एमएसएमई बना राज्य की अर्थव्यवस्था का स्तंभ
तमिलनाडु की 2025 की आर्थिक समीक्षा में यह स्पष्ट हुआ है कि एमएसएमई (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम) क्षेत्र राज्य के विकास में एक मजबूत आधार के रूप में उभरा है। डीएमके सरकार ने इस क्षेत्र के लिए वित्तीय सहायता को तेज़ी से बढ़ाया है, जो अब ₹6,626 करोड़ तक पहुँच गई है। यह एआईएडीएमके सरकार के पिछले दस वर्षों के ₹3,617.62 करोड़ से कहीं अधिक है।
2025 में अकेले ₹1,918.22 करोड़ का आवंटन हुआ है, जिससे यह स्पष्ट है कि इस क्षेत्र को प्राथमिकता दी जा रही है। तमिलनाडु में अब 35 लाख से अधिक पंजीकृत एमएसएमई हैं, जिससे यह महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश के बाद देश में तीसरे स्थान पर है।
रोजगार सृजन और निर्यात प्रदर्शन
इन एमएसएमई इकाइयों ने 2.47 करोड़ लोगों को रोजगार दिया है, जो राज्य की सामाजिक और आर्थिक स्थिरता का प्रमाण है।
निर्यात के क्षेत्र में, तमिलनाडु ने शानदार प्रदर्शन किया है, जिसमें US$30.50 बिलियन का विदेशी व्यापार हुआ है। यह आंकड़ा इसे भारत के तीसरे सबसे बड़े निर्यात राज्य के रूप में स्थापित करता है।
विनिर्माण क्षेत्र की मजबूती
तमिलनाडु भारत के सबसे मजबूत औद्योगिक राज्यों में से एक बना हुआ है, जो देश के कुल विनिर्माण उत्पादन का लगभग 12% योगदान देता है। यह राज्य मोटर वाहन, रेडीमेड वस्त्र और चमड़े के उत्पादों के उत्पादन में पहले स्थान पर है। साथ ही, यह टेक्सटाइल मशीनरी और इलेक्ट्रॉनिक्स में दूसरे स्थान पर है, जिससे इसकी औद्योगिक विविधता स्पष्ट होती है।
नए औद्योगिक पार्क और बुनियादी ढाँचा
औद्योगिक विकास को गति देने के लिए, सरकार ने 14 नए औद्योगिक पार्क विकसित किए हैं, जो उन्नत सुविधाएं प्रदान करते हैं। इसका उद्देश्य औद्योगिक गतिविधियों को चेन्नई जैसे भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों से अन्य जिलों में फैलाना है ताकि क्षेत्रीय संतुलन कायम हो और स्टार्टअप्स को भी प्रोत्साहन मिले।
महिला सशक्तिकरण और उद्यमिता में वृद्धि
तमिलनाडु ने महिलाओं को रोजगार और उद्यमिता में भी अहम भूमिका दी है। भारत की कुल महिला कार्यबल में से 42% महिलाएं तमिलनाडु से हैं, और राज्य में तीसरा हर उद्यमी एक महिला है।
इसकी सफलता का कारण सरकार द्वारा लागू की गई योजनाएं हैं जैसे स्टार्टअप प्रोत्साहन, क्रेडिट सपोर्ट स्कीम, और महिला स्व–सहायता समूह।
Static Usthadian Current Affairs Table
| क्षेत्र/आंकड़ा | विवरण | 
| MSME आवंटन (2025) | ₹1,918.22 करोड़ | 
| कुल आवंटन (DMK सरकार) | ₹6,626 करोड़ | 
| कुल आवंटन (10 वर्ष AIADMK) | ₹3,617.62 करोड़ | 
| पंजीकृत एमएसएमई | 35 लाख+ | 
| एमएसएमई में राष्ट्रीय रैंक | तीसरा स्थान | 
| एमएसएमई से रोजगार | 2.47 करोड़ | 
| निर्यात मूल्य | US$30.50 बिलियन | 
| भारत में निर्यात रैंक | तीसरा स्थान | 
| विनिर्माण में योगदान | 11.90% (राष्ट्रीय) | 
| भारत की महिला कार्यबल | 14.9 लाख | 
| TN से महिला श्रमिक | 6.3 लाख (42%) | 
| महिला उद्यमिता (TN) | 30% | 
| विकसित औद्योगिक पार्क | 14 | 
| मोटर वाहन और वस्त्र रैंक | पहला स्थान | 
| टेक्सटाइल मशीनरी और इलेक्ट्रॉनिक्स रैंक | दूसरा स्थान | 
 
				 
															





