उद्घाटन मुख्य बिंदु
राष्ट्रीय अभिलेखपाल समिति (NCA) की 50वीं स्वर्ण जयंती बैठक 18–19 सितंबर 2025 को तमिलनाडु आर्काइव्स, चेन्नई में आयोजित हुई। इसका आयोजन राष्ट्रीय अभिलेखागार (NAI) और तमिलनाडु आर्काइव्स एंड हिस्टोरिकल रिसर्च ने संयुक्त रूप से किया। यह चौथी बार था जब चेन्नई ने NCA की मेज़बानी की, जो देश की अभिलेखीय यात्रा में इसकी अहम भूमिका को दर्शाता है।
तमिलनाडु की अभिलेखीय पहल
तमिलनाडु के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. गोवी चेझियन ने बैठक का उद्घाटन किया। उन्होंने राज्य की अभिलेख संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता पर बल दिया और जापानी टिश्यू तकनीक अपनाने के लिए ₹10 करोड़ आवंटन की घोषणा की, साथ ही चालू वर्ष के लिए अतिरिक्त ₹10 करोड़ भी स्वीकृत किए।
इतिहास शोध में युवाओं को प्रोत्साहित करने हेतु ₹25,000 मासिक वजीफा भी शुरू किया गया।
मंत्री ने तमिलनाडु आर्काइव्स की आधिकारिक वेब पोर्टल लॉन्च की और दो प्रमुख प्रकाशनों का विमोचन किया:
- Revolts against British Rule in Tamil Nadu and Supreme Sacrifices Prior to 1857 AD
- The Four Mysore Wars and the Conquests of Tamil Nadu
संरक्षण और डिजिटलीकरण प्रयास
श्री हर सहाय मीणा, प्रिंसिपल सेक्रेटरी/कमिश्नर, तमिलनाडु आर्काइव्स ने बताया कि जापानी टिश्यू तकनीक के अंतर्गत अब तक 8 लाख अभिलेखीय दस्तावेज़ संरक्षित किए जा चुके हैं, और पहले वर्ष का लक्ष्य 10 लाख है।
स्थैतिक तथ्य: जापानी टिश्यू तकनीक कागज़ संरक्षण के लिए विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त है।
श्री संजय रस्तोगी, महानिदेशक, राष्ट्रीय अभिलेखागार (NAI) ने डिजिटलीकरण को अभिलेखीय आधुनिकीकरण का आधार बताया। उन्होंने जानकारी दी कि अभिलेख पटाल (Abhilekh Patal) डिजिटल प्लेटफॉर्म पर अब तक लगभग 1.4 करोड़ पृष्ठ अपलोड हो चुके हैं। संपूर्ण संग्रह अगले दो वर्षों में डिजिटलीकृत हो जाएगा।
तकनीकी सत्र और प्रस्तुतियाँ
दो दिवसीय कार्यक्रम में तकनीकी सत्र आयोजित हुए, जिनमें तकनीक की भूमिका पर चर्चा हुई कि किस प्रकार यह अभिलेखीय ज्ञान और सांस्कृतिक विरासत को जोड़ सकती है।
विषयों में शामिल रहे:
- अभिलेखीय संस्थाओं की चुनौतियाँ
- The Hindu Archives में लैमिनेशन प्रक्रियाएँ
- वंशावली (genealogy) अनुसंधान में AI का उपयोग
क्षेत्रीय भ्रमण और प्रदर्शन
प्रतिनिधियों ने तमिलनाडु स्टेट आर्काइव्स का दौरा किया और संरक्षण एवं डिजिटलीकरण पहल का अवलोकन किया। उन्हें संरक्षण तकनीकों और डिजिटल कार्यप्रवाहों के व्यावहारिक प्रदर्शन भी दिखाए गए।
राष्ट्रीय प्रतिनिधित्व और NCA की विरासत
इस स्वर्ण जयंती बैठक में 19 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
राष्ट्रीय अभिलेखपाल समिति (NCA) की स्थापना 1953 में हुई थी और इसकी पहली बैठक 1954 में हैदराबाद में आयोजित हुई थी।
चेन्नई में आयोजित 50वीं स्वर्ण जयंती बैठक भारत की अभिलेखीय धरोहर को संरक्षित, डिजिटलीकृत और लोकतांत्रिक बनाने के लिए सामूहिक प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
कार्यक्रम | राष्ट्रीय अभिलेखपाल समिति की 50वीं स्वर्ण जयंती बैठक |
तिथि | 18–19 सितंबर 2025 |
स्थल | तमिलनाडु आर्काइव्स, चेन्नई |
आयोजक | राष्ट्रीय अभिलेखागार (NAI) और तमिलनाडु आर्काइव्स एंड हिस्टोरिकल रिसर्च |
प्रमुख प्रतिभागी | डॉ. गोवी चेझियन, श्री हर सहाय मीणा, श्री संजय रस्तोगी |
वित्तपोषण | ₹10 करोड़ जापानी टिश्यू तकनीक हेतु, अतिरिक्त ₹10 करोड़ आवंटन, ₹25,000 मासिक वजीफा |
प्रकाशन | Revolts against British Rule in Tamil Nadu and Supreme Sacrifices Prior to 1857 AD, The Four Mysore Wars and the Conquests of Tamil Nadu |
डिजिटलीकरण प्लेटफॉर्म | अभिलेख पटाल (14 मिलियन पृष्ठ) |
राष्ट्रीय दायरा | 19 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की भागीदारी |
NCA स्थापना | 1953; पहली बैठक 1954, हैदराबाद |