जुलाई 30, 2025 11:33 पूर्वाह्न

संसद में व्यवधानों से मानसून सत्र की कार्यप्रणाली प्रभावित

चालू घटनाएँ: मानसून सत्र 2025, संसद में अवरोध, 17वीं लोकसभा, राज्यसभा उत्पादकता, संसदीय कैलेंडर, आचार समिति, लोकतांत्रिक उत्तरदायित्व, विधायी कार्य, विपक्ष के अधिकार, संसद में बाधा की लागत

Parliament Disruptions Derail Monsoon Session Functioning

लगातार अवरोधों ने बाधित किया संसद का कार्य

2025 के मानसून सत्र के पहले सप्ताह में लगातार व्यवधान देखे गए, जिससे लोकसभा और राज्यसभा दोनों के कार्यों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा। 17वीं लोकसभा ने अपने निर्धारित समय का 88% उपयोग किया, जबकि राज्यसभा केवल 73% समय ही कार्य कर सकी। यह रुझान एक गंभीर संस्थागत समस्या को उजागर करता है, जहां विचारविमर्श की बजाय विरोध और स्थगन हावी रहते हैं।

बैठकों की संख्या में गिरावट

पिछले कुछ दशकों में संसदीय बैठकों की संख्या में भारी गिरावट आई है।

Static GK Fact: 1950 के दशक में संसद वर्ष में 120–140 दिन बैठती थी, जबकि अब यह संख्या घटकर 60–70 दिन रह गई है।
इस गिरावट और साथ में अवरोधों के चलते चर्चा, निगरानी और कानून निर्माण जैसे मूल विधायी कार्य कमजोर हो गए हैं।

व्यवधानों के परिणाम

  • लोकतांत्रिक जवाबदेही में गिरावट: संसद में बहसें कार्यपालिका की जवाबदेही सुनिश्चित करने का प्रमुख माध्यम हैं। लगातार व्यवधान इस प्रक्रिया को बाधित करते हैं।
  • आर्थिक लागत: संसद संचालन की लागत ₹2.5 लाख प्रति मिनट आँकी गई है। अवरोधों के चलते बिना किसी विधायी लाभ के भारी सार्वजनिक धन की बर्बादी होती है।
  • जन विश्वास में कमी: नागरिक संसद को अप्रभावी मानने लगते हैं जब जनप्रतिनिधि बहस की बजाय हंगामे में लिप्त होते हैं।

समाधान के संभावित उपाय

  • विपक्ष के लिए निर्धारित समय:
    Static GK Tip: ब्रिटेन की संसद हर वर्ष 20 दिन विपक्ष के लिए आरक्षित करती है, जिससे समावेशिता बढ़ती है और टकराव कम होता है।
  • आचार समितियों को सशक्त बनाना:
    ये समितियाँ बारबार अवरोध करने वाले सांसदों के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की सिफारिश कर सकती हैं।
  • वार्षिक संसदीय कैलेंडर:
    साल की शुरुआत में स्थायी संसदीय कैलेंडर घोषित किया जाना चाहिए ताकि सत्र की पूर्वयोजना, अनुशासन और पारदर्शिता सुनिश्चित हो सके।

आगे की राह

भारत की संसद को एक विवेचनात्मक निकाय के रूप में पुनर्स्थापित करने के लिए केवल प्रक्रियागत सुधार ही नहीं, बल्कि राजनीतिक संस्कृति में बदलाव की भी आवश्यकता है। संसद की गरिमा और कार्यशीलता को बहाल करना भारतीय लोकतंत्र की आत्मा को सुरक्षित रखने के लिए अनिवार्य है।

Static Usthadian Current Affairs Table

तथ्य विवरण
लोकसभा उत्पादकता (मानसून सत्र 2025) 88% निर्धारित समय का उपयोग
राज्यसभा उत्पादकता 73% निर्धारित समय का उपयोग
संसद संचालन लागत ₹2.5 लाख प्रति मिनट
1950 के दशक की औसत बैठकें 120–140 दिन प्रतिवर्ष
वर्तमान औसत बैठकें 60–70 दिन प्रतिवर्ष
UK संसद में विपक्ष को समय 20 दिन प्रतिवर्ष
प्रमुख सुधार सुझाव आचार समितियों को सशक्त बनाना
एक अन्य सुधार वार्षिक संसदीय कैलेंडर लागू करना
लोकतांत्रिक चिंता जवाबदेही और जनविश्वास में गिरावट
प्रमुख चुनौती विधायी कार्य में बार-बार अवरोध
Parliament Disruptions Derail Monsoon Session Functioning
  1. मानसून सत्र 2025 में महत्वपूर्ण व्यवधान देखे गए।
  2. लोकसभा 88% और राज्यसभा 73% उत्पादकता पर संचालित हुई।
  3. संसदीय व्यवधानों से सार्वजनिक धन की बर्बादी होती है।
  4. संसद चलाने की लागत5 लाख रुपये प्रति मिनट है।
  5. संसदीय बैठक के दिन 140 से घटकर 60-70 प्रति वर्ष हो गए।
  6. व्यवधानों से लोकतांत्रिक जवाबदेही कम होती है।
  7. कार्यपालिका की निगरानी के लिए बहस महत्वपूर्ण है।
  8. नागरिक संसदीय प्रभावशीलता में गिरावट का अनुभव कर रहे हैं।
  9. ब्रिटिश संसद प्रति वर्ष विपक्ष के लिए 20 दिन आवंटित करती है।
  10. सुझाया गया सुधार: वार्षिक संसदीय कैलेंडर।
  11. जवाबदेही के लिए आचार समितियों को मजबूत करने की आवश्यकता।
  12. व्यवधान कानून बनाने की क्षमता को कम करते हैं।
  13. संसद में विश्वास की कमी लोकतांत्रिक संस्थाओं को नुकसान पहुँचाती है।
  14. सत्र विरोध प्रदर्शनों और स्थगनों से प्रभावित रहा।
  15. व्यवधान संस्कृति विधायी विश्वसनीयता को कमज़ोर करती है।
  16. समय-सारिणी में अधिक संरचना अराजकता को सीमित कर सकती है।
  17. संरचनात्मक सुधारों को राजनीतिक परिपक्वता का समर्थन प्राप्त होना चाहिए।
  18. व्यवधान पर बहस को बढ़ावा देने से जनता का विश्वास सुनिश्चित होता है।
  19. नैतिक मानदंडों को सांसदों के आचरण का मार्गदर्शन करना चाहिए।
  20. इस प्रवृत्ति को ठीक करना लोकतांत्रिक अस्तित्व के लिए महत्वपूर्ण है।

Q1. मॉनसून सत्र 2025 के दौरान लोकसभा की उत्पादकता कितनी रही?


Q2. संसद चलाने की प्रति मिनट अनुमानित लागत क्या है?


Q3. 1950 के दशक में संसद साल भर में कितने दिनों तक चलती थी?


Q4. कौन-से देश की संसद विपक्ष को 20 दिन आरक्षित करती है?


Q5. संसदीय कार्यप्रणाली सुधारने के लिए कौन-सा सुझाव उपयुक्त है?


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