जुलाई 18, 2025 1:10 अपराह्न

ऑड्री ट्रस्की की पुस्तक India: 5000 Years of History में झलकती भारत की बहुपरतीय विरासत

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India 5000 Years of History by Audrey Truschke

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समय की परतों से भारत को समझना

ऑड्री ट्रस्की की पुस्तक India: 5000 Years of History भारत की हज़ारों वर्षों की ऐतिहासिक यात्रा को बेहद विश्लेषणात्मक और रोमांचकारी शैली में प्रस्तुत करती है। 2024 में पिकाडोर इंडिया द्वारा प्रकाशित यह कृति केवल ऐतिहासिक घटनाओं की सूची नहीं है, बल्कि यह राजनीतिक सत्ता, सांस्कृतिक परिवर्तन और धार्मिक धाराओं के प्रभाव को उजागर करती है, जिन्होंने भारतीय पहचान को समय-समय पर नया रूप दिया।

लेखिका ऑड्री ट्रस्की के बारे में

ऑड्री ट्रस्की, एक अमेरिकी इतिहासकार और रटगर्स यूनिवर्सिटी (न्यूआर्क) में एसोसिएट प्रोफेसर हैं। उनकी पूर्ववर्ती चर्चित पुस्तकों Aurangzeb: The Man and the Myth और The Language of History ने उन्हें दक्षिण एशियाई इतिहास के एक विवादास्पद और विश्लेषणात्मक स्वर के रूप में स्थापित किया है। वह प्रचलित ऐतिहासिक आख्यानों को चुनौती देने और नए दृष्टिकोणों को पेश करने के लिए जानी जाती हैं।

भारतीय इतिहास का व्यापक दृष्टिकोण

यह पुस्तक सिंधु घाटी सभ्यता से लेकर आधुनिक भारत तक की ऐतिहासिक प्रक्रियाओं को बहुस्तरीय दृष्टिकोण से दर्शाती है। यह दिखाती है कि कैसे राजवंश उभरे और गिरे, विचारों का प्रसार हुआ और सामाजिक-धार्मिक पहचानें निरंतर रूपांतरित होती रहीं। ट्रस्की पारंपरिक एकरेखीय दृष्टिकोण से हटकर भारत के इतिहास की बहुलता, विरोधाभास और बहसों से युक्त स्वभाव पर बल देती हैं।

प्राचीन अध्यायों की विशेष चर्चा

पुस्तक की शुरुआत सिंधु घाटी सभ्यता से होती है, जिसमें शहरी नियोजन, व्यापारिक व्यवस्था और जलवायु अनुकूलता को केंद्र में रखा गया है। यह सभ्यता, जो लगभग 2500 ईसा पूर्व फली-फूली थी, मोहनजोदड़ो और हड़प्पा जैसे स्थलों के माध्यम से भारतीय इतिहास का आधार है।

इसके बाद लेखक हमें वैदिक काल में ले जाती हैं, जहां संस्कृत साहित्य, मौखिक परंपराएं और धार्मिक अनुष्ठानों पर ध्यान है। आर्य आक्रमण सिद्धांत की पुनरावृत्ति से बचते हुए ट्रस्की पुरातात्विक, भाषाई और प्रवासन संबंधी प्रमाणों से एक संतुलित विश्लेषण प्रस्तुत करती हैं। उनके अनुसार, भारत की प्राचीन जड़ें जटिल, सतत और परिवर्तनशील रही हैं।

इतिहास में गहराई और बहस को महत्व

ट्रस्की की यह पुस्तक केवल तथ्यों पर आधारित नहीं है; यह कथात्मक शैली, ऐतिहासिक आलोचना और सांस्कृतिक विश्लेषण का सुंदर मिश्रण है। यह पाठकों को भारत के अतीत को स्थिर रेखा के बजाय एक जीवित और बहस योग्य संवाद के रूप में देखने के लिए प्रेरित करती है।

Static Usthadian Current Affairs Table

विषय विवरण
पुस्तक का शीर्षक India: 5000 Years of History
लेखिका ऑड्री ट्रस्की
प्रकाशक पिकाडोर इंडिया
प्रकाशन वर्ष 2024
पद एसोसिएट प्रोफेसर, रटगर्स यूनिवर्सिटी – न्यूआर्क
पूर्ववर्ती कृतियाँ Aurangzeb: The Man and the Myth, The Language of History
समय सीमा सिंधु घाटी से आधुनिक भारत तक
मुख्य विषयवस्तु सांस्कृतिक परिवर्तन, बहुलता, राजनीतिक विकास, ऐतिहासिक स्मृति
प्राचीन काल की कवरेज सिंधु घाटी सभ्यता, वैदिक युग
वर्णित प्रमुख सभ्यताएँ हड़प्पा, वैदिक समाज, प्रारंभिक साम्राज्य

