नीलामी में पारदर्शिता की डिजिटल छलांग
भारत में संपत्तियों की नीलामी प्रणाली को आधुनिक और पारदर्शी बनाने के लिए, भारत सरकार ने Baanknet पोर्टल लॉन्च किया है—एक केन्द्रित ई–नीलामी मंच जो सार्वजनिक क्षेत्रीय बैंकों (PSBs) के लिए तैयार किया गया है। इस पर 1.22 लाख से अधिक संपत्तियाँ पहले से ही सूचीबद्ध हैं। यह केवल वेबसाइट नहीं, बल्कि डिजिटल वसूली पारिस्थितिकी तंत्र का हिस्सा है जो आम नागरिकों और निवेशकों को आसान, तेज़ और पारदर्शी तरीके से भागीदारी का मौका देता है।
Baanknet क्या है?
Baanknet एक एकीकृत डिजिटल पोर्टल है जिसे पहले अलग-अलग बैंकों के बिखरे हुए नीलामी प्लेटफार्मों को समेकित करने के लिए तैयार किया गया है। पहले हर बैंक की अपनी प्रणाली होती थी जिससे भ्रम, पारदर्शिता की कमी और सीमित पहुँच की समस्या थी। अब चाहे वह चेन्नई का फ्लैट हो, जयपुर की दुकान हो या महाराष्ट्र की खेती की ज़मीन—सभी एक ही मंच पर उपलब्ध हैं।
उपयोगकर्ता-केन्द्रित अनुभव
Baanknet को विशेष रूप से छोटे निवेशकों और पहली बार बोली लगाने वालों को ध्यान में रखकर डिज़ाइन किया गया है। इसकी प्रमुख सुविधाएं हैं:
- पूरी तरह से ऑनलाइन नीलामी प्रक्रिया
- ई–केवाईसी सत्यापन
- स्वचालित भुगतान गेटवे
- तकनीकी सहायता हेतु हेल्पडेस्क
रजिस्ट्रेशन से लेकर भुगतान और दस्तावेज़ीकरण तक, सब कुछ ऑनलाइन होता है, जिससे प्रक्रिया तेज़, पारदर्शी और झंझट–मुक्त बन जाती है।
क्यों महत्वपूर्ण है: निष्क्रिय संपत्तियों का उपयोग
जब ऋण वसूली नहीं हो पाती, तो बैंक संपत्तियाँ जब्त कर लेते हैं जिन्हें डिफॉल्ट संपत्ति (Distressed Assets) कहा जाता है। Baanknet के माध्यम से इन संपत्तियों को तेज़ी से और सार्वजनिक रूप से नीलाम किया जा सकता है, जिससे उनकी आर्थिक उपयोगिता सामने आती है।
जब बैंकों को इन संपत्तियों से फंड मिलता है, तो उनकी बैलेंस शीट मजबूत होती है, और वे नई ऋण देने की क्षमता हासिल करते हैं—जो देश की आर्थिक पुनरुत्थान प्रक्रिया में योगदान देता है।
क्या उपलब्ध है?
Baanknet पर वर्तमान में 1,22,500 से अधिक संपत्तियाँ सूचीबद्ध हैं, जैसे:
- आवासीय मकान और फ्लैट्स
- वाणिज्यिक दुकानें और कार्यालय स्थान
- कृषि और औद्योगिक भूमि
- पुनः प्राप्त वाहन और मशीनरी
स्मार्ट फ़िल्टर के माध्यम से स्थान, मूल्य सीमा और संपत्ति श्रेणी अनुसार खोज करना आसान होता है, जिससे अलग-अलग वेबसाइटों की आवश्यकता समाप्त हो जाती है।
कार्यान्वयन हेतु प्रशिक्षण
वित्तीय सेवा विभाग (DFS) ने सभी सार्वजनिक क्षेत्रीय बैंकों और ऋण वसूली न्यायाधिकरणों (DRTs) के कर्मचारियों को Baanknet के उपयोग और प्रबंधन का प्रशिक्षण दिया है। यह प्रशिक्षण एम. नागराजु, सचिव, DFS के नेतृत्व में हुआ, जिसमें कानूनी प्रक्रिया, नीलामी प्रबंधन और मंच संचालन शामिल है।
डिजिटल गवर्नेंस का श्रेष्ठ उदाहरण
Baanknet का उद्देश्य न केवल प्रक्रिया को डिजिटल बनाना है, बल्कि मानव त्रुटियाँ और पक्षपात की संभावनाओं को समाप्त करना भी है। स्पष्ट सूचीबद्ध जानकारी, बोली नियम और समय सीमाएं प्रदर्शित की जाती हैं—जिससे हर प्रतिभागी को समान अवसर प्राप्त होता है।
आगे की दिशा
आने वाले वर्षों में Baanknet को एक राष्ट्रीय स्तर के नीलामी इंजन के रूप में विकसित किया जाएगा, जिसमें NBFCs, सहकारी बैंक और निजी ऋणदाता भी शामिल होंगे। मोबाइल ऐप, लाइव बिडिंग अपडेट, और AI आधारित संपत्ति सुझाव जैसी सुविधाएं भी जोड़ी जाएंगी।
यह मंच IBC (Insolvency and Bankruptcy Code) के मामलों में भी प्रमुख भूमिका निभा सकता है, जिससे ऋण वसूली और परिसंपत्ति निपटान की प्रक्रिया तेज़ होगी।
STATIC GK SNAPSHOT (प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए)
प्रमुख तथ्य | विवरण |
मंच का नाम | Baanknet |
उद्देश्य | सार्वजनिक क्षेत्रीय बैंकों के लिए केंद्रीकृत ई-नीलामी पोर्टल |
किसके द्वारा शुरू किया गया | भारत सरकार, वित्तीय सेवा विभाग |
संचालन | वित्तीय सेवा विभाग (DFS) |
सूचीबद्ध संपत्तियाँ | 1,22,500+ (आवासीय, वाणिज्यिक, कृषि, वाहन) |
प्रमुख सुविधाएं | ई-केवाईसी, ऑनलाइन भुगतान, हेल्पडेस्क, एकीकृत मंच |
प्रमुख अधिकारी | एम. नागराजु, सचिव, DFS |
संबद्ध संस्थान | DRTs, दिवालियापन और दिवालियापन बोर्ड (IBBI) |
परीक्षा प्रासंगिकता | UPSC, TNPSC, SSC, RBI, बैंकिंग, अर्थव्यवस्था, डिजिटल शासन |