतृत्व कौशल विकास इसके भाग हैं। यह सुनिश्चित करता है कि महिलाएं केवल कार्यक्षेत्र में न हों, बल्कि निर्णायक पदों पर भी पहुँचें।
इस योजना का एक महत्त्वपूर्ण घटक सुरक्षा है—लैंगिक पूर्वाग्रह और उत्पीड़न से मुक्त कार्य वातावरण। कार्यशालाएँ और मेंटरशिप कार्यक्रम इस दिशा में कार्यरत हैं।
प्रेरणास्रोत महिलाएं और भविष्य की दिशा
इस योजना की शुरुआत पर, समुद्री क्षेत्र की 10 प्रेरणादायी महिलाओं को सम्मानित किया गया, जो भावी पीढ़ी के लिए रोल मॉडल बन सकती हैं। ये महिलाएं यह दर्शाती हैं कि शिपिंग और नेविगेशन जैसे क्षेत्रों में लैंगिक रूढ़ियों को तोड़कर राष्ट्रीय प्रगति संभव है।
आगे देखते हुए, सरकार का लक्ष्य है कि 2030 तक तकनीकी समुद्री क्षेत्रों में महिलाओं की भागीदारी 12% तक हो। यह संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्य 5 (लैंगिक समानता) के साथ मेल खाता है और भारत के समावेशी और सतत आर्थिक विकास की प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।
STATIC GK SNAPSHOT
विशेषता | विवरण |
योजना का नाम | सागर में सम्मान |
शुरू किया | केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल |
शुभारंभ अवसर | अंतरराष्ट्रीय महिला समुद्री दिवस |
महिला भागीदारी लक्ष्य | 2030 तक तकनीकी क्षेत्रों में 12% |
महिला नाविकों की वृद्धि (2014–2024) | 341 से बढ़कर 2,557 (649% वृद्धि) |
वित्तीय सहायता प्राप्तकर्ता | लगभग 3,000 महिलाएं |
वैश्विक समन्वय | अंतरराष्ट्रीय समुद्री संगठन (IMO) |
राष्ट्रीय नीति फोकस | विविधता, समानता, समावेशन (DEI) |