महिला सशक्तिकरण की नई पहल
7 फरवरी 2025 को कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय और नीति आयोग द्वारा शुरू की गई स्वरालंबिनी योजना असम, मेघालय और मिजोरम की महिलाओं को उद्यमिता के क्षेत्र में सशक्त बनाने का प्रयास है। यह योजना महिलाओं को प्रशिक्षण, मेंटरशिप और वित्तीय सहायता प्रदान कर उन्हें स्वावलंबी उद्यमी बनाने का उद्देश्य रखती है। इसका मुख्य फोकस उच्च शिक्षा संस्थानों में पढ़ रही छात्राओं पर है।
संरचित प्रशिक्षण मॉडल
स्वरालंबिनी योजना को गुवाहाटी विश्वविद्यालय, नॉर्थ ईस्टर्न हिल यूनिवर्सिटी (NEHU), मिजोरम विश्वविद्यालय और दिसपुर कॉलेज जैसे संस्थानों में लागू किया जा रहा है। प्रशिक्षण तीन चरणों में होगा:
- उद्यमिता जागरूकता कार्यक्रम (EAP): 600 छात्राओं के लिए 2 दिन
- उद्यमिता विकास कार्यक्रम (EDP): 300 चयनित छात्राओं के लिए 40 घंटे
- मेंटोरशिप: 6 महीने तक व्यवसाय आरंभ करने और बनाए रखने के लिए मार्गदर्शन
यह संरचना व्यावहारिक और अनुभव–आधारित प्रशिक्षण सुनिश्चित करती है।
शिक्षक प्रशिक्षण पर भी जोर
इस योजना की स्थायित्व को सुनिश्चित करने हेतु, एक 5 दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम (FDP) भी चलाया जाएगा, ताकि कॉलेज के शिक्षक उद्यमिता आधारित शिक्षा और कोचिंग की विधियाँ सीख सकें। इससे स्थानीय प्रशिक्षकों का विकास होगा जो आगे भी छात्राओं का मार्गदर्शन कर सकेंगे।
सफलता का उत्सव
योजना में ‘अवार्ड टू रिवार्ड्स’ पहल भी है, जिसके तहत सफल महिला उद्यमियों को सम्मानित किया जाएगा। इससे दूसरों को प्रेरणा मिलेगी और कॉलेज परिसरों तथा समुदायों में महिला नेतृत्व को पहचान प्राप्त होगी।
सरकारी योजनाओं से समन्वय
स्टार्ट–अप इंडिया, स्टैंड–अप इंडिया और प्रधानमंत्री मुद्रा योजना जैसी प्रमुख सरकारी योजनाओं के साथ यह पहल सीधे समन्वयित है। 2025 के केंद्रीय बजट में स्टार्टअप क्षेत्र के लिए ₹10,000 करोड़ आवंटित किए गए हैं और 5 वर्षों तक 100% कर छूट दी गई है।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के अनुरूप
स्वरालंबिनी योजना, NEP 2020 की सोच को आगे बढ़ाती है, जिसमें कौशल आधारित शिक्षा और संस्थान–उद्योग सहयोग को बढ़ावा दिया गया है। इस योजना के माध्यम से पूर्वोत्तर भारत में महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त और स्थानीय उद्यम विकास के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
स्टैटिक GK स्नैपशॉट: स्वरालंबिनी योजना 2025
विषय | विवरण |
योजना का नाम | स्वरालंबिनी |
शुरुआत तिथि | 7 फरवरी 2025 |
शुरू किया | कौशल विकास मंत्रालय और नीति आयोग |
राज्य शामिल | असम, मेघालय, मिजोरम |
प्रशिक्षण चरण | EAP (2 दिन), EDP (40 घंटे), मेंटरशिप (6 माह) |
शिक्षक प्रशिक्षण | 5-दिवसीय FDP |
सम्मान पहल | अवार्ड टू रिवार्ड्स |
बजट सहयोग (2025) | ₹10,000 करोड़ स्टार्टअप फंड |
कर लाभ | 5 वर्षों तक 100% टैक्स छूट |
नीति संरेखण | NEP 2020, स्टार्ट-अप इंडिया, मुद्रा योजना |
असम के मुख्यमंत्री | हिमंता बिस्व सरमा |
राजधानी (असम) | दिसपुर |
मेघालय के मुख्यमंत्री | कॉनराड संगमा |
राजधानी (मेघालय) | शिलांग |
मिजोरम के मुख्यमंत्री | लालदूहोमा |
राजधानी (मिजोरम) | आइजोल |