भारत की समुद्री रक्षा को हरित बल
23 जुलाई 2025 को गोवा शिपयार्ड लिमिटेड (GSL) में भारत ने “समुद्र प्रचेत“ नामक दूसरे और अंतिम प्रदूषण नियंत्रण पोत (PCV) को लॉन्च किया।
यह पोत पूर्णतः स्वदेशी तकनीक से विकसित किया गया है और तेल रिसाव और समुद्री प्रदूषण की आपात स्थिति से निपटने में भारत की क्षमता को बढ़ाएगा।
यह कदम आत्मनिर्भर भारत की समुद्री अधोसंरचना को सशक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा योगदान है।
बढ़ते समुद्री खतरों के प्रति भारत की प्रतिक्रिया
भारतीय समुद्री यातायात में हो रही वृद्धि के कारण तेल रिसाव और प्रदूषण के खतरे भी बढ़ गए हैं।
इन्हीं चिंताओं को देखते हुए, रक्षा मंत्रालय ने दो प्रदूषण नियंत्रण पोत बनाने की योजना शुरू की।
पहला पोत अगस्त 2024 में लॉन्च हुआ था और अब समुद्र प्रचेत के साथ यह पहल पूरी हो गई है।
Static GK तथ्य: भारतीय तटरक्षक बल की स्थापना 1 फरवरी 1977 को Coast Guard Act, 1978 के तहत हुई थी।
समुद्र प्रचेत की भूमिका
यह पोत जटिल प्रदूषण घटनाओं से निपटने में सक्षम है।
इसमें उन्नत प्रदूषण नियंत्रण उपकरण, तेज़ प्रतिक्रिया तंत्र, और तेल रिसाव रोकथाम प्रणाली मौजूद है।
यह MARPOL जैसी अंतरराष्ट्रीय संधियों के तहत भारत की प्रतिबद्धताओं को पूरा करने में भी सहायक होगा।
प्रदूषण नियंत्रण पोतों के उद्देश्य
समुद्र प्रचेत जैसे जहाजों को तैनात करने के उद्देश्य हैं:
- तेल रिसाव प्रतिक्रिया क्षमता को मजबूत करना
- तटीय और समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र की रक्षा करना
- आपात स्थिति में समन्वय को बेहतर बनाना
- स्वदेशी जहाज निर्माण क्षमताओं को बढ़ावा देना
Static GK तथ्य: Maritime Zones of India Act, 1981 भारत को अपने समुद्री संसाधनों की रक्षा और प्रदूषण की रोकथाम का अधिकार देता है।
प्रमुख तकनीकी विशेषताएँ
समुद्र प्रचेत की मुख्य तकनीकी खूबियाँ हैं:
- लंबाई:5 मीटर
- चौड़ाई:5 मीटर
- वजन (डिस्प्लेसमेंट): 4,170 टन
- निर्माता: गोवा शिपयार्ड लिमिटेड
- संचालन क्षेत्र: भारत का पूरा विशेष आर्थिक क्षेत्र (EEZ)
- उपकरण: अत्याधुनिक प्रदूषण नियंत्रण प्रणाली
इसका शुभारंभ तटरक्षक महानिदेशक परमेश शिवमणि और रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में हुआ।
Static GK टिप: गोवा शिपयार्ड लिमिटेड रक्षा मंत्रालय के अधीन प्रमुख सार्वजनिक उपक्रम है, जो सैन्य और वाणिज्यिक पोतों के निर्माण में अग्रणी है।
हरित समुद्री रणनीति में एक नया अध्याय
समुद्र प्रचेत का शुभारंभ भारत की हरित समुद्री रणनीति की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
बढ़ते समुद्री खतरों के बीच ऐसे जहाज भारत की तैयारियों, संरक्षण क्षमता और वैश्विक विश्वसनीयता को मज़बूत बनाते हैं।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
पोत का नाम | समुद्र प्रचेत |
प्रकार | प्रदूषण नियंत्रण पोत (PCV) |
लॉन्च तिथि | 23 जुलाई 2025 |
लॉन्च स्थल | गोवा शिपयार्ड लिमिटेड |
निर्माता | गोवा शिपयार्ड लिमिटेड |
लंबाई | 114.5 मीटर |
वजन (डिस्प्लेसमेंट) | 4,170 टन |
अंतरराष्ट्रीय समझौता | MARPOL |
संबंधित कानून | समुद्री क्षेत्र अधिनियम, 1981 |
प्रमुख अधिकारी | परमेश शिवमणि, महानिदेशक – ICG |