जुलाई 18, 2025 11:23 अपराह्न

स्टालिनग्राड युद्ध में बिजू पटनायक के योगदान की स्मृति में दिल्ली में स्मारक अनावरण

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Memorial Honouring Biju Patnaik’s Contribution to the Battle of Stalingrad Unveiled in Delhi

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एक साहसी भारतीय वायुयोद्धा को श्रद्धांजलि

7 मई 2025 को नई दिल्ली स्थित रूसी दूतावास में बिजू पटनायक की द्वितीय विश्व युद्ध में भागीदारी को सम्मानित करने के लिए एक स्मृति पट्टिका का अनावरण किया गया। यह श्रद्धांजलि स्टालिनग्राड की लड़ाई में उनके साहसी प्रयासों को याद करती है, जहां उन्होंने सोवियत रेड आर्मी को आवश्यक सामग्री पहुँचाने का कार्य किया था। इस अवसर पर ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और रूसी राजदूत डेनिस अलीपोव उपस्थित थे, जिन्होंने भारत-रूस के ऐतिहासिक संबंधों की सराहना की।

एक पायलट की अंतरराष्ट्रीय विरासत

भारतीय राजनीति में आने से पहले बिजू पटनायक 1936 में रॉयल इंडियन एयर फोर्स में शामिल हुए थे। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान उन्होंने डग्लस C-47 डकोटा विमान उड़ा कर सोवियत सेनाओं के लिए उच्च जोखिम वाले मिशन पूरे किए। उन्होंने दुश्मन-नियंत्रित क्षेत्रों से होकर उड़ान भरते हुए आवश्यक सामग्री पहुँचाई। इसके अलावा उन्होंने बर्मा, चीन और इंडोनेशिया में भी कई वैश्विक स्वतंत्रता आंदोलनों में भाग लिया।

स्टालिनग्राड की लड़ाई का ऐतिहासिक महत्व

स्टालिनग्राड युद्ध (1942–43) द्वितीय विश्व युद्ध की एक निर्णायक लड़ाई रही, जिसमें ऑपरेशन यूरेनस के तहत सोवियत संघ ने जर्मन सेना के खिलाफ पलटवार किया। इस लड़ाई में बिजू पटनायक द्वारा पहुंचाई गई सामग्री ने सोवियत प्रतिरोध को बल दिया। यह भारत के स्वतंत्रता-पूर्व काल में भी वैश्विक स्तर पर भारतीय योगदान को दर्शाता है।

सीमाओं से परे सम्मान

भारत, रूस और इंडोनेशिया के झंडों से ढँकी उनकी अंत्येष्टि, उनकी बहुपक्षीय सेवा का प्रतीक रही। उन्हें 1995 में रूस सरकार द्वारा भी सम्मानित किया गया था, जब द्वितीय विश्व युद्ध की 50वीं वर्षगांठ मनाई गई थी। अब 2025 में स्मृति पट्टिका के माध्यम से यह सम्मान दोहराया गया, जिससे भारत के अनदेखे वैश्विक योगदान को मान्यता मिली।

प्रतियोगी परीक्षाओं हेतु Static GK सारणी

विषय विवरण
कार्यक्रम बिजू पटनायक स्मृति पट्टिका का अनावरण
तिथि 7 मई 2025
स्थान रूसी दूतावास, नई दिल्ली
सम्मान किसलिए WWII के दौरान सोवियत रेड आर्मी को सामग्री पहुँचाने के लिए
प्रयुक्त विमान डग्लस C-47 डकोटा
मुख्य अतिथि नवीन पटनायक, रूसी राजदूत डेनिस अलीपोव
पूर्व सम्मान 1995 में रूस द्वारा सम्मानित
प्रतीकात्मक श्रद्धांजलि भारत, रूस और इंडोनेशिया के झंडों से ढँका ताबूत
वैश्विक संदर्भ WWII और विरोधी-फासीवादी आंदोलनों में भारतीय सहभागिता
प्रमुख युद्ध स्टालिनग्राड की लड़ाई – ऑपरेशन यूरेनस के तहत सोवियत विजय

