जुलाई 18, 2025 9:06 पूर्वाह्न

भारत बना विश्व का सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश, प्रजनन दर प्रतिस्थापन स्तर से नीचे

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भारत ने जनसंख्या की ऐतिहासिक सीमा पार की

भारत की जनसंख्या वर्ष 2025 में आधिकारिक रूप से 1.46 अरब तक पहुँच गई है, जिससे भारत चीन को पीछे छोड़ते हुए दुनिया का सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश बन गया है। यह केवल आँकड़ों की बात नहीं है, बल्कि यह सामाजिक बदलाव, घटती प्रजनन दर और बढ़ती जीवन प्रत्याशा को दर्शाता है। संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (UNFPA) के अनुसार, भारत की जनसंख्या लगभग 2060 के दशक की शुरुआत में 1.7 अरब पर पहुँचकर धीरे-धीरे कम होने लगेगी।

प्रतिस्थापन स्तर से नीचे पहुंची प्रजनन दर

रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत की कुल प्रजनन दर (TFR) अब 1.9 बच्चों प्रति महिला है, जो कि प्रत्यावर्तन स्तर 2.1 से कम है। इसका अर्थ है कि औसतन भारतीय महिलाएं अब इतनी संतानें नहीं जन्म दे रही हैं जिससे अगली पीढ़ी की जनसंख्या स्थिर बनी रह सके। यह बदलाव अचानक नहीं हुआ, बल्कि यह शिक्षा, सामाजिक सुधार और प्रजनन स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतर उपलब्धता का परिणाम है।

संयुक्त राष्ट्र की दृष्टि से प्रजनन में बदलाव

UNFPA की 2025 कीस्टेट ऑफ वर्ल्ड पॉपुलेशन रिपोर्ट जिसका शीर्षक है रियल फर्टिलिटी क्राइसिस, यह बताती है कि घटती प्रजनन दर को लेकर घबराने की आवश्यकता नहीं है। इसके बजाय, फोकस इस पर होना चाहिए कि लोग अपनी पसंद के अनुसार परिवार नियोजन कर सकें, उन्हें सभी जानकारी और संसाधन उपलब्ध हों, और महिलाओं एवं परिवारों को सहयोग देने वाली नीतियाँ बनें

भारत की जनसंख्या संरचना में बदलाव

भारत की जनसांख्यिकीय संरचना यह दर्शाती है कि देश बदलाव के दौर में है:

  • 0–14 वर्ष के आयु वर्ग में 24%
  • 10–19 वर्ष में 17%
  • 10–24 वर्ष के युवा 26%
  • 15–64 वर्ष के कामकाजी आयु वर्ग में 68%

यह भारत के लिए जनसांख्यिकीय लाभांश का स्वर्णिम अवसर है। यदि रोजगार, कौशल विकास और सामाजिक सुरक्षा प्रणालियाँ मजबूत हों, तो यह जनसंख्या भारत की आर्थिक प्रगति में अहम भूमिका निभा सकती है।

जीवन प्रत्याशा में वृद्धि और बुजुर्गों की संख्या में इज़ाफ़ा

प्रजनन दर में गिरावट के साथ-साथ जीवन प्रत्याशा भी बढ़ी है। 2025 में भारतीय पुरुषों की औसत आयु 71 वर्ष और महिलाओं की 74 वर्ष हो गई है। इस कारण बुजुर्ग जनसंख्या (65 वर्ष से अधिक) अब 7% है और भविष्य में यह तेजी से बढ़ेगी। इसके चलते बुजुर्गों की देखभाल, पेंशन योजनाओं और स्वास्थ्य ढांचे में सुधार की आवश्यकता होगी।

भारत यहाँ तक कैसे पहुँचा?

1960 के दशक में भारतीय महिलाओं के औसतन 6 बच्चे होते थे और भारत की जनसंख्या लगभग 436 मिलियन थी। उस समय गर्भनिरोधक का प्रचलन बहुत कम था और लड़कियों की शिक्षा सीमित थी। आज स्थिति काफी बदल चुकी है:

  • लड़कियों की शिक्षा दर में वृद्धि
  • स्वास्थ्य सेवाओं और परिवार नियोजन की पहुँच बेहतर
  • महिलाओं की निर्णय लेने में भागीदारी बढ़ी

आज अधिकांश महिलाएं औसतन दो बच्चे ही जन्म दे रही हैं, जो कि एक ऐतिहासिक बदलाव है।

अब भी चुनौतियाँ शेष हैं

इन उपलब्धियों के बावजूद, आज भी कई महिलाएं पूरी तरह से अपनी प्रजनन पसंदों पर नियंत्रण नहीं रख पाती हैं, खासकर ग्रामीण और गरीब क्षेत्रों में। राज्य और समुदायों के बीच असमानताएँ अभी भी व्यापक हैं। आगे का रास्ता यही होना चाहिए कि हर महिला को स्वतंत्र रूप से निर्णय लेने के अधिकार और संसाधन उपलब्ध हों।

एक आशावादी भविष्य

UNFPA की भारत प्रतिनिधि एंड्रिया एम. वोजनर के अनुसार, भारत की यह प्रगति दुनिया के लिए प्रेरणा का स्रोत है। तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्था और जनसंख्या में बदलाव के साथ, भारत प्रजनन अधिकारों और आर्थिक विकास को जोड़ने वाला वैश्विक नेतृत्वकर्ता बन सकता है।

