भारत की नौकरशाही के शीर्ष पद पर एक अनुभवी अर्थशास्त्री
22 फरवरी 2025 को प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) के लिए एक अहम घोषणा हुई जब शक्तिकांत दास, पूर्व भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) गवर्नर, को प्रधानमंत्री के नए प्रधान सचिव के रूप में नियुक्त किया गया। यह कदम प्रशासनिक अनुभव और आर्थिक नीति की गहरी समझ का संगम दर्शाता है।
इतिहास से प्रशासन तक का सफर
शक्तिकांत दास ने दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से इतिहास में स्नातक की पढ़ाई की और 1980 बैच के तमिलनाडु कैडर आईएएस अधिकारी के रूप में सेवा शुरू की। उन्होंने राजस्व सचिव, उर्वरक सचिव सहित कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया, जिससे उन्हें वित्तीय नीति और सार्वजनिक प्रशासन दोनों में विशेषज्ञता मिली।
आरबीआई में स्थिर नेतृत्व
2018 से 2024 तक 25वें आरबीआई गवर्नर के रूप में, उन्होंने कोविड-19 महामारी, रूस-यूक्रेन युद्ध और मुद्रास्फीति जैसी चुनौतियों से भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूती से दिशा दी। उनके कार्यकाल में ऋण स्थगन, रेपो दरों में कटौती और मुद्रा स्थिरता जैसे कई नीतिगत कदम उठाए गए।
डिजिटल भारत को नई उड़ान
शक्तिकांत दास के नेतृत्व में यूपीआई (UPI) ने न केवल देश में बल्कि सिंगापुर और यूएई जैसे देशों में भी अपनी पहुंच बनाई। उन्होंने ₹2,000 के नोट की वापसी की योजना का भी सफल संचालन किया, जो नोटबंदी के बाद नकदी नियंत्रण का एक अहम कदम था।
प्रधान सचिव: प्रधानमंत्री के प्रमुख रणनीतिकार
प्रधान सचिव की भूमिका प्रधानमंत्री के मुख्य सलाहकार जैसी होती है। यह पद मंत्रालयों के बीच समन्वय, नीति विश्लेषण, और रणनीतिक क्रियान्वयन का केंद्र होता है। शक्तिकांत दास अब प्रमोद कुमार मिश्रा के साथ इस पद की ज़िम्मेदारी साझा करेंगे, जिससे पीएमओ का कार्य संचालन और अधिक समन्वित होगा।
चुनौतियां और उम्मीदें
दुनिया की अस्थिर अर्थव्यवस्था और भारत के तेज़ विकास लक्ष्य को देखते हुए, शक्तिकांत दास के सामने ‘मेक इन इंडिया‘, ‘डिजिटल इंडिया‘, ‘गति शक्ति‘ जैसे अभियानों के लिए तेज़ और समन्वित क्रियान्वयन सुनिश्चित करने की चुनौती होगी।
STATIC GK SNAPSHOT (प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए)
पहलू | विवरण |
पद | प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव |
नियुक्ति की तिथि | 22 फरवरी 2025 |
पूर्व पद | 25वें आरबीआई गवर्नर (2018–2024) |
आईएएस कैडर | तमिलनाडु, 1980 बैच |
शिक्षा | इतिहास स्नातक, सेंट स्टीफेंस कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय |
प्रमुख आर्थिक कार्य | ₹2,000 नोट की वापसी, यूपीआई का वैश्वीकरण |
मुख्य नीति क्षेत्र | पीएमओ समन्वय, मौद्रिक-वित्तीय नीति समन्वय |
वर्तमान पीएमओ संरचना | प्रमोद कुमार मिश्रा के साथ संयुक्त नेतृत्व |