माँ के नाम एक वृक्ष
विश्व पर्यावरण दिवस 2025 के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘एक पेड़ माँ के नाम 2.0’ अभियान की शुरुआत की। उन्होंने नई दिल्ली के महावीर जयंती पार्क में एक पौधा लगाकर देश के लिए एक प्रेरणादायक संदेश दिया। इस अभियान का उद्देश्य है कि हर नागरिक अपनी माँ के नाम पर एक पेड़ लगाए, जिससे पर्यावरणीय जिम्मेदारी भावनात्मक जुड़ाव के साथ जुड़ सके।
यह केवल वृक्षारोपण नहीं, बल्कि स्मृतियों, भावनाओं और मूल्यों का रोपण है। यह अभियान मां की पालन–पोषण वाली भूमिका को प्रकृति संरक्षण से जोड़ता है, जिससे लोग व्यक्तिगत रूप से जलवायु परिवर्तन के प्रति जिम्मेदार बनें।
विशाल हरित लक्ष्य
यह प्रयास केवल प्रतीकात्मक नहीं है। सरकार ने 5 जून से 30 सितंबर 2025 तक 10 करोड़ पेड़ लगाने का लक्ष्य तय किया है—यह औसतन हर सप्ताह एक करोड़ पेड़ लगाने की योजना है। स्कूल, पंचायत, सामुदायिक केंद्र और आम नागरिक सभी से इसमें भागीदारी की उम्मीद की गई है।
इस विचार की सरलता—“माँ के नाम एक पेड़”—इसे लोगों के लिए सरल और अपनाने योग्य बनाती है। यही समावेशी भावना जमीनी स्तर पर बड़े पैमाने की भागीदारी को संभव बनाती है।
स्वच्छ परिवहन को मिला बल
इसी मौके पर दिल्ली में 200 इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाई गई। यह कदम स्वच्छ परिवहन मिशन को आगे बढ़ाता है, खासकर वायु प्रदूषण से सबसे अधिक प्रभावित शहरों में से एक दिल्ली में।
सार्वजनिक परिवहन में इलेक्ट्रिक वाहनों का उपयोग प्रदूषण घटाने में अहम भूमिका निभाता है। यह पहल भारत के हरित भविष्य की दिशा में एक और ठोस कदम है।
भावनात्मक जुड़ाव से बढ़ेगी भागीदारी
इस अभियान को खास बनाता है इसका भावनात्मक केंद्र। आंकड़ों और चेतावनियों की बजाय, यह भारत की सांस्कृतिक भावनाओं, खासकर मातृत्व से जुड़ता है। इस प्रकार के अभियानों से सच्ची भागीदारी की संभावना अधिक होती है।
यह सिर्फ एक पौधा लगाने का मामला नहीं—यह जीवन देने वाली माँ को सम्मान देने और धरती को बचाने का भाव है।
हरित विकास की दिशा में एक दशक
प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर भारत की वन क्षेत्र में वृद्धि की उपलब्धियों को भी रेखांकित किया। भारत राज्य वन रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 10 वर्षों में भारत के वन क्षेत्र में निरंतर वृद्धि हुई है। ऐसे अभियानों से इस प्रगति को स्थिरता मिलती है।
आज भारत को वैश्विक जलवायु परिवर्तन प्रयासों में एक अग्रणी देश के रूप में देखा जा रहा है, और ‘एक पेड़ माँ के नाम’ जैसे अभियान इस भूमिका को स्थानीय स्तर पर सिद्ध करते हैं।
Static Usthadian Current Affairs Table (Hindi)
विषय | विवरण |
अभियान का नाम | एक पेड़ माँ के नाम 2.0 |
अवसर | विश्व पर्यावरण दिवस – 5 जून 2025 |
शुभारंभकर्ता | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी |
स्थान | महावीर जयंती पार्क, नई दिल्ली |
लक्ष्य | 30 सितंबर 2025 तक 10 करोड़ पेड़ लगाना |
प्रतीकात्मक संदेश | अपनी माँ के नाम पर एक पेड़ लगाओ |
पर्यावरणीय प्रभाव | वनीकरण को बढ़ावा, पर्यावरण चेतना |
सार्वजनिक परिवहन पहल | दिल्ली में 200 इलेक्ट्रिक बसें शुरू |
WED 2025 थीम | भूमि पुनर्स्थापन, मरुस्थलीकरण और सूखा लचीलापन |
पहला पर्यावरण दिवस | 1973 में UNEP द्वारा आरंभ |
भारत वन आँकड़ा | भारत का वन क्षेत्र लगभग 24.62% |
प्रदूषण संदर्भ | दिल्ली विश्व के सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल |