ओडिशा ने पाया वित्तीय प्रदर्शन में पहला स्थान
नीति आयोग द्वारा जारी वित्तीय स्वास्थ्य सूचकांक (Fiscal Health Index 2025) में ओडिशा ने पूरे देश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। इस सफलता का कारण राज्य की सुदृढ़ ऋण प्रबंधन नीति, राजस्व वृद्धि, और वित्तीय अनुशासन है। ओडिशा ने 67.8 अंक प्राप्त किए हैं, जो इसे एक आर्थिक रूप से सशक्त और भविष्य उन्मुख राज्य के रूप में प्रस्तुत करता है।
छत्तीसगढ़ और गोवा शीर्ष तीन में
छत्तीसगढ़ ने दूसरा स्थान प्राप्त किया है, जिसकी वजह है इसका संतुलित बजट प्रबंधन और स्थायी व्यय पर जोर। गोवा, जो आकार और जनसंख्या की दृष्टि से छोटा राज्य है, ने राजस्व संग्रहण में उत्कृष्ट प्रदर्शन के कारण तीसरा स्थान प्राप्त किया है।
प्रभावशाली प्रदर्शन वाले अन्य राज्य
झारखंड, गुजरात और महाराष्ट्र जैसे राज्यों ने भी प्रभावी व्यय प्रबंधन और राजकोषीय अनुशासन के कारण सूची में महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त किया है। इन राज्यों ने स्वास्थ्य, शिक्षा और अवसंरचना जैसे सामाजिक क्षेत्रों में संसाधनों का बेहतर उपयोग कर समावेशी विकास को बढ़ावा दिया है।
क्या है वित्तीय स्वास्थ्य सूचकांक?
Fiscal Health Index (FHI) नीति आयोग द्वारा विकसित एक समग्र मापक है, जो भारतीय राज्यों के बजट प्रबंधन, सार्वजनिक निवेश की दक्षता, और ऋण नियंत्रण का मूल्यांकन करता है। यह सूचकांक राज्यीय वित्तीय जवाबदेही और आपसी प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देता है, जिससे राज्य जिम्मेदार शासन की दिशा में काम कर सकें।
STATIC GK SNAPSHOT
रैंक | राज्य | FHI स्कोर | प्रमुख विशेषताएं |
1 | ओडिशा | 67.8 | ऋण नियंत्रण, राजस्व वृद्धि |
2 | छत्तीसगढ़ | 55.2 | संतुलित व्यय, न्यून ऋण |
3 | गोवा | 53.6 | उच्च राजस्व संग्रहण |
4 | झारखंड | 51.6 | राजकोषीय अनुशासन, मध्यम ऋण |
5 | गुजरात | 50.5 | व्यय दक्षता, ऋण स्थिरता |
6 | महाराष्ट्र | 50.3 | मजबूत राजस्व आधार, प्रभावी व्यय |
7 | उत्तर प्रदेश | 45.9 | ऋण स्थिरता उपाय |
8 | तेलंगाना | 43.6 | प्रभावशाली राजस्व संग्रहण |
9 | मध्य प्रदेश | 42.2 | सार्वजनिक व्यय की गुणवत्ता |
10 | कर्नाटक | 40.8 | नियंत्रित व्यय, न्यून वित्तीय बोझ |