भारत में बाजरे का महत्व
बाजरा सदियों से भारत के पारंपरिक भोजन का हिस्सा रहा है, खासकर शुष्क और अर्ध-शुष्क क्षेत्रों में। आज ये पोषक अनाज स्वास्थ्य लाभ और जलवायु सहनशीलता के कारण दोबारा लोकप्रिय हो रहे हैं। चावल और गेहूं की तुलना में बाजरा कम पानी में, तेज़ी से और कमज़ोर मिट्टी में भी उगता है। वर्षा पर निर्भर देश में बाजरा खाद्य सुरक्षा का प्राकृतिक समाधान है। इनमें फाइबर, लोहा, कैल्शियम और एंटीऑक्सिडेंट प्रचुर मात्रा में होते हैं, जो ग्रामीण पोषण को भी बढ़ावा देते हैं। 2024 में भारत ने 15.38 मिलियन मीट्रिक टन बाजरा 12.19 मिलियन हेक्टेयर भूमि पर उत्पादित किया—जो उनकी बढ़ती मांग का प्रमाण है।
राजस्थान सबसे आगे
राजस्थान लगभग 27% उत्पादन के साथ भारत में बाजरा उत्पादन में सबसे आगे है। यह राज्य बाजरा (मोती बाजरा) के लिए प्रसिद्ध है, जो रेतीली और शुष्क मिट्टी में अच्छी तरह फलता-फूलता है। ग्रामीण इलाकों में यह प्रमुख खाद्य है और पशु चारे के रूप में भी प्रयुक्त होता है। थार मरुस्थल से लेकर शहरों तक, बाजरे की रोटियाँ आज भी भोजन का अहम हिस्सा हैं।
कर्नाटक की रागी पर केंद्रित खेती
कर्नाटक 18% उत्पादन के साथ दूसरे स्थान पर है, विशेष रूप से रागी (फिंगर मिलेट) के लिए। यह बाजरा स्थानीय सुपरफूड के रूप में जाना जाता है और रागी मड्डे, रागी डोसा जैसे व्यंजनों में उपयोग होता है। राज्य सरकार की योजनाओं के कारण किसान रागी की ओर आकर्षित हो रहे हैं, जो पोषण और बाज़ार दोनों दृष्टि से लाभदायक है।
महाराष्ट्र के ज्वार खेत
महाराष्ट्र का योगदान 14% है, मुख्यतः ज्वार (सोरघम) की खेती में। सोलापुर, बीड और नांदेड़ जैसे क्षेत्र ज्वार की भाकरी के लिए प्रसिद्ध हैं, जो ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में खाई जाती है। राज्य सरकार बीज वितरण और प्रशिक्षण शिविरों के माध्यम से बाजरा खेती को प्रोत्साहित कर रही है।
उत्तर प्रदेश में बाजरे की खेती
उत्तर प्रदेश भारत के कुल बाजरा उत्पादन में 12% हिस्सेदारी रखता है। विशेष रूप से अलीगढ़, हाथरस और एटा जैसे पश्चिमी जिले बड़े पैमाने पर बाजरा उगाते हैं। यहां यह न केवल भोजन का स्रोत है बल्कि ग्रामीण रोजगार भी उत्पन्न करता है। सरकारी योजनाएँ जलवायु अनुकूल खेती के लिए बाजरा को बढ़ावा दे रही हैं।
गुजरात में बाजरा का बढ़ता आधार
गुजरात का योगदान 7% है, मुख्यतः मोती बाजरा के रूप में। यहां की शुष्क मिट्टी और कम वर्षा इस फसल के लिए उपयुक्त हैं। जैसे-जैसे किसान पानी–खपत वाली फसलों से हटकर आ रहे हैं, बाजरा लाभकारी विकल्प बनता जा रहा है। यह रोटी, खिचड़ी और स्नैक्स में व्यापक रूप से उपयोग होता है।
स्टेटिक उस्तादियन समसामयिक मामले तालिका
राज्य | प्रमुख बाजरा | राष्ट्रीय उत्पादन में योगदान | प्रमुख क्षेत्र |
राजस्थान | बाजरा (मोती बाजरा) | 27% | बाड़मेर, जोधपुर |
कर्नाटक | रागी (फिंगर मिलेट) | 18% | मांड्या, चित्रदुर्ग |
महाराष्ट्र | ज्वार (सोरघम) | 14% | सोलापुर, बीड, नांदेड़ |
उत्तर प्रदेश | बाजरा (मोती बाजरा) | 12% | अलीगढ़, हाथरस, एटा |
गुजरात | बाजरा (मोती बाजरा) | 7% | भावनगर, सुरेन्द्रनगर |