अरबों वर्ष पुरानी धरोहर को वैश्विक पहचान
उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में स्थित सालखन जीवाश्म उद्यान (Salkhan Fossil Park), जिसे सोनभद्र जीवाश्म पार्क भी कहा जाता है, को वर्ष 2025 में यूनेस्को की संभावित विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया है। यह कदम इसे प्राकृतिक विरासत श्रेणी में विश्व धरोहर स्थल बनने की दिशा में अग्रसर करता है।
यह स्थल न केवल भारत के लिए, बल्कि पूरे विश्व के लिए अद्वितीय है, क्योंकि यहाँ पाए गए जीवाश्म लगभग 1.4 अरब वर्ष पुराने हैं। यह स्थल काइमूर पर्वत श्रृंखला में स्थित है, जो विंध्य पर्वत का हिस्सा है, और काइमूर वन्यजीव अभयारण्य के पास स्थित है।
क्या है इसकी विशेषता?
यहाँ पाए गए स्ट्रोमैटोलाइट (Stromatolite) जीवाश्म, सायनोबैक्टीरिया (नीले-हरे शैवाल) द्वारा बनाए गए थे। इन्हीं जीवों ने पृथ्वी के वायुमंडल में ऑक्सीजन का पहला योगदान दिया था, जिसे ग्रेट ऑक्सीडेशन इवेंट कहा जाता है। इसका मतलब है कि यह स्थल जीवन की उत्पत्ति का प्रमाण है।
ये जीवाश्म विभिन्न रूपों—गुंबदाकार (domal), स्तंभाकार (columnar) और परतदार (stratiform)—में संरक्षित हैं, जो उस काल के जल निकायों की गहराई, तरंग क्रिया और तलछट की स्थिति को दर्शाते हैं। इतने पुराने और संरक्षित जीवाश्म विश्व स्तर पर अत्यंत दुर्लभ हैं।
यूनेस्को और IUCN मापदंडों पर खरा
यह उद्यान IUCN के 2020 भू–संपदा दिशा–निर्देशों और यूनेस्को के 2021 भूवैज्ञानिक इतिहास ढांचे के अनुरूप है। यह उसे वैश्विक रूप से विशेष बनाता है क्योंकि अधिकांश विश्व धरोहर सूची में प्री–कैम्ब्रियन युग का प्रतिनिधित्व नहीं है, जबकि यह स्थल उस विशाल कालखंड को दर्शाता है जो पृथ्वी के इतिहास का 85% है।
यूनेस्को विश्व धरोहर स्थलों की जानकारी
यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल वे होते हैं जिन्हें “उत्कृष्ट सार्वभौमिक मूल्य” (Outstanding Universal Value) प्राप्त होता है। ये तीन श्रेणियों में चुने जाते हैं:
- सांस्कृतिक विरासत (जैसे मंदिर, स्मारक)
- प्राकृतिक विरासत (जैसे राष्ट्रीय उद्यान, जीवाश्म स्थल)
- मिश्रित विरासत (प्राकृतिक और सांस्कृतिक दोनों)
भारत में पहले से ही 40+ विश्व धरोहर स्थल हैं जैसे कि काज़ीरंगा, हम्पी, और ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क। अगर इसे अनुमोदन मिल जाता है, तो सालखन इस प्रतिष्ठित सूची में अगला नाम बन सकता है।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
स्थल का नाम | सालखन जीवाश्म उद्यान |
वैकल्पिक नाम | सोनभद्र जीवाश्म पार्क |
स्थान | सोनभद्र, उत्तर प्रदेश |
संभावित सूची में शामिल | 2025 |
जीवाश्म की आयु | लगभग 1.4 अरब वर्ष |
जीवाश्म प्रकार | स्ट्रोमैटोलाइट (Stromatolite) |
पर्वत श्रृंखला | काइमूर, विंध्य पर्वत |
पास का अभयारण्य | काइमूर वन्यजीव अभयारण्य |
IUCN दिशा-निर्देश वर्ष | 2020 |
यूनेस्को ढांचा | 2021 |
Static GK तथ्य | प्री-कैम्ब्रियन युग पृथ्वी के इतिहास का 85% कवर करता है |