 

India 5000 Years of History by Audrey Truschke
  1. ऑड्रे ट्रष्के की पुस्तकइंडिया: 5000 इयर्स ऑफ हिस्ट्री” 2024 में पिकाडोर इंडिया द्वारा प्रकाशित की गई थी।
  2. यह पुस्तक भारत के सिंधु घाटी सभ्यता से लेकर आधुनिक युग तक के विकास की पड़ताल करती है।
  3. ऑड्रे ट्रष्के अमेरिका के रटगर्स यूनिवर्सिटीनेवार्क में एसोसिएट प्रोफेसर हैं।
  4. उनकी पूर्व प्रकाशित पुस्तकें हैं: औरंगजेब: मैन एंड मिथऔर लैंग्वेज ऑफ हिस्ट्री
  5. ट्रष्के भारतीय इतिहास की स्थापित धारणाओं को चुनौती देने के लिए जानी जाती हैं।
  6. यह पुस्तक एकल दृष्टिकोण की बजाय बहुस्तरीय और बहुलतावादी दृष्टिकोण प्रस्तुत करती है।
  7. प्रारंभिक अध्याय सिंधु घाटी सभ्यता की शहरी योजना और व्यापार पर केंद्रित है।
  8. मोहनजोदड़ो और हड़प्पा को प्रमुख हड़प्पा स्थल के रूप में दर्शाया गया है।
  9. पुस्तक वैदिक काल की आलोचनात्मक समीक्षा करती है – खासकर संस्कृत, मौखिक परंपरा और अनुष्ठानों की।
  10. यह आर्य आक्रमण सिद्धांत को नकारते हुए पुरातात्त्विक और भाषावैज्ञानिक दृष्टिकोण को प्राथमिकता देती है।
  11. ट्रष्के का मानना है कि भारतीय इतिहास निरंतरता और परिवर्तन से बना है।
  12. यह पुस्तक प्राचीन भारत पर आधारित पाठ्यपुस्तक जैसी सरलीकृत धारणाओं और मिथकों को चुनौती देती है।
  13. इसमें सांस्कृतिक परिवर्तन, राजनीतिक शक्ति और धार्मिक विविधता जैसे विषय मुख्य हैं।
  14. लेखिका ने आलेखीय स्रोतों, ग्रंथ विश्लेषण और कथात्मक शैली का उपयोग किया है।
  15. यह पुस्तक पाठकों से इतिहास को एक जीवंत और सतत विकसित होने वाली कथा के रूप में देखने की अपील करती है।
  16. यह कृति विवादास्पद मुद्दों पर अकादमिक बहस और जन चर्चा को जन्म दे चुकी है।
  17. पुस्तक इस बात की आलोचना करती है कि कैसे ऐतिहासिक स्मृति को आधुनिक राजनीतिक जरूरतों के अनुसार गढ़ा जाता है
  18. यह पुस्तक UPSC अभ्यर्थियों, शोधकर्ताओं और सामान्य पाठकों के लिए एक उपयोगी स्रोत है।
  19. लेखिका इतिहास की बहुलता और समावेशी व्याख्या को बढ़ावा देती हैं।
  20. यह पुस्तक वैश्विक शोध के जरिए भारतीय इतिहास की पुनः समीक्षा की बढ़ती प्रवृत्ति में योगदान देती है।

Q1. "India: 5000 Years of History" पुस्तक के लेखक कौन हैं?


Q2. ऑड्री ट्रशके की पुस्तक "India: 5000 Years of History" को किस प्रकाशन संस्था ने प्रकाशित किया?


Q3. पुस्तक के प्रारंभिक अध्याय में किस प्राचीन सभ्यता पर विशेष चर्चा की गई है?


Q4. ऑड्री ट्रशके वर्तमान में कौन-सा शैक्षणिक पद संभाल रही हैं?


Q5. "India: 5000 Years of History" पुस्तक का मुख्य विषय क्या है?


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