हिमालयी परिदृश्य में एक दुर्लभ प्रजाति का स्वर्ग
लद्दाख ने हिम तेंदुओं के लिए दुनिया का सबसे प्रमुख आश्रय स्थल बनकर उभरा है। यहां भारत के कुल 709 हिम तेंदुओं में से 477 पाए गए हैं, जो राष्ट्रीय आबादी का लगभग 68% है। लद्दाख के 47,000 वर्ग किलोमीटर से अधिक के निर्बाध भूभाग में हेमिस नेशनल पार्क जैसे क्षेत्रों में 2.07 तेंदुए प्रति 100 किमी² की रिकॉर्ड घनत्व देखी गई है, जो इसे सबसे सुरक्षित आवासों में से एक बनाती है।
सर्वेक्षण के पीछे की वैज्ञानिक पद्धति
इस रिपोर्ट की खासियत इसकी गहन वैज्ञानिक विधि है। 59,150 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में किए गए सर्वेक्षण में कैमरा ट्रैप, मैदान सर्वेक्षण, और हैबिटेट मॉडलिंग का संयोजन किया गया। यह सामान्य जनगणना नहीं थी, बल्कि हिम तेंदुओं और उनके शिकार प्रजातियों की वास्तविक समय की गतिविधियों को समझने का प्रयास था।
लद्दाख ही क्यों?
लद्दाख का ऊबड़–खाबड़ भूगोल, न्यूनतम मानव हस्तक्षेप, और स्थानीय सांस्कृतिक सहिष्णुता हिम तेंदुओं के लिए उपयुक्त पर्यावरण बनाते हैं। नीली भेड़, हिमालयी इबेक्स, और तिब्बती उरियल जैसे शिकार प्रजातियों की सुरक्षा में स्थानीय विभागों और समुदायों ने उल्लेखनीय भूमिका निभाई है। इससे तेंदुओं की प्राकृतिक खाद्य श्रृंखला सुरक्षित बनी रहती है।
संरक्षण की चुनौतियाँ
हालाँकि यह सफलता प्रेरणादायक है, फिर भी कई संरक्षण संबंधी चुनौतियाँ मौजूद हैं। IUCN द्वारा 2017 में हिम तेंदुए को ‘लुप्तप्राय‘ से ‘असुरक्षित‘ वर्ग में स्थानांतरित किए जाने पर चिंता जताई गई है, क्योंकि यह गलत धारणा बना सकता है कि प्रजाति अब सुरक्षित है। हर साल विश्व स्तर पर 221 से 450 तेंदुओं का अवैध शिकार होता है, जिससे लद्दाख जैसे संरक्षित क्षेत्रों पर भी दबाव पड़ता है।
समुदाय-आधारित संरक्षण की भूमिका
इस अध्ययन से स्पष्ट होता है कि समुदाय–नेतृत्व वाले संरक्षण की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। स्थानीय पशुपालकों और पारंपरिक ज्ञान को शामिल कर बनाई गई योजनाएं सफल रही हैं। जैसे-जैसे पर्यटन और विकास इन संवेदनशील क्षेत्रों में बढ़ते हैं, स्थानीय भागीदारी ही वन्यजीवों और आजीविका के बीच संतुलन बनाए रखने की कुंजी होगी।
STATIC GK SNAPSHOT
विषय | विवरण |
भारत में कुल हिम तेंदुए | 709 |
लद्दाख में पाए गए हिम तेंदुए | 477 (राष्ट्रीय आबादी का 68%) |
उच्चतम घनत्व क्षेत्र | हेमिस नेशनल पार्क (2.07 प्रति 100 किमी²) |
लद्दाख का कुल आवास क्षेत्र | 47,572 किमी² |
सर्वेक्षण क्षेत्र | 59,150 किमी² |
सर्वेक्षण विधियाँ | कैमरा ट्रैप, फील्ड सर्वेक्षण, हैबिटेट मॉडलिंग |
प्रमुख शिकार प्रजातियाँ | नीली भेड़, हिमालयी इबेक्स, तिब्बती उरियल |
हिम तेंदुआ की IUCN स्थिति | असुरक्षित (2017 से) |
वैश्विक शिकार अनुमान | 221–450 प्रति वर्ष |
संरक्षण मॉडल | समुदाय-आधारित योजना और निगरानी |