जुलाई 18, 2025 9:32 अपराह्न

इग्ला-एस मिसाइलें: भारत की वायु रक्षा कवच को मजबूती

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Igla-S Missiles: Strengthening India’s Air Defence Shield

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सामरिक तैयारी को बढ़ावा

भारत ने हाल ही में रूस से इग्लाएस मिसाइलें प्राप्त की हैं, जो कि वेरी शॉर्ट रेंज एयर डिफेंस सिस्टम (VSHORADS) को अपग्रेड करने की दिशा में एक रणनीतिक कदम है। ये कंधे पर दागे जाने वाले पोर्टेबल हथियार हैं जो कम ऊंचाई पर उड़ने वाले विमानों, हेलीकॉप्टरों और ड्रोन को निशाना बना सकते हैं। ₹260 करोड़ की यह आपातकालीन खरीद भारत की पश्चिमी सीमा पर हाल के आतंकी हमलों के बाद बढ़े ड्रोन खतरों के चलते तेज़ी से पूरी की गई।

इग्ला-एस की विशेषताएँ

इग्लाएस प्रणाली इंफ्रारेड होमिंग तकनीक पर कार्य करती है, जो लक्ष्य के इंजन की गर्मी को पहचान कर उसे निशाना बनाती है। यह 6 किलोमीटर की दूरी और 3.5 किलोमीटर ऊंचाई तक के लक्ष्यों को सटीकता से नष्ट कर सकती है। इसका नवीनतम संस्करण काउंटरमेज़र प्रतिरोधी है, जिससे यह युद्ध में अधिक विश्वसनीय बन जाता है। ये गुण इसे भारत के सबसे प्रभावशाली मोबाइल वायु रक्षा हथियारों में से एक बनाते हैं।

ड्रोन युद्ध की प्रतिक्रिया

पाकिस्तान से बढ़ती सीमा पार ड्रोन गतिविधि, विशेष रूप से हथियारयुक्त और टोही UAVs, ने भारत को अपनी वायु सुरक्षा को मज़बूत करने के लिए प्रेरित किया है। इग्ला-एस की तैनाती के साथ-साथ भारत ने एकीकृत ड्रोन पहचान और विघटन प्रणाली (IDD&IS) शुरू की है, जो 8 किमी से अधिक दूरी से ड्रोन का पता लगाकर उन्हें जैमिंग और लेज़र तकनीक से निष्क्रिय कर सकती है। यह सीमा क्षेत्रों में निगरानी और हमलों को रोकने में महत्वपूर्ण है।

स्वदेशी वायु रक्षा में प्रगति

विदेशी अधिग्रहणों के साथ-साथ भारत स्वदेशी रक्षा प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भी तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। डीआरडीओ वर्तमान में लेज़रआधारित एंटीड्रोन और एंटीमिसाइल सिस्टम जैसे निर्देशित ऊर्जा हथियारों को विकसित कर रहा है। सेना कम ऊंचाई पर निगरानी करने वाले ट्रांसपोर्टेबल राडार पर भी काम कर रही है ताकि पारंपरिक रडार सिस्टम की सीमाओं को दूर किया जा सके।

रणनीतिक प्रभाव

इग्ला-एस की तैनाती और स्वदेशी तकनीकों का विकास भारत की मल्टीलेयर्ड डिफेंस रणनीति को दर्शाता है। यह आधुनिक वायु रक्षा ढांचे को मजबूत करने और ड्रोन जैसे नए खतरों से निपटने की तैयारी को पुख्ता करता है। यह खरीद भारत की त्वरित अधिग्रहण + आत्मनिर्भरता की रणनीति को रेखांकित करती है, जिससे सशक्त और आत्मनिर्भर रक्षा तंत्र की नींव तैयार हो रही है।

