नई दिल्ली में ऐतिहासिक सांगीतिक शुरुआत
भारत ने Bharat Mandapam, नई दिल्ली में पहली बार BIMSTEC पारंपरिक संगीत महोत्सव का आयोजन कर एक ऐतिहासिक सांस्कृतिक पहल की शुरुआत की। इस कार्यक्रम को ‘सप्तसुर: सात राष्ट्र, एक राग’ शीर्षक दिया गया, जिसमें भारत, बांग्लादेश, भूटान, म्यांमार, नेपाल, श्रीलंका और थाईलैंड के कलाकारों ने भाग लिया। यह उत्सव भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (ICCR) की पहल है, जो बंगाल की खाड़ी क्षेत्र की विविध और साझा सांगीतिक विरासत को प्रस्तुत करता है।
भारत का सांस्कृतिक कूटनीति में नेतृत्व
BIMSTEC शिखर सम्मेलन 2025 (थाईलैंड) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस सांस्कृतिक महोत्सव का प्रस्ताव रखा था। यह पहल भारत की मुलायम शक्ति (soft power) कूटनीति की दिशा में एक और प्रयास है, जिससे दक्षिण और दक्षिण-पूर्व एशिया में क्षेत्रीय संबंधों को मजबूती मिल रही है। इस कार्यक्रम का उद्घाटन विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने किया, जिन्होंने इसे बहुपक्षीय सहयोग में संस्कृति की भूमिका का प्रतीक बताया।
Static GK Fact: BIMSTEC की स्थापना 1997 में हुई थी और इसका उद्देश्य दक्षिण एशिया और दक्षिण-पूर्व एशिया को आर्थिक, तकनीकी और सांस्कृतिक सहयोग के माध्यम से जोड़ना है।
विविधता में एकता का प्रतीक
‘सप्तसुर’ महोत्सव BIMSTEC के आदर्श वाक्य “Peace, Prosperity and Partnership” को दर्शाता है। सातों देशों के पारंपरिक वाद्ययंत्र, गायन शैलियाँ और पारंपरिक परिधान, बंगाल की खाड़ी क्षेत्र की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत को जीवंत करते हैं। इस कार्यक्रम में सार्वजनिक प्रवेश निःशुल्क रखा गया, जिससे अधिक से अधिक लोगों ने सीमाओं से परे सांस्कृतिक अनुभव प्राप्त किया।
Static GK Tip: Bharat Mandapam, जो प्रगति मैदान, नई दिल्ली में स्थित है, एक आधुनिक सांस्कृतिक और सम्मेलन स्थल है और G20 शिखर सम्मेलन 2023 का भी स्थल रह चुका है।
जन-जन के संबंधों को सुदृढ़ करना
‘सप्तसुर’ जैसे सांस्कृतिक आयोजनों का उद्देश्य केवल मनोरंजन नहीं बल्कि जन स्तर पर संपर्क को बढ़ावा देना है, जिसे विदेशी नीति का चौथा स्तंभ भी कहा जाता है। यह एक गैर–राजनीतिक माध्यम है जिससे अंतरराष्ट्रीय साझेदारियों को मजबूत किया जा सकता है। इस आयोजन ने भारत को क्षेत्रीय एकजुटता और सांस्कृतिक नेतृत्व के प्रतीक के रूप में प्रस्तुत किया।
BIMSTEC सांस्कृतिक सहयोग का भविष्य
पहले संस्करण की सफलता से अब BIMSTEC के वार्षिक सांस्कृतिक आयोजनों का मार्ग खुल गया है। वैश्विक कूटनीति में सांस्कृतिक सॉफ्ट पावर के महत्व को देखते हुए, ‘सप्तसुर’ जैसे आयोजन भविष्य में युवा सहभागिता, पर्यटन, और सांस्कृतिक उद्योगों को भी बढ़ावा दे सकते हैं।
Static Usthadian Current Affairs Table
विषय | विवरण |
BIMSTEC का पूरा नाम | Bay of Bengal Initiative for Multi-Sectoral Technical and Economic Cooperation |
स्थापना वर्ष | 1997 |
सदस्य देश | भारत, बांग्लादेश, भूटान, नेपाल, श्रीलंका, म्यांमार, थाईलैंड |
आयोजन स्थल | भारत मंडपम, नई दिल्ली |
आयोजन संस्था | भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (ICCR) |
उद्घाटनकर्ता | विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर |
आयोजन का नाम | सप्तसुर: सात राष्ट्र, एक राग |
प्रस्तावक | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (BIMSTEC 2025 सम्मेलन में) |
BIMSTEC का आदर्श वाक्य | Peace, Prosperity and Partnership |
सांस्कृतिक कूटनीति की भूमिका | जन–जन संबंध और क्षेत्रीय एकता को बढ़ावा देना |