जनजातीय गांव ने दिखाई नई राह
महाराष्ट्र के धुले जिले के शिरपूर तालुका में स्थित 100% जनजातीय आबादी वाले रोहिणी ग्राम पंचायत ने राष्ट्रीय ई–गवर्नेंस पुरस्कार 2025 में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया। 1.45 लाख प्रविष्टियों में से यह पंचायत जमीनी स्तर की पहलों की श्रेणी में सबसे ऊपर रही।
डिजिटल उत्कृष्टता के लिए सम्मान
यह पुरस्कार प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग (DARPG) तथा पंचायती राज मंत्रालय द्वारा प्रदान किया गया। इसका उद्देश्य ग्रामीण भारत में डिजिटल गवर्नेंस को सम्मानित करना है। रोहिणी पंचायत की यह सफलता दर्शाती है कि अनुसूचित क्षेत्र में भी प्रतिबद्ध प्रयासों से प्रशासनिक बदलाव संभव है।
950 से अधिक सेवाएं डिजिटल रूप से उपलब्ध
रोहिणी पंचायत 956 से अधिक डिजिटल सेवाएं प्रदान करती है – जैसे कि जन्म–मृत्यु प्रमाणपत्र WhatsApp और ईमेल के माध्यम से, ऑनलाइन शुल्क भुगतान, और सेवाओं की रीयल–टाइम ट्रैकिंग। यह सभी सेवाएं महाराष्ट्र सार्वजनिक सेवा अधिकार अधिनियम के तहत सिर्फ 7 कार्यदिवसों में नागरिकों को उपलब्ध कराई जाती हैं।
सरकारी सेवाओं के डिजिटलीकरण से गाँववालों को न केवल समय की बचत होती है, बल्कि उनका खर्च भी कम होता है।
रोहिणी को अलग क्या बनाता है?
यह पंचायत सिर्फ सॉफ्टवेयर और सर्वर तक सीमित नहीं है, बल्कि यह लोगों से जुड़कर काम करती है। YouTube, Facebook और Instagram जैसे सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म का सक्रिय उपयोग एक जनजातीय गाँव के लिए बहुत बड़ी बात है।
पंचायत की प्रमुख डिजिटल पहलों में शामिल हैं:
- शिक्षा: छात्र उपस्थिति और स्कूल रिकॉर्ड ऑनलाइन
- स्वास्थ्य: टीकाकरण सूचना और स्वास्थ्य अलर्ट डिजिटल रूप में
- कल्याण: आंगनवाड़ी, मातृत्व और बाल पोषण की जानकारी ऑनलाइन
- कृषि और पशुपालन: किसानों को मौसम जानकारी और सब्सिडी अपडेट डिजिटल रूप से
पुरस्कार से परे पहचान
राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान मिलने से पहले, रोहिणी को महाराष्ट्र सरकार द्वारा पहले ही ई–गवर्नेंस मॉडल पंचायत के रूप में मान्यता दी जा चुकी थी। अब स्वर्ण पुरस्कार के साथ यह गांव डिजिटल इंडिया विज़न के तहत एक मानक बन गया है।
अन्य पुरस्कार विजेता पंचायतें
- रजत पुरस्कार: वेस्ट मजलिशपुर ग्राम पंचायत, त्रिपुरा
- जूरी पुरस्कार: पालसाना (गुजरात) और सुकाती (ओडिशा)
ये उदाहरण दर्शाते हैं कि देश भर की पंचायतें अब डिजिटल युग में प्रवेश कर रही हैं।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
स्थान | रोहिणी, शिरपूर तालुका, धुले, महाराष्ट्र |
प्राप्त पुरस्कार | स्वर्ण, राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस पुरस्कार 2025 |
प्रदानकर्ता | DARPG और पंचायती राज मंत्रालय |
कुल प्रविष्टियाँ | 1.45 लाख |
डिजिटलीकृत सेवाएं | 956+ |
लागू क़ानून | महाराष्ट्र सार्वजनिक सेवा अधिकार अधिनियम |
प्रयुक्त सोशल मीडिया | YouTube, Facebook, Instagram |
जनजातीय स्थिति | 100% अनुसूचित जनजाति गाँव |
अन्य विजेता पंचायतें | त्रिपुरा, गुजरात, ओडिशा की पंचायतें |
आयोजन का नाम | 28वीं राष्ट्रीय ई-गवर्नेंस कॉन्फ्रेंस |