निष्क्रिय वायरस और नई खोज
वेरीसेला–जोस्टर वायरस, जो बचपन में चिकनपॉक्स का कारण बनता है, शरीर में तंत्रिका ऊतकों में छिपा रहता है। उम्र बढ़ने या प्रतिरक्षा कमजोर होने पर यह वायरस शिंगल्स के रूप में सक्रिय हो जाता है, जिससे दर्दनाक फफोले और नसों को नुकसान होता है। लेकिन हालिया वैश्विक अनुसंधान दर्शाता है कि शिंगल्स वैक्सीन केवल संक्रमण से सुरक्षा ही नहीं, बल्कि हृदय रोग के जोखिम को 23% तक घटा सकती है और डिमेंशिया का खतरा भी कम कर सकती है।
शिंगल्स और उसका प्रभाव
शिंगल्स उस सुप्त चिकनपॉक्स वायरस से उत्पन्न होता है, जो उम्र या बीमारी के कारण पुनः सक्रिय हो जाता है। यह तंत्रिकाओं के साथ दर्दनाक फफोले उत्पन्न करता है और लंबे समय तक रहने वाला नसों का दर्द (पोस्टहर्पेटिक न्यूराल्जिया) छोड़ सकता है। गंभीर मामलों में यह आंखों या मस्तिष्क तक फैल सकता है, जिससे दृष्टि हानि, लकवा या मस्तिष्क में सूजन हो सकती है, जो बुज़ुर्गों और कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वालों के लिए घातक है।
टीकाकरण से हृदय और मस्तिष्क की रक्षा
नई रिसर्च के अनुसार, वायरल पुनः सक्रियण और शरीर में सूजन के बीच संबंध पाया गया है, जिससे हृदय और मस्तिष्क संबंधी रोग गंभीर हो सकते हैं। शिंगल्स का टीका लगवाने वाले लोगों में स्ट्रोक, हार्ट अटैक और याददाश्त कमजोर होने के लक्षणों में कमी देखी गई है। विशेषज्ञों का मानना है कि वायरस को रोक कर लंबे समय तक चलने वाली सूजन को रोका जा सकता है, जिससे हृदय और मस्तिष्क स्वस्थ रहते हैं।
किसे लेना चाहिए यह टीका?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने शिंग्रिक्स, एक रीकॉम्बिनेंट वैक्सीन, को 50 वर्ष और उससे अधिक उम्र के व्यक्तियों के लिए अनुशंसित किया है। यह एचआईवी संक्रमित, कैंसर सर्वाइवर, और अंग प्रत्यारोपण कराने वालों जैसे कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले युवाओं के लिए भी आवश्यक है। हालांकि शिंगल्स सीधे संक्रामक नहीं है, लेकिन जिन लोगों को कभी चिकनपॉक्स नहीं हुआ, वे इसके फफोलों के संपर्क में आने पर संक्रमित हो सकते हैं।
भारत के वृद्धजन के लिए दोहरा लाभ
भारत में तेज़ी से बढ़ती वृद्ध आबादी और गैर–संचारी रोगों की बढ़ती समस्या को देखते हुए, शिंगल्स टीकाकरण से राष्ट्रीय स्वास्थ्य में बड़ा लाभ मिल सकता है। यह न केवल व्यक्तिगत पीड़ा को कम करेगा, बल्कि डिमेंशिया और हृदय रोगों की दर में गिरावट लाने में मदद करेगा। इसके लिए जागरूकता, सस्ती दर पर उपलब्धता, और सार्वजनिक स्वास्थ्य योजनाओं में सम्मिलन महत्वपूर्ण होंगे।
STATIC GK SNAPSHOT
पहलू | विवरण |
वायरस का नाम | वेरीसेला-जोस्टर वायरस |
उत्पन्न रोग | चिकनपॉक्स (प्रारंभिक), शिंगल्स (पुनः सक्रियण) |
प्रमुख वैक्सीन | शिंग्रिक्स (रीकॉम्बिनेंट वैक्सीन) |
WHO अनुशंसित आयु | 50+ वर्ष और कमजोर प्रतिरक्षा वाले व्यक्ति |
संचरण विधि | फफोलों के संपर्क या हवा में फैलने वाले कणों से |
मुख्य लक्षण | फफोलेदार दाने, नसों का दर्द, दृष्टि हानि (गंभीर मामलों में) |
संबंधित बीमारियाँ | डिमेंशिया, हृदय रोग |
वैक्सीन के लाभ | हृदय रोग में 23% तक कमी, डिमेंशिया जोखिम में कमी |