जुलाई 17, 2025 4:29 पूर्वाह्न

स्क्वाड्रन लीडर मनिषा पाधी बनीं राज्यपाल की पहली महिला एडीसी

समसामयिक घटनाक्रम: भारतीय वायुसेना अधिकारी मनीषा पाधी, भारत की पहली महिला एडीसी, मिजोरम राजभवन, राज्यपाल हरि बाबू कंभमपति, भारतीय सशस्त्र बलों में महिला प्रतिनिधित्व, स्क्वाड्रन लीडर की नियुक्ति, भारतीय वायुसेना में महिलाएं, एडीसी समारोह आइजोल, रक्षा प्रोटोकॉल माइलस्टोन, भारतीय वायुसेना बैच 2015

IAF Officer Manisha Padhi Becomes India’s First Woman ADC to a Governor

सशस्त्र बलों में ऐतिहासिक क्षण

स्क्वाड्रन लीडर मनिषा पाधी ने इतिहास रचते हुए भारत की पहली महिला एडीसी (Aide-De-Camp) बनने का गौरव प्राप्त किया है। उन्हें मिज़ोरम के राज्यपाल हरि बाबू कांबंपति के लिए एडीसी नियुक्त किया गया। यह केवल एक प्रोटोकॉल भूमिका नहीं है, बल्कि भारत के रक्षा और प्रशासनिक ढांचे में महिला भागीदारी का प्रतीकात्मक विस्तार है।

उनकी औपचारिक नियुक्ति 29 नवंबर 2024 को राजभवन, आइज़ोल में भव्य समारोह के तहत हुई। इस ऐतिहासिक निर्णय ने देशभर में महिला समानता और सैन्य सेवाओं में बदलाव के संदर्भ में व्यापक सराहना प्राप्त की है।

मनिषा पाधी की प्रेरणादायक यात्रा

2015 बैच की भारतीय वायुसेना अधिकारी, मनिषा पाधी ने बिदर, पुणे और भटिंडा जैसे प्रमुख एयरफोर्स स्टेशनों पर सेवा दी है। अनुशासन और समर्पण के बल पर उन्होंने यह सम्मानजनक स्थान अर्जित किया है। ओडिशा से आकर उन्होंने वायुसेना की कठोर व्यवस्था में खुद को स्थापित किया और यह दिखाया कि महिला नेतृत्व अब रक्षा सेवाओं में भी अग्रणी बन सकता है

एडीसी का मतलब क्या होता है?

Aide-De-Camp (ADC) एक वरिष्ठ गणमान्य व्यक्ति का व्यक्तिगत सहायक होता है। भारत में यह भूमिका समारोहिक और प्रशासनिक दोनों प्रकार की होती है। यह पद उन अधिकारियों को मिलता है जो सेवा में उत्कृष्टता और अनुशासन के लिए प्रसिद्ध होते हैं।

  • भारत के राष्ट्रपति के पास 5 एडीसी होते हैं – सेना से तीन, नौसेना से एक, वायुसेना से एक, और टेरिटोरियल आर्मी से एक मानद एडीसी।
  • प्रत्येक सैन्य प्रमुख (सेवा प्रमुख) के पास तीन एडीसी होते हैं।
  • राज्यपालों के पास आमतौर पर एक एडीसी सशस्त्र बलों से और एक पुलिस से (IPS या राज्य कैडर) होता है।
  • जम्मू-कश्मीर में दोनों एडीसी सामान्यतः सेना से होते हैं।

अब तक ये सभी पद केवल पुरुष अधिकारियों को ही दिए जाते रहे हैं। लेकिन स्क्वाड्रन लीडर पाधी ने यह परंपरा तोड़ी है।

परंपराएं तोड़ना और नई मिसालें कायम करना

यह नियुक्ति केवल पहली महिला बनने की बात नहीं है, बल्कि बाधाओं को तोड़ने और नए रास्ते खोलने की मिसाल है। कभी पुरुष-प्रधान माने जाने वाले सशस्त्र बल अब धीरेधीरे बदलाव अपना रहे हैं।

मनिषा पाधी जैसी अधिकारी की मौजूदगी से न केवल महिलाओं की दृश्यता बढ़ी है, बल्कि यह कई युवतियों को सैन्य सेवा में प्रवेश करने की प्रेरणा भी देती है। यह उपलब्धि सिर्फ एक व्यक्ति की नहीं, बल्कि हर महिला अधिकारी की सामूहिक जीत है।

