8वें वेतन आयोग की घोषणा
8वां वेतन आयोग सरकार के उस प्रयास का एक और बड़ा कदम है जिसका उद्देश्य केंद्रीय कर्मचारियों के वेतन और लाभों को बढ़ाना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 16 जनवरी 2025 को इस नए आयोग के गठन की घोषणा की, जिसका लक्ष्य केंद्रीय कर्मचारियों के वेतन, भत्तों और पेंशन ढांचे का पुनर्गठन करना है।
यह निर्णय उस समय आया जब सरकार ने महंगाई भत्ता (DA) में 3% की वृद्धि की, जिससे यह 55% से बढ़कर 58% हो गया। यह संशोधन मौजूदा 7वें वेतन आयोग के अंतर्गत 1 अक्टूबर 2025 से लागू हुआ, जिससे कर्मचारियों को दीवाली से पहले आर्थिक राहत मिली।
स्थैतिक जीके तथ्य: पहला वेतन आयोग 1946 में स्थापित किया गया था, और तब से हर 10 साल में एक नया आयोग गठित किया जाता है।
कार्यान्वयन समयरेखा और पैटर्न
हालांकि 8वें वेतन आयोग का गठन हो चुका है, लेकिन इसके कार्यान्वयन की आधिकारिक घोषणा अभी नहीं हुई है। आमतौर पर इसकी प्रक्रिया पिछले आयोगों के समान रहती है।
7वां वेतन आयोग 2014 में गठित हुआ, 2015 में अपनी रिपोर्ट सौंपी और 2016 में लागू हुआ। इसी क्रम को देखते हुए, विशेषज्ञों का अनुमान है कि 8वें वेतन आयोग की सिफारिशें 2027 तक लागू हो सकती हैं।
अब तक सरकार की ओर से रिपोर्ट जमा करने या अनुमोदन की तिथि पर कोई आधिकारिक अधिसूचना जारी नहीं की गई है।
स्थैतिक जीके टिप: वेतन आयोग की सिफारिशें केंद्रीय कर्मचारियों और रक्षा कर्मियों दोनों पर लागू होती हैं, और ये अक्सर राज्य सरकारों के वेतन संशोधनों को भी प्रभावित करती हैं।
अपेक्षित वेतन वृद्धि और लाभ
आगामी 8वें वेतन आयोग के तहत न्यूनतम मूल वेतन ₹18,000 से बढ़कर लगभग ₹26,000 प्रति माह होने की संभावना है। कुल वृद्धि वेतन मैट्रिक्स स्तर, DA दर, और फिटमेंट फैक्टर पर निर्भर करेगी।
यह संशोधन मुद्रास्फीति को संतुलित करने, जीवन स्तर सुधारने, और आर्थिक विकास के अनुरूप वेतन समानता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से किया जा रहा है। साथ ही, पेंशनभोगियों को भी संशोधित पेंशन फार्मूले से लाभ मिलेगा।
स्थैतिक जीके तथ्य: 7वें वेतन आयोग में प्रयुक्त फिटमेंट फैक्टर 2.57 था, जिसके आधार पर सभी कर्मचारियों के मूल वेतन में वृद्धि निर्धारित की गई थी।
8वें वेतन आयोग के प्रमुख उद्देश्य
आयोग के मुख्य लक्ष्य निम्नलिखित हैं:
- वर्तमान जीवन-यापन लागत के अनुसार मूल वेतन संरचना की समीक्षा।
- महंगाई भत्ता (DA) समायोजन सूत्र का पुनरीक्षण।
- मकान किराया भत्ता (HRA) और यात्रा भत्ता (TA) में संशोधन।
- सेवानिवृत्त कर्मियों की पेंशन संरचना का सुधार।
इस संशोधन से लगभग 1.15 करोड़ व्यक्ति — जिनमें सेवा में कार्यरत कर्मचारी और पेंशनर दोनों शामिल हैं — लाभान्वित होंगे।
अर्थव्यवस्था पर व्यापक प्रभाव
वेतन संशोधन से उपभोक्ता मांग में वृद्धि होने की संभावना है, विशेषकर आवास, ऑटोमोबाइल और खुदरा क्षेत्र में, क्योंकि बढ़े हुए वेतन से लोगों की क्रय शक्ति बढ़ेगी।
अर्थशास्त्रियों का कहना है कि पहले के वेतन संशोधनों ने GDP वृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
हालांकि, इससे सरकार पर राजकोषीय बोझ भी बढ़ सकता है, क्योंकि वेतन व्यय में वृद्धि होगी।
स्थैतिक जीके टिप: वित्त मंत्रालय कैबिनेट की स्वीकृति के बाद वेतन आयोग की सिफारिशों के कार्यान्वयन की निगरानी करता है।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय (Topic) | विवरण (Detail) |
घोषणा तिथि | 16 जनवरी 2025 |
घोषणा करने वाले | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी |
वर्तमान DA | 58% (अक्टूबर 2025 तक) |
न्यूनतम मूल वेतन (अनुमानित) | ₹26,000 प्रति माह |
कार्यान्वयन वर्ष (अनुमानित) | 2027 |
लाभार्थी | 50 लाख कर्मचारी और 65 लाख पेंशनर |
पिछला वेतन आयोग | 7वां वेतन आयोग (2016 में लागू) |
फिटमेंट फैक्टर (7वां सीपीसी) | 2.57 |
वेतन आयोग की आवृत्ति | हर 10 वर्ष में |
निरीक्षण मंत्रालय | वित्त मंत्रालय |