ब्राज़ील में रिकॉर्ड तोड़ नीलामी
2023 में, वैश्विक पशुपालन क्षेत्र में एक ऐतिहासिक क्षण देखने को मिला, जब भारतीय मूल की गाय व्यातिना-19 को ब्राज़ील के मिनास गेरैस में ₹40 करोड़ में नीलाम किया गया। इस अद्भुत बिक्री ने व्यातिना-19 को दुनिया की सबसे महंगी गाय का दर्जा दिलाया, जो इसकी श्रेष्ठ आनुवंशिक गुणवत्ता, आकार और प्रजनन क्षमता को दर्शाता है।
व्यातिना-19 की उत्पत्ति और विशेषताएँ
व्यातिना-19 ‘नेल्लोर‘ नस्ल की गाय है, जिसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ‘ओंगोल नस्ल’ के नाम से जाना जाता है। इस नस्ल की उत्पत्ति भारत में हुई थी और इसे 1800 के दशक में ब्राज़ील लाया गया, जहाँ यह तेजी से अनुकूलित होकर फली-फूली। व्यातिना-19 को खास बनाता है इसका 1,101 किलोग्राम वजन, जो सामान्य नेल्लोर गायों से लगभग दोगुना है। इसके मजबूत शरीर, अच्छे स्वास्थ्य और आकर्षक कद-काठी के कारण इसे टेक्सास के “चैंपियन ऑफ द वर्ल्ड” प्रतियोगिता में ‘मिस साउथ अमेरिका‘ का खिताब भी मिला।
नेल्लोर (ओंगोल) नस्ल की वैश्विक सफलता
नेल्लोर नस्ल, जो उष्णकटिबंधीय जलवायु सहनशीलता और रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए जानी जाती है, अब वैश्विक स्तर पर लोकप्रिय हो चुकी है। आज ब्राज़ील दुनिया का सबसे बड़ा नेल्लोर पशुपालक देश है। यह नस्ल अर्जेंटीना, पैराग्वे, वेनेज़ुएला, मध्य अमेरिका, मैक्सिको, अमेरिका सहित कई देशों में पाई जाती है। इसकी सफलता का बड़ा कारण है इसका ज़ेबू वंशज होना, जो भारत की विशेषता है—पीठ पर कूबड़ और ढीली गर्दन की त्वचा (ड्यूलैप) इसकी पहचान है।
ब्राज़ील में ज़ेबू गायें: भारत की पशुधन विरासत
आज ब्राज़ील के लगभग 80% पशुधन ज़ेबू नस्ल से जुड़े हुए हैं, जिनमें से अधिकांश का मूल भारत से है। इनमें नेल्लोर नस्ल की गायें, जैसे व्यातिना-19, शामिल हैं, जिन्हें जलवायु अनुकूलन, सहनशीलता और मांस उत्पादन क्षमता के लिए सराहा जाता है। इस प्रकार भारत की पारंपरिक पशु नस्लें वैश्विक पशुपालन और कृषि प्रणालियों को आकार देने में प्रमुख भूमिका निभा रही हैं।
STATIC GK SNAPSHOT (हिंदी में)
विशेषता | विवरण |
गाय का नाम | व्यातिना-19 |
नस्ल | नेल्लोर (अंतरराष्ट्रीय नाम: ओंगोल) |
नीलामी मूल्य | ₹40 करोड़ (2023, मिनास गेरैस, ब्राज़ील) |
वजन | 1,101 किलोग्राम (औसत नेल्लोर गाय से लगभग दोगुना) |
प्राप्त पुरस्कार | मिस साउथ अमेरिका – चैंपियन ऑफ द वर्ल्ड (टेक्सास) |
नस्ल की उत्पत्ति | भारत (1800 के दशक में ब्राज़ील ले जाई गई) |
ब्राज़ील में ज़ेबू गायों की हिस्सेदारी | 80% राष्ट्रीय पशुधन |
प्रमुख निर्यात क्षेत्र | अर्जेंटीना, वेनेज़ुएला, अमेरिका, मध्य अमेरिका आदि |
प्रमुख गुण | रोग प्रतिरोधकता, जलवायु सहनशीलता, बड़ा आकार |