 

Memorial Honouring Biju Patnaik’s Contribution to the Battle of Stalingrad Unveiled in Delhi
  1. 7 मई 2025 को नई दिल्ली स्थित रूसी दूतावास में स्मारक पट्टिका का उद्घाटन किया गया।
  2. यह श्रद्धांजलि बीजू पटनायक के द्वितीय विश्व युद्ध, विशेषकर स्टालिनग्राड युद्ध में योगदान को समर्पित है।
  3. उन्होंने सोवियत रेड आर्मी के लिए महत्वपूर्ण आपूर्तियों को एयरलिफ्ट कर सहयोग किया।
  4. कार्यक्रम में ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और रूसी राजदूत डेनिस अलीपोव शामिल हुए।
  5. बीजू पटनायक 1936 में रॉयल इंडियन एयर फोर्स में शामिल हुए थे।
  6. उन्होंने डगलस C-47 डकोटा विमान उड़ाया, जो WWII में परिवहन कार्यों में प्रयुक्त होता था।
  7. उन्होंने शत्रु नियंत्रण क्षेत्र में उड़ान भरते हुए सोवियत प्रतिरोध को समर्थन दिया।
  8. WWII के दौरान उनका योगदान बर्मा, चीन और इंडोनेशिया तक फैला था।
  9. स्टालिनग्राड युद्ध (1942–43) सोवियत संघ और जर्मनी के बीच एक महत्वपूर्ण टकराव था।
  10. इस युद्ध में सोवियत पलटवार का नाम ऑपरेशन यूरेनस था।
  11. बीजू पटनायक के मिशन ने WWII के टर्निंग पॉइंट पर सोवियत जीत में सहायता की।
  12. 2025 की पट्टिका भारत की गुमनाम अंतरराष्ट्रीय विरोध संघर्षों में भूमिका को दर्शाती है।
  13. 1995 में रूस ने WWII की 50वीं वर्षगांठ पर भी उन्हें सम्मानित किया था।
  14. उनके अंतिम संस्कार में भारत, रूस और इंडोनेशिया के झंडों से शव को ढंका गया, जिनके लिए उन्होंने सेवा दी।
  15. यह स्मारक भारतरूस के ऐतिहासिक और युद्धकालीन संबंधों को पुनः मजबूत करता है।
  16. यह भारत की स्वतंत्रतापूर्व वैश्विक युद्धों में भागीदारी को दर्शाता है।
  17. बीजू पटनायक आगे चलकर भारतीय स्वतंत्रता सेनानी और राजनेता के रूप में उभरे।
  18. उनका वैश्विक कार्य मुक्ति और प्रतिरोध आंदोलनों के प्रति भारत की एकजुटता को दर्शाता है।
  19. यह पट्टिका WWII की भारतरूस साझा विरासत का प्रतीक है।
  20. यह आयोजन अंतरराष्ट्रीय युद्धभूमियों में भारतीय वायुसैनिकों के योगदान को मान्यता देता है।

Q1. 2025 में बिजू पटनायक को समर्पित स्मारक पट्टिका कहाँ अनावरण की गई?


Q2. स्टालिनग्राद युद्ध के दौरान बिजू पटनायक ने कौन सा विमान उड़ाया था?


Q3. द्वितीय विश्व युद्ध की किस लड़ाई से बिजू पटनायक का मिशन जुड़ा हुआ था?


Q4. बिजू पटनायक के परिवार से इस स्मारक कार्यक्रम में कौन शामिल हुए थे?


Q5. रूस द्वारा द्वितीय विश्व युद्ध में भूमिका के लिए बिजू पटनायक को पहले कब सम्मानित किया गया था?


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Daily Current Affairs May 7

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