आइज़ोल में हुआ ऐतिहासिक समारोह

यह महत्वपूर्ण नियुक्ति मिज़ोरम की राजधानी आइज़ोल में आयोजित एक औपचारिक समारोह के दौरान हुई। राज्यपाल हरि बाबू कांबंपति ने स्क्वाड्रन लीडर पाधी का राजभवन में स्वागत किया। यह पल व्यक्तिगत नहीं बल्कि भारत की सैन्य परंपराओं में बदलाव का प्रतीक बन गया।

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सारांश विवरण
नियुक्ति भारत में राज्यपाल के लिए पहली महिला एडीसी
अधिकारी स्क्वाड्रन लीडर मनिषा पाधी
सेवा शाखा भारतीय वायुसेना (IAF), बैच 2015
राज्यपाल के अधीन हरि बाबू कांबंपति, मिज़ोरम
समारोह स्थान राजभवन, आइज़ोल
पूर्व तैनाती बिदर, पुणे, भटिंडा
एडीसी की भूमिका गणमान्य व्यक्तियों की समारोहिक एवं प्रशासनिक सहायता
ऐतिहासिक महत्व एडीसी बनने वाली सशस्त्र बलों की पहली महिला अधिकारी

 

IAF Officer Manisha Padhi Becomes India’s First Woman ADC to a Governor
  1. स्क्वाड्रन लीडर मनीषा पाधी राज्यपाल की एडीसी (ADC) बनने वाली भारत की पहली महिला सैन्य अधिकारी बनीं।
  2. उन्हें 29 नवंबर 2024 को मिज़ोरम के राज्यपाल हरि बाबू कांबंपति के लिए नियुक्त किया गया।
  3. नियुक्ति समारोह आइजोल स्थित राजभवन में आयोजित किया गया।
  4. वह भारतीय वायुसेना (IAF) की 2015 बैच की अधिकारी हैं।
  5. उनकी पूर्व तैनातियाँ बीदर, पुणे और भटिंडा के वायुसेना स्टेशनों पर रही हैं।
  6. ADC (Aide-De-Camp) एक औपचारिक और प्रशासनिक भूमिका होती है जो उच्च पदस्थ गणमान्य व्यक्तियों की सहायता करती है।
  7. भारत के राष्ट्रपति को तीनों सेनाओं से पाँच ADC अधिकारी नियुक्त किए जाते हैं।
  8. प्रत्येक सेवा प्रमुख (Army, Navy, Air Force) के पास तीन ADC अधिकारी होते हैं।
  9. राज्यपालों के पास आमतौर पर दो ADC होते हैं — एक सशस्त्र बलों से और दूसरा पुलिस से
  10. जम्मूकश्मीर में दोनों ADC आमतौर पर सेना से ही नियुक्त किए जाते हैं।
  11. यह पहली बार है कि सशस्त्र बलों की किसी महिला अधिकारी को ADC पद पर नियुक्त किया गया है।
  12. यह कदम भारत की रक्षा सेवाओं में लैंगिक समानता की दिशा में एक मील का पत्थर माना जा रहा है।
  13. इस घोषणा ने प्रतीकात्मक और प्रतिनिधित्वात्मक महत्व के कारण देशव्यापी ध्यान खींचा।
  14. मनीषा पाधी ओडिशा से आती हैं, जिससे सैन्य सेवाओं में अखिल भारतीय अवसर का संदेश मिलता है।
  15. ADC पद उन्हीं अधिकारियों को मिलता है जिनमें अनुशासन, उत्कृष्टता और नेतृत्व की क्षमता होती है।
  16. उनकी नियुक्ति समावेशी नेतृत्व की दिशा में भारतीय सशस्त्र बलों के विकास का संकेत है।
  17. वह अब सभी सेवाओं की महिला आकांक्षी अधिकारियों के लिए एक आदर्श बन गई हैं।
  18. भारतीय वायुसेना सक्रिय रूप से महिलाओं को संचालनात्मक और औपचारिक भूमिकाओं में बढ़ावा दे रही है।
  19. यह नियुक्ति भारत की रक्षा प्रोटोकॉल में एक ऐतिहासिक उपलब्धि के रूप में देखी जा रही है।
  20. इस घटना ने वर्दीधारी महिलाओं को सशक्त बनाने की भारत की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित किया।

Q1. भारत की राज्यपाल के लिए नियुक्त पहली महिला एड-डी-कैंप (ADC) कौन हैं?


Q2. स्क्वाड्रन लीडर मनिशा पाधी को किस राज्यपाल के लिए ADC नियुक्त किया गया है?


Q3. स्क्वाड्रन लीडर मनिशा पाधी के लिए ADC नियुक्ति समारोह कहाँ आयोजित हुआ था?


Q4. स्क्वाड्रन लीडर मनिशा पाधी भारतीय वायुसेना के किस बैच से हैं?


Q5. भारत के राष्ट्रपति के ADC की सामान्य रचना क्या होती है?


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