रणनीतिक कौशल विकास का एक दशक
भारत ने 15 जुलाई 2015 को स्किल इंडिया मिशन शुरू किया, जिसे संयुक्त राष्ट्र के विश्व युवा कौशल दिवस के साथ जोड़ा गया। इस मिशन का उद्देश्य युवाओं के कौशल अंतर को कम करके उन्हें वैश्विक स्तर पर रोजगार योग्य बनाना था। बीते 10 वर्षों में इस पहल के तहत 6 करोड़ से अधिक लोगों को प्रशिक्षित किया गया है, जिनमें पारंपरिक और उभरते क्षेत्रों जैसे एआई, रोबोटिक्स, और ग्रीन एनर्जी शामिल हैं।
मिशन के उद्देश्य
इसका मूल उद्देश्य है युवाओं को रोजगारपरक कौशल देना, उद्यमिता को बढ़ावा देना, और इंडस्ट्री–आधारित प्रशिक्षण (अप्रेंटिसशिप) को प्रोत्साहित करना। इसके अलावा, अनौपचारिक कौशल को पहले से प्राप्त ज्ञान की मान्यता (RPL) के अंतर्गत मान्यता प्रदान की जाती है। मिशन में ग्रामीण युवा, महिला, ड्रॉपआउट्स, और हाशिए के समुदायों पर विशेष ध्यान दिया गया है।
परिवर्तन लाने वाली प्रमुख योजनाएं
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY): इस प्रमुख योजना के तहत 10 वर्षों में 1.63 करोड़ लोगों को प्रशिक्षण दिया गया है। इसमें ग्रीन स्किलिंग, पीएम विश्वकर्मा योजना और ग्रीन हाइड्रोजन मिशन के तहत पाठ्यक्रम शामिल हैं।
जन शिक्षण संस्थान (JSS): अशिक्षित और स्कूली ड्रॉपआउट्स के लिए सामुदायिक प्रशिक्षण केंद्र। 2018 से 2024 के बीच 26 लाख से अधिक लाभार्थी प्रशिक्षित हुए।
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय अप्रेंटिसशिप प्रोत्साहन योजना (PM-NAPS): अप्रेंटिस को 25% डीबीटी आधारित वजीफा दिया जाता है। मई 2025 तक 43.47 लाख से अधिक अप्रेंटिस जुड़े हैं।
ग्रामीण कौशल योजनाएं: RSETIs के माध्यम से 56.7 लाख ग्रामीण युवाओं को उद्यमिता में प्रशिक्षित किया गया है। DDU-GKY योजना राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) के तहत वेतनभोगी रोजगार उपलब्ध कराती है।
PM विश्वकर्मा योजना (2023): पारंपरिक कारीगरों को आधुनिक औज़ार, डिजिटल भुगतान, और बिना गारंटी ऋण की सुविधा दी जाती है।
भविष्य-केंद्रित तकनीकी कौशल
स्किल इंडिया डिजिटल हब (SIDH) आधार-आधारित निगरानी और केंद्रीकृत डेटा से लैस है। सभी प्रमाणपत्र राष्ट्रीय कौशल योग्यता ढांचे (NSQF) के अनुरूप होते हैं और इन्हें डिजीलॉकर और राष्ट्रीय क्रेडिट फ्रेमवर्क (NCrF) के माध्यम से प्राप्त किया जा सकता है।
Static GK Fact: NSQF एक ऐसा ढांचा है जो योग्यता को ज्ञान, कौशल, और अभिरुचि के विभिन्न स्तरों पर वर्गीकृत करता है।
भविष्य की प्राथमिकताएं और तमिलनाडु का योगदान
2025 की थीम है: AI, साइबर सुरक्षा और ग्रीन जॉब्स में भविष्य-सिद्ध स्किलिंग। सरकार जन–निजी भागीदारी को बढ़ावा दे रही है ताकि जॉब मार्केट में मांग और आपूर्ति के बीच संतुलन बनाया जा सके।
Static GK Tip: राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (NSDC) की स्थापना 2008 में हुई थी, जो निजी क्षेत्र की स्किलिंग परियोजनाओं का समन्वय करता है।
तमिलनाडु ने हैदराबाद और चेन्नई स्थित NSTIs में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित किए हैं, जहां AI, रोबोटिक्स और इंडस्ट्री 4.0 तकनीकों का प्रशिक्षण दिया जाता है।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
स्किल इंडिया की शुरुआत | 15 जुलाई 2015 |
कुल प्रशिक्षित व्यक्ति | 6 करोड़ से अधिक |
प्रमुख योजनाएं | PMKVY, PM-NAPS, JSS, DDU-GKY |
अप्रेंटिस की संख्या | 43.47 लाख (मई 2025 तक) |
RSETIs के माध्यम से प्रशिक्षित | 5.67 मिलियन से अधिक |
NSQF एकीकरण | प्रमाणन राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप |
2025 की प्राथमिकता | AI और ग्रीन स्किल्स |
SIDH | आधार-आधारित निगरानी मंच |
डिजीलॉकर | प्रशिक्षण प्रमाणपत्र स्टोरेज |
PM विश्वकर्मा योजना | औज़ार व ऋण सहायता प्रदान करता है |