Static Usthadian Current Affairs Table

विषय विवरण
भारत की जनसंख्या (2025) 1.46 अरब
अनुमानित अधिकतम जनसंख्या 1.7 अरब (2060 के दशक की शुरुआत)
कुल प्रजनन दर (TFR) 1.9 बच्चे प्रति महिला
प्रतिस्थापन प्रजनन दर 2.1
जीवन प्रत्याशा (पुरुष) 71 वर्ष
जीवन प्रत्याशा (महिला) 74 वर्ष
कामकाजी आयु वर्ग (15–64) 68%
बुजुर्ग जनसंख्या (65+) 7%
बालिकाओं की शिक्षा का प्रभाव स्कूल उपस्थिति में वृद्धि
UNFPA रिपोर्ट का शीर्षक द रियल फर्टिलिटी क्राइसिस
रिपोर्ट जारी करने वाला संगठन संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (UNFPA)
भारत की जनसंख्या (1960) 436 मिलियन
प्रजनन दर (1960) लगभग 6 बच्चे प्रति महिला
प्रमुख जनसांख्यिकीय वर्ग युवा (10–24 वर्ष): 26%
वृद्धावस्था प्रवृत्ति तीव्र वृद्ध जनसंख्या वृद्धि
India Becomes Most Populous as Fertility Falls Below Replacement
  1. भारत की जनसंख्या 2025 में46 अरब तक पहुँच गई है, जिससे वह चीन को पीछे छोड़ दुनिया का सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश बन गया
  2. संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (UNFPA) के अनुसार, भारत की जनसंख्या 2064 तक7 अरब पर पहुँचेगी।
  3. भारत की कुल प्रजनन दर (TFR) अब9 है, जो कि 2.1 के प्रतिस्थापन स्तर से नीचे है।
  4. प्रजनन दर में गिरावट का कारण शिक्षा, शहरीकरण और प्रजनन स्वास्थ्य तक पहुंच है।
  5. UNFPA 2025 की रिपोर्ट, जिसका शीर्षक रियल फर्टिलिटी क्राइसिस है, आबादी नियंत्रण के डर की बजाय प्रजनन विकल्पों की स्वतंत्रता को बढ़ावा देती है।
  6. भारत की 68% आबादी कार्यशील आयु वर्ग (15–64) में है, जिससे जनसांख्यिकीय लाभांश की संभावना है।
  7. भारत की 26% जनसंख्या 10–24 आयु वर्ग में है, जो युवा जनसांख्यिकी प्रोफ़ाइल को दर्शाती है।
  8. 2025 में पुरुषों की औसत आयु 71 वर्ष और महिलाओं की 74 वर्ष है, जो लंबी उम्र की प्रवृत्ति दर्शाती है।
  9. वृद्ध जनसंख्या (65+) अब 7% है, और यह आगामी दशकों में तेजी से बढ़ेगी
  10. 1960 के दशक में एक महिला औसतन 6 बच्चे जन्म देती थी, जबकि आज लगभग 2 बच्चे ही देती है।
  11. भारत की 1960 के दशक में जनसंख्या मात्र6 करोड़ थी, जो आज की तुलना में तीव्र जनसांख्यिकीय बदलाव को दर्शाता है।
  12. लड़कियों की शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच ने प्रजनन दर में गिरावट में अहम भूमिका निभाई है।
  13. गर्भनिरोधक साधनों की उपलब्धता और परिवार नियोजन जागरूकता में दशकों में बड़ा विस्तार हुआ है।
  14. फिर भी ग्रामीण और वंचित क्षेत्रों में प्रजनन असमानता आज भी मौजूद है।
  15. महिलाओं की निर्णयनिर्माण में भागीदारी ने प्रजनन संक्रमण में अहम भूमिका निभाई है।
  16. UNFPA का मानना है कि परिवार के आकार की पसंद को समर्थन मिलना चाहिए, न कि प्रजनन दर में गिरावट से डरना चाहिए।
  17. भारत की वृद्ध होती जनसंख्या को ध्यान में रखते हुए मजबूत पेंशन और बुजुर्ग स्वास्थ्य प्रणालियों की जरूरत होगी।
  18. यदि रोजगार, कौशल विकास और नीतियाँ सही दिशा में हों तो यह जनसांख्यिकीय बदलाव एक अवसर बन सकता है।
  19. भारत अब विश्व में जनसंख्या में अग्रणी है, लेकिन प्रजनन दर प्रतिस्थापन स्तर से नीचे जा रही है।
  20. UNFPA ने भारत के परिवर्तन की सराहना की है, जिसमें प्रजनन अधिकारों को विकास की क्षमता से जोड़ा गया है

Q1. वर्ष 2025 में भारत की कुल प्रजनन दर (TFR) क्या है?


Q2. UNFPA 2025 रिपोर्ट के अनुसार, भारत की जनसंख्या किस वर्ष अपने उच्चतम स्तर पर पहुंचेगी?


Q3. 2025 में भारत की कितनी प्रतिशत जनसंख्या कार्यकारी आयु वर्ग (15–64 वर्ष) में आती है?


Q4. UNFPA की 2025 की ‘State of World Population Report’ को कौन-सा शीर्षक दिया गया है?


Q5. वर्ष 2025 में रिपोर्ट के अनुसार भारतीय महिलाओं की जीवन प्रत्याशा कितनी है?


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