चालू घटनाएँ: ऑपरेशन सिंदूर 2025, भारत सीमा पार हमला, जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा, भारतीय सशस्त्र बल आतंकवाद विरोधी अभियान, स्कैल्प मिसाइल, हैमर बम, पाकिस्तान आतंकी शिविर, पीओजेके घुसपैठ, UPSC TNPSC SSC के लिए स्थैतिक जीके
आतंकवाद पर भारत की रणनीतिक प्रतिक्रिया
मई 2025 की शुरुआत में भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान–आधिकृत जम्मू–कश्मीर (PoJK) में नौ आतंकी ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक की। यह भारत की 2019 के बालाकोट हमलों के बाद सबसे बड़ा सीमा पार अभियान रहा। इसका लक्ष्य जैश–ए–मोहम्मद (JeM) और लश्कर–ए–तैयबा (LeT) जैसे संगठनों की आतंकी क्षमता को ध्वस्त करना था, जिन्होंने भारत में वर्षों से आतंकी हमले किए हैं।
लक्षित शिविर और सामरिक प्रभाव
भारतीय सेना ने बावलपुर, कोटली, मुरिदके, नारोवाल और मुज़फ़्फराबाद में स्थित आतंकी ठिकानों पर प्रिसिशन गाइडेड हथियारों से हमला किया। मार्कज़ सुब्हान अल्लाह (Pulwama से जुड़ा), मार्कज़ तैय्यबा (26/11 का अड्डा), शवाई नाल्लाह, मार्कज़ अब्बास और मस्कर रहील शाहिद जैसे शिविर मुख्य निशाने पर थे। ये शिविर घुसपैठ, स्नाइपर प्रशिक्षण और धार्मिक कट्टरता फैलाने के लिए बनाए गए थे और प्रत्येक में लगभग 200 आतंकी ठहर सकते थे।
अत्याधुनिक हथियारों का प्रयोग
भारत ने इस ऑपरेशन में SCALP क्रूज मिसाइल (250+ किमी रेंज) और HAMMER बम जैसे हथियारों का उपयोग किया, जिससे गहरी स्ट्राइक संभव हुई बिना पाकिस्तान की हवाई सीमा में घुसे। हैमर बमों ने बंकरों और मजबूत इमारतों को ध्वस्त किया। इसके अलावा, लोइटरिंग म्यूनिशन (कामिकेज़ ड्रोन) ने रियल टाइम निगरानी और निशाना साधने में अहम भूमिका निभाई।
नियंत्रित और स्पष्ट उद्देश्य वाली कार्रवाई
ऑपरेशन सिंदूर को बहुत ही सावधानी और सटीक रणनीति के साथ अंजाम दिया गया। केवल आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया, जबकि पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों से दूरी बनाए रखी गई। इसके लिए पहले से NOTAM (Notice to Airmen) जारी कर सैन्य अभ्यास का बहाना दिया गया। यह हमला भारत की सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ जवाबदेही की नीति को दर्शाता है, लेकिन पूर्ण युद्ध से बचता है।
कूटनीतिक पृष्ठभूमि और सुरक्षा संदेश
ऑपरेशन से पहले भारत ने कई अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान द्वारा संयुक्त राष्ट्र द्वारा सूचीबद्ध आतंकियों को पनाह देने की बात उठाई थी। ऑपरेशन सिंदूर ने यह स्पष्ट किया कि भारत अब “शून्य सहनशीलता“ की नीति पर काम कर रहा है और वह गंभीर प्रतिक्रिया देने में सक्षम है। इससे भारत की क्षेत्रीय शक्ति और रणनीतिक प्रभुत्व भी मजबूत हुआ है।
परीक्षा हेतु Static GK स्नैपशॉट
विषय | विवरण |
ऑपरेशन का नाम | ऑपरेशन सिंदूर |
तिथि | मई 2025 की शुरुआत |
निशाना बनाए गए संगठन | जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा, हिजबुल मुजाहिदीन |
कुल ठिकाने नष्ट किए गए | 9 प्रमुख आतंकी ठिकाने |
स्थान | बावलपुर, कोटली, मुरिदके, नारोवाल, सियालकोट, मुज़फ़्फराबाद |
प्रमुख हथियार | स्कैल्प मिसाइल, हैमर बम, लोइटरिंग म्यूनिशन |
स्कैल्प रेंज | 250+ किमी |
हैमर बम उद्देश्य | बंकर व इमारत ध्वस्त करना |
ड्रोन प्रयोग | कामिकेज़ स्टाइल ड्रोन (लोइटरिंग) |
कूटनीतिक आड़ | NOTAM जारी कर सैन्य अभ्यास घोषित |
ऐतिहासिक तुलना | 2019 बालाकोट हवाई हमलों के समकक्ष |