आज की दुनिया में यह रैंकिंग क्यों महत्वपूर्ण है
2025 में वैश्विक रक्षा परिदृश्य तेजी से बदल रहा है, जिसमें क्षेत्रीय अस्थिरता, तकनीकी युद्ध और रूस-यूक्रेन युद्ध जैसे संघर्षों का असर स्पष्ट है। Stockholm International Peace Research Institute (SIPRI) के अनुसार, 2024 में वैश्विक रक्षा खर्च $2.718 ट्रिलियन तक पहुंच गया, जो पिछले वर्ष से 9.4% की वृद्धि है। इसी समय, ग्लोबल फायरपावर द्वारा जारी सक्रिय सैन्य बलों की रैंकिंग यह दर्शाती है कि राष्ट्र कैसे अपने सैन्य ढांचे को बदलती भू-राजनीतिक स्थितियों के अनुसार ढाल रहे हैं।
सक्रिय सैन्य बलों में अग्रणी देश
2025 ग्लोबल फायरपावर इंडेक्स के अनुसार, चीन 2,035,000 सैनिकों के साथ शीर्ष स्थान पर है। इसके बाद भारत लगभग 1.45 मिलियन सैन्यकर्मियों के साथ दूसरे स्थान पर है, जो इसके क्षेत्रीय और वैश्विक सुरक्षा प्रभाव को दर्शाता है। संयुक्त राज्य अमेरिका ने 1.32 मिलियन सैनिकों की मौजूदगी बनाए रखी है, जो इसके पारंपरिक बल पर भरोसे को दर्शाता है।
दिलचस्प रूप से, उत्तर कोरिया और रूस भी अमेरिका के बराबर सैनिक बल रखते हैं। यह उनकी पारंपरिक युद्ध नीति को दर्शाता है, खासकर पूर्वी यूरोप और कोरियाई प्रायद्वीप में तनावों के बीच। यूक्रेन, पाकिस्तान, ईरान, दक्षिण कोरिया और वियतनाम जैसे देश भी शीर्ष 10 में हैं, जो क्षेत्रीय सैन्यकरण की प्रवृत्ति को रेखांकित करता है।
आधुनिक रक्षा में जनशक्ति का रणनीतिक महत्व
ऑटोनॉमस सिस्टम और साइबर युद्ध के युग में भी, मानवबल अब भी किसी भी देश की सैन्य मजबूती का मूल आधार बना हुआ है। अधिक सक्रिय सैन्यकर्मी होने से युद्धकाल, आपदा प्रतिक्रिया और संयुक्त राष्ट्र शांति मिशनों के दौरान त्वरित कार्रवाई संभव होती है। भारत और चीन जैसे देशों के लिए यह सीमा सुरक्षा और आंतरिक उग्रवाद से निपटने में भी सहायक है। वहीं, यूक्रेन ने 900,000 सैनिकों तक अपनी सैन्य क्षमता बढ़ाई है, जो चल रहे संघर्षों की गंभीरता को दर्शाता है।
विभिन्न देशों की बदलती रक्षा प्राथमिकताएँ
2025 के आंकड़े दिखाते हैं कि राष्ट्र अब तकनीक और पारंपरिक बलों के बीच संतुलन बना रहे हैं। अमेरिका ने थोड़ा सैनिकों की संख्या कम करते हुए AI-आधारित प्रणालियों पर अधिक ध्यान देना शुरू किया है। वहीं रूस और वियतनाम जैसे देशों ने अपने सैन्य बलों में वृद्धि की है, जिससे यह संकेत मिलता है कि क्षेत्रीय खतरों की प्रतिक्रिया में परंपरागत रणनीति अब भी प्रभावी मानी जाती है।
STATIC GK SNAPSHOT (हिंदी में)
रैंक | देश | सक्रिय सैन्यकर्मी (2025) |
1 | चीन | 20,35,000 |
2 | भारत | 14,55,550 |
3 | अमेरिका | 13,28,000 |
4 | उत्तर कोरिया | 13,20,000 |
5 | रूस | 13,20,000 |
6 | यूक्रेन | 9,00,000 |
7 | पाकिस्तान | 6,54,000 |
8 | ईरान | 6,10,000 |
9 | दक्षिण कोरिया | 6,00,000 |
10 | वियतनाम | 6,00,000 |