पारंपरिक जड़ों से जुड़ी एक अनोखी नस्ल
वेम्पूर भेड़, जिसे स्थानीय रूप से पॉट्टु आडू कहा जाता है, तमिलनाडु की देशी भेड़ नस्ल है। इसका सफेद शरीर और लाल–भूरे धब्बे, झुकी हुई कानों और ऊन रहित संरचना इसे गर्म और शुष्क जलवायु के लिए उपयुक्त बनाती है। यह नस्ल विशेषकर तूतीकोरिन और विरुधुनगर जिलों में पाई जाती है और खुली चराई पर निर्भर रहती है—उन्हें न तो हरे चारे की ज़रूरत होती है, न ही ऊन की कतराई।
सांस्कृतिक पहचान और आर्थिक आधार
वेम्पूर भेड़ें सिर्फ पशु नहीं हैं, बल्कि स्थानीय किसानों की सांस्कृतिक और आर्थिक पहचान का हिस्सा हैं। एक जोड़ी भेड़ की कीमत ₹18,000 से ₹20,000 तक होती है, जो छोटे किसानों के लिए महत्वपूर्ण आय का स्रोत है। इन भेड़ों की बदौलत कई ग्रामीण परिवार शिक्षा और आर्थिक स्थिरता कायम रख पाए हैं। इस नस्ल का अस्तित्व जैव विविधता के साथ–साथ पारंपरिक पहचान को भी बचाए रखता है।
औद्योगिक परियोजना से संकट
SIPCOT औद्योगिक परियोजना वेंपूर नस्ल के लिए प्रत्यक्ष खतरा बन गई है। प्रस्तावित योजना में 1,000 एकड़ चराई भूमि का अधिग्रहण शामिल है, जिससे किसान अपनी चराई सुविधा पूरी तरह खो सकते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि यह भूमि चली गई, तो वेम्पूर पशुपालन व्यवस्था ध्वस्त हो जाएगी और नस्ल विलुप्ति की दिशा में बढ़ जाएगी—यह एक सदियों पुरानी कृषिसंस्कृति के अंत जैसा होगा।
संरक्षण की कमी और घटती रुचि
सत्तूर का सरकारी फार्म इस नस्ल के संरक्षण में लगा है, परंतु विशेषज्ञ मानते हैं कि वह खुले चरागाह की जगह नहीं ले सकता। साथ ही, युवाओं में पशुपालन के प्रति घटती रुचि, और प्रजनन दर का कम होना (हर चक्र में एक ही मेमना) भी चिंता का विषय है। यदि संरक्षण प्रयास तेज़ नहीं किए गए, तो नस्ल की संख्या पुनर्जीवन के स्तर से नीचे गिर सकती है।
स्थैतिक जीके झलक (Static GK Snapshot)
तत्व | विवरण |
नस्ल का नाम | वेंपूर भेड़ (स्थानीय नाम: पॉट्टु आडू) |
मूल स्थान | तूतीकोरिन और विरुधुनगर जिले, तमिलनाडु |
विशिष्टता | सफेद शरीर पर लाल-भूरे धब्बे, बालों वाली नस्ल |
अनुमानित जनसंख्या (1998) | 31,000 भेड़ें, औसत झुंड आकार: 38.6 |
संरक्षण स्थान | सत्तूर सरकारी फार्म, तमिलनाडु |
आर्थिक मूल्य | ₹18,000–₹20,000 प्रति प्रजनन जोड़ी |
प्रमुख खतरा | SIPCOT औद्योगिक परियोजना; 1,000 एकड़ चराई भूमि की हानि |
सांस्कृतिक महत्व | ग्रामीण आजीविका और पारंपरिक खेती को समर्थन |
वर्तमान स्थिति | संकटग्रस्त; तत्काल संरक्षण की आवश्यकता |