परीक्षा हेतु Static GK स्नैपशॉट

विषय विवरण
मिसाइल नाम इग्ला-एस (रूसी मूल का VSHORADS)
रेंज अधिकतम 6 किमी
ऊँचाई क्षमता अधिकतम 3.5 किमी
मार्गदर्शन प्रणाली इंफ्रारेड होमिंग
खरीद लागत ₹260 करोड़ (आपातकालीन अनुबंध)
मुख्य खतरे ड्रोन, कम उड़ान वाले हेलीकॉप्टर और विमान
स्वदेशी प्रणाली डीआरडीओ निर्देशित ऊर्जा हथियार, IDD&IS
पहचान प्रणाली एकीकृत ड्रोन पहचान और विघटन प्रणाली (IDD&IS)
उपयोग की गई तकनीक जैमिंग + लेज़र लक्ष्यीकरण
रणनीतिक फोकस आधुनिकीकरण और रक्षा में आत्मनिर्भरता
Igla-S Missiles: Strengthening India’s Air Defence Shield
  1. भारत ने रूस से Igla-S मिसाइलें आपातकालीन VSHORADS खरीद के तहत प्राप्त की हैं।
  2. यह सौदा ₹260 करोड़ का है और इसे पश्चिमी सीमा पर ड्रोन खतरों के कारण तेज किया गया।
  3. Igla-S एक कंधे से दागी जाने वाली पोर्टेबल वायु रक्षा प्रणाली (MANPADS) है।
  4. यह निम्नउड़ान वाले विमानों, हेलीकॉप्टरों और ड्रोन को इंफ्रारेड होमिंग तकनीक से निशाना बनाती है।
  5. इसकी रेंज 6 किमी तक और ऊंचाई5 किमी तक है।
  6. Igla-S इलेक्ट्रॉनिक युद्ध की स्थितियों में काउंटरमेजर्स से बचने में सक्षम है।
  7. यह मिसाइलें पाकिस्तान सीमा के पास अग्रिम क्षेत्रों की सामरिक रक्षा के लिए अत्यंत आवश्यक हैं।
  8. हाल की आतंकवादी घटनाओं के बाद भारत में ड्रोन और UAV घुसपैठ की घटनाएं बढ़ गई हैं।
  9. IDD&IS प्रणाली (Integrated Drone Detection and Interdiction System) Igla-S को पूरक रूप में सहयोग करती है।
  10. IDD&IS जैमर और लेजर तकनीक से 8+ किमी दूरी से ड्रोन को पहचानती है।
  11. भारतीय सेना कमस्तरीय ट्रांसपोर्टेबल राडार भी तैनात कर रही है।
  12. DRDO एंटीड्रोन और एंटीमिसाइल युद्ध के लिए डायरेक्टेड एनर्जी हथियार विकसित कर रहा है।
  13. इनमें निकट दूरी की रक्षा के लिए लेजर आधारित हथियार शामिल हैं।
  14. स्वदेशी विकास को तेज किया जा रहा है ताकि आयात पर निर्भरता घटे।
  15. Igla-S जैसी VSHORADS प्रणाली भारत की बहुस्तरीय वायु रक्षा रणनीति की पहली परत हैं।
  16. सेना सीमा क्षेत्रों में UAV निगरानी और हथियारबंद हमलों का मुकाबला करने का लक्ष्य रखती है।
  17. Igla-S और DRDO प्रणालियों का संयोजन रक्षा और आक्रमण दोनों क्षमताओं को मज़बूत करता है।
  18. ये प्रयास हाईटेक और गतिशील युद्ध प्रणालियों की ओर बदलाव को दर्शाते हैं।
  19. भारत आपातकालीन आयात और दीर्घकालिक आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्यों में संतुलन बना रहा है।
  20. Igla-S की खरीद वायु रक्षा अवसंरचना के त्वरित आधुनिकीकरण का प्रतीक है।

Q1. इगला-एस मिसाइल प्रणाली को किस श्रेणी में रखा गया है?


Q2. इगला-एस मिसाइल प्रणाली की अधिकतम रेंज क्या है?


Q3. इगला-एस मिसाइल किस मार्गदर्शन तकनीक का उपयोग करती है?


Q4. एकीकृत ड्रोन डिटेक्शन और इंटरडिक्शन प्रणाली (IDD&IS) में क्या तकनीकें लगी होती हैं?


Q5. भारत के लिए स्वीकृत इगला-एस प्रणाली की कुल खरीद लागत कितनी है?


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