भाषा समानता की ओर एक कदम
6 जून 2025 को गृह मंत्री अमित शाह ने नई दिल्ली में ‘भारतीय भाषा अनुभाग (BBA)’ का शुभारंभ किया। इस पहल का उद्देश्य है प्रशासन में भारतीय भाषाओं के उपयोग को बढ़ावा देना, जिससे सरकारी कार्य केवल अंग्रेजी पर निर्भर न रह जाए। यह देश की भाषाई समावेशन की दिशा में एक ऐतिहासिक प्रयास है।
भारत जैसे बहुभाषी देश में, सरकारी संचार में अक्सर स्थानीय भाषाओं की उपेक्षा होती है। BBA इस पुराने ढर्रे को तोड़ने की कोशिश करता है।
भाषाई बाधाओं को हटाना
इस पहल का मुख्य उद्देश्य है कि नागरिक अपनी मातृभाषा में सोच सकें, पढ़ सकें और प्रशासन से जुड़ सकें। निर्णय प्रक्रिया में भारतीय भाषाओं को बढ़ावा देना, जनता की सीधी भागीदारी के द्वार खोलता है।
इसके लिए सरकार ने सी–डैक (Centre for Development of Advanced Computing) को रियल टाइम अनुवाद टूल्स विकसित करने का जिम्मा सौंपा है। ये उपकरण सरकारी दस्तावेजों और पत्राचार को हिंदी से तमिल, मलयालम, बांग्ला जैसी भाषाओं में अनुवाद करने में सक्षम होंगे।
इससे गैर-हिंदी भाषी राज्यों में संचार में पारदर्शिता और भागीदारी बढ़ेगी।
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और सुधार
राजभाषा नियम, 1976 के अनुसार, अब तक तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक जैसे राज्यों से संवाद के लिए अंग्रेजी का प्राथमिक उपयोग होता था। इससे कई लोग सरकारी प्रक्रियाओं से कटे हुए महसूस करते थे।
BBA इन ऐतिहासिक असमानताओं को दूर करने का प्रयास है। यह राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के उस लक्ष्य के अनुरूप है जिसमें कहा गया है कि शिक्षा और प्रशासन मातृभाषा में होना चाहिए।
वित्तीय समर्थन और भविष्य की योजना
2024-25 के केंद्रीय बजट में इस अनुभाग के लिए ₹56 करोड़ आवंटित किए गए हैं। यह राशि डिजिटल प्लेटफॉर्म, अनुवाद प्रणाली, और भाषाई जागरूकता कार्यक्रमों पर खर्च की जाएगी।
लक्ष्य है कि प्रत्येक भाषा को समान सम्मान मिले और नीति निर्माण में सभी भाषिक समुदायों की भागीदारी सुनिश्चित हो।
शुभारंभ पर वक्तव्य
गृह मंत्री अमित शाह ने उद्घाटन समारोह में कहा, “जब तक शासन अपनी भाषाओं में नहीं होगा, तब तक भारत अपनी पूर्ण क्षमता तक नहीं पहुंचेगा।” यह बयान इस पहल की आत्मा को स्पष्ट करता है।
अनशुली आर्या, राजभाषा विभाग की सचिव ने कहा कि यह कदम सरकारी कार्यप्रणाली में भाषा आधारित अंतर को पाटने की दिशा में आवश्यक था।
Static Usthadian Current Affairs Table (Hindi)
प्रमुख तत्व | विवरण |
शुभारंभ तिथि | 6 जून 2025 |
पहल का नाम | भारतीय भाषा अनुभाग (BBA) |
शुभारंभकर्ता | केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह |
मुख्य उद्देश्य | प्रशासन में भारतीय भाषाओं को बढ़ावा देना |
बजट आवंटन | ₹56 करोड़ (केंद्रीय बजट 2024-25) |
सहायक एजेंसी | सी-डैक (C-DAC) |
संबंधित नीति | राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 |
संबंधित कानून | राजभाषा नियम, 1976 |
अनुवाद सहायता | भारतीय भाषाओं में रीयल-टाइम अनुवाद उपकरण |
लक्षित परिणाम | अंग्रेजी निर्भरता कम करना, शासन में भाषाई समावेशन बढ